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देश के आधे से अधिक जिले मौसमी बदलाव से प्रभावित

Modern Kheti - Hindi

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15th March 2025

भारत एक कृषि प्रधान देश है और इस क्षेत्र का अर्थव्यवस्था में अहम योगदान है। देश की रीढ़ माने जाने वाला कृषि क्षेत्र जलवायु परिवर्तन का बड़ा दंश झेल रहा है।

देश के आधे से अधिक जिले मौसमी बदलाव से प्रभावित

अनिल अग्रवाल डॉयलाग के दूसरे दिन विशेषज्ञों ने बताया कि देशभर में 573 कृषि जिले क्लाइमेट रिस्क केटेगरी में आ गए हैं। इन 573 जिलों में से 90 प्रतिशत जिले ग्रामीण क्षेत्रों के अधीन हैं। देशभर के 310 जिले उच्च और अतिसंवेदनशील केटेगरी में आते हैं। 573 में से कुल 109 जिले (19 प्रतिशत) अतिसंवेदनशील, 201 जिले उच्च संवेदनशील और 204 जिले मध्यम संवेदनशील श्रेणी में आ गए हैं। उत्तरप्रदेश, बिहार, उड़ीसा, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और राजस्थान उच्च संवेदनशील राज्यों में आ गए हैं। देश के 10 राज्यों ऐसे भी हैं जिनके 10 से अधिक जिले अतिसंवेदनशील श्रेणी में आ गए हैं जो इसके खतरों की गंभीरता को बयान कर रहा है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में मौसम की बढ़ती चरम घटनाओं और मॉनसून में आ रहे बदलावों का सबसे अधिक असर आर्थिक रूप से कमजोर लोगों, बच्चों और बुजुर्गों में देखने को मिल रहा है। सैंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट द्वारा आयोजित अनिल अग्रवाल डायलॉग के दूसरे दिन के पहले सत्र के दौरान जलवायु परिवर्तन और मौसम से जुड़े विशेषज्ञों ने मौसम में आ रहे बदलावों के प्रति चिंता जाहिर की और इससे निपटने की जरूरत पर बल दिया। सत्र के बारे में जानकारी देते हुए भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान पुणे के जल

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