नमक कई प्रकार के पाए जाते हैं, जैसे- सेंधा नमक, काला नमक, सांभर नमक और वर्तमान में प्रयुक्त आयोडीन युक्त नमक। आयोडीन युक्त नमक भोजन में प्रयोग किया जाता है जबकि औषधि आदि में सेंधा नमक मिलाया जाता है। सेंधा नमक शुद्ध, हल्का, स्वादिष्ट, स्निग्ध और शीतल होता है। यह रुचिकारक, वीर्यवर्धक अग्निदीपक, त्रिदोषनाशक और हितकारी होता है। नमक नेत्र, कंठ, दर्द, सूजन, खांसी, अनिद्रा, ज्वर, रक्तचाप आदि रोगों में लाभदायक है। यह शरीर को हृष्ट-पुष्ट और सबल बनाने में कारगर है। इसके औषधीय प्रयोग इस प्रकार हैं-
• पर्याप्त मात्रा में भोजन में नमक का सेवन करने से शरीर सबल, निरोग और स्वस्थ रहता है।
Bu hikaye Sadhana Path dergisinin October 2023 sayısından alınmıştır.
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टेक्नोलॉजी के साइड इफेक्ट्स
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कैसे बढ़ाएं धन-संपत्ति?
वास्तु शास्त्र तथा फेंगशुई दो ऐसी प्राचीन विधाएं हैं जिनके माध्यम से न केवल सुख-शान्ति को बढ़ाया जा सकता है बल्कि धन संपत्ति की प्राप्ति भी हो सकती है।
जिएं जिंदगी 60 के बाद भी
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प्रबंधन कौशल यानी मैनेजमेंट न केवल कार्यस्थल में अपितु घर में भी चाहिए होता है। तभी आप जीवन में तरक्की कर पाते हैं। यदि आप मैनेजमेंट में जरा भी कमजोर हैं तो बाल्मिकी रामायण को जरूर पढ़ें। निश्चितरूप से यह ग्रंथ आपका निर्देश करने में सहायक होगा।
बालों को गर्मी और धूप के नुकसान से बचाएं
गर्मी के मौसम में सूरज की पराबैंगनी किरणों से बालों को नुकसान पहुंचता है और बालों में रुरवापन बढ़ता है। कुछ बातों का ध्यान रखकर आप गर्मी के मौसम में भी बालों को सुंदर और रेशमी बनाये रख सकते हैं।
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पढ़ने में अजीब लग रहा है न कि वायु प्रदूषण और घर के भीतर, लेकिन ये सच है कि हमारे बच्चे प्रदूषण की चपेट से आज घर के भीतर भी नहीं बच पाते हैं। इसी विषय में कुछ उपयोगी जानकारी-