Denemek ALTIN - Özgür
बच्चे को दवा कैसे दें
Sadhana Path
|January 2024
कुछ बच्चे शरारत में तो कुछ दवाओं के कड़वे स्वाद की वजह से अक्सर दवाइयों से दूर भागते हैं। कई बार तो आनाकानी करते हुए वे दवा गिरा भी देते हैं। ऐसे में बच्चों को दवा खिलाने से ज्यादा मुश्किल काम कोई और नहीं लगता। आपकी इस परेशानी को समझते हुए हम आपको यहां बता रहे हैं बच्चों को खेल-खेल में दवा देने के आसान तरीके।

छोटे बच्चों को दवा देना बड़ा मुश्किल होता है। अक्सर आधी दवाई तो यूं ही गिर जाती है। ऐसे में क्या उपाय अपनाएं कि आपका नन्हा दवाई भी ले और उसे तकलीफ भी ना हो, तो आजमाइए इन बातों को-
• बच्चे को तरल दवा देने के लिए निप्पल का इस्तेमाल करें। (ध्यान रहे कि निप्पल में दवा डालने के बाद थोड़े पानी की जगह भी बचे) आंख में दवाई डालने वाले ड्रॉपर से तरल दवा पिलाएं। यह कैमिस्ट की दुकान से मिल जाएगा। दवा सीधा गले में डालने की बजाय गालों के पास खाली जगह में डालें ताकि गला घुटने न लगे। वैसे 5 मिली. का मतलब है एक छोटा चम्मच।
• अगर दवा का स्वाद कड़वा है तो बच्चे की नाक बंद करके दवा दें, इसके फौरन बाद कोई खाने-पीने की चीज मुंह में डालें।
• आजकल कई अच्छे स्वाद वाली दवाएं फ्रिज में जमाकर भी दी जा सकती हैं, पर पहले डॉक्टर से पूछ लें।
• अपने डॉक्टर से कॉन्सन्ट्रेटिड दवा के बारे में पूछें। कई एंटीबायटिक दवाएं दो तरह से आती हैं- 125 एमजी प्रति 5 एमएल (एक चम्मच), 250 एमजी प्रति 5 एमएल। अगर आप कॉन्सन्ट्रेटिड दवा देंगी तो बच्चे को उसका आधा चम्मच ही पीना पड़ेगा।
Bu hikaye Sadhana Path dergisinin January 2024 baskısından alınmıştır.
Binlerce özenle seçilmiş premium hikayeye ve 9.000'den fazla dergi ve gazeteye erişmek için Magzter GOLD'a abone olun.
Zaten abone misiniz? Oturum aç
Sadhana Path'den DAHA FAZLA HİKAYE
Sadhana Path
विवेकशील ज्ञान को विकसित करें
दुख ईश्वर का काम नहीं है, बल्कि शैतान की माया की शक्ति अर्थात् भ्रम का कार्य है।
2 mins
September 2025
Sadhana Path
मन और रचनात्मकता का प्रतीक-चंद्र ग्रह
चन्द्र यानी सोम, चन्द्रमा जो की नव ग्रहों में से एक है, चंद्र एक बहुत सुंदर व युवा ग्रह है।
10 mins
September 2025

Sadhana Path
कौन कहता है नहीं मिलता है बेटी के हाथों मोक्ष
जब मैंने तय किया कि मैं बिहार जाऊंगी, तो बहुत से लोगों का एक ही प्रश्न था, 'तुम्हें और कोई जगह नहीं मिली ?' राजधानी जैसी ट्रेन में भी किसी ने मुझे यह नहीं भूलने दिया कि मैं बिहार जा रही हूं और उससे बड़ी बात अकेली जा रही हूं। जाने से पहले मिलने वाली ढेर सारी नसीहतें और सफर के दौरान गुंडागर्दी के तमाम किस्से सुनते हुए जब मैंने छोटे से शहर 'गया' की जमीन पर कदम रखा, तो मन ही मन प्रार्थना दोहरा दी कि मैं सही-सलामत लौट आऊं। बिहार राज्य का छोटा सा शहर 'गया' पिंडदान और तर्पण के लिए पूरे विश्व में जाना जाता है। लेकिन कम ही लोग जानते हैं कि यहां उन मृतात्माओं को भी शांति और मोक्ष प्राप्त होता है, जिनके पुत्र नहीं हैं। आम धारणा है कि पुत्र यदि यह कर्म करें, तो ही माता-पिता को मोक्ष प्राप्त होगा। इस मान्यता के चलते कई परिवारों में यह कर्म ताऊ या चाचा के बेटों से कराया जाता है। जब हम विष्णुपद (पिंडदान यहां किए जाते हैं) पहुंचे, तो कई पिंडदानी (स्थानीय लोग पिंडदान करने वालों को यही कहते हैं) मौजूद थे। कर्म करा रहे शास्त्री जी ने बताया कि श्राद्ध सिर्फ कर्म ही नहीं श्रद्धा का प्रतीक भी है, इसलिए स्त्री हो या पुरुष जिसके मन में बड़ों के लिए श्रद्धा हो यह कर्म कर सकता है। गया में पितृपक्ष के दौरान ऐसा जनसैलाब उमड़ता है कि लगता है कहीं कुंभ का मेला ही लगा हुआ है। खुद के
5 mins
September 2025
Sadhana Path
हर हाल में मस्त रहिए
जिदा रहने के लिए भोजन जरूरी है।
2 mins
September 2025

Sadhana Path
आंखों के रोग तथा उपचार
आंखें सृष्टि की सुंदरता को देखने का एकमात्र साधन है जो मनुष्य का सबसे नाजुक अंग हैं। इसके प्रति लापरवाही न बरतें। दिये गये उपायों को आजमाएं और अपनी आंखों को स्वस्थ व सुंदर बनाएं।
3 mins
September 2025

Sadhana Path
रामलीला का इतिहास
यद्यपि रामलीला का प्रदर्शन 1200 ई. से होना आरम्भ हो गया था, संस्कृत राजसी और संभ्रांत भाषा होने के कारण यह राज प्रासादों और धनाढ्य लोगों के यहां ही प्रदर्शित होती थी।
2 mins
September 2025

Sadhana Path
श्राद्ध की महिमा और महत्त्व
श्राद्ध की महिमा के बारे में पुराणों में भी उल्लेख पढ़ने को मिलता है। पितृ ऋण से मुक्ति के लिए श्राद्ध करना अति महत्त्वपूर्ण बताया गया है। लेख से विस्तार पूर्वक जानें श्राद्ध की महिमा, उसका अर्थ व उससे होने वाले लाभों के बारे में।
10 mins
September 2025
Sadhana Path
वास्तु अनुसार करें भगवान गणेश की मूर्ति स्थापना ?
घर में गणेश जी की मूर्ति स्थापित करते समय हमें दिन, दिशा, स्थान आदि बातों का ध्यान रखना चाहिए। क्या है सही नियम ? आइए विस्तारपूर्वक जानें इस लेख से।
2 mins
September 2025

Sadhana Path
शक्ति उपासना का एक स्वरूप यह भी
हिन्दू संस्कृति में परब्रह्म को शिव-शक्ति का संयुक्त रूप माना गया है।
6 mins
September 2025

Sadhana Path
रामनगर की रामलीला
आज रामलीला के मंचन में काफी बदलाव हुआ है। रामलीलाएं आज जहां आधुनिक हुई हैं, वहीं पर वाराणसी में रामनगर की रामलीला आज भी अपने पुराने रूप में कायम हैं। आइए जानें राम नगर की रामलीला की कहानी।
4 mins
September 2025
Translate
Change font size