आमतौर पर हम सभी फल छीलकर उसका छिलका फेंक देते हैं। लेकिन क्या आपको याद है, इन्हीं छिलकों को हम कुछ साल पहले बखूबी इस्तेमाल किया करते थे? किशोरावस्था में कदम रखते हुए हम और आप संतरे, केला और पपीते के छिलके से दादी-नानी वाले नुस्खे आजमाया करते थे। अब केमिकल वाली क्रीम लगाकर चेहरे से छेड़खानी तो नहीं कर सकते थे, लेकिन एक्ने और पिंपल के आने से परेशान भी तो हो जाते थे। धूप के कारण चेहरे पर टैनिंग अकसर सताती थी। सच पूछें तो उस समय महंगी क्रीम वगैरह का इतना चलन भी नहीं था। तब तो संतरे के छिलकों को सुखाकर उसे पीसकर पैक बनाने से ही काम चल जाता था। अगर नीबू त्वचा पर सहन हो जाता था, तो ब्लीच का काम यूं ही चुटकियों में हो जाता था। समय बदलने के साथ आज हम ऑनलाइन चटपट महंगी क्रीमें घर पर मंगवा लेते हैं। कई बार तो इन क्रीमों में वही अपने पुराने दादीनानी वाले नुस्खे तलाशते हैं। किसी के कवर में संतरे का छिलका, तो किसी में खीरा कटा हुआ नजर आता है और यही देख हम उन्हें खरीद भी लेते हैं। लेकिन जो वाकई हमारे सामने है और जिसमें छिपी है असली ताकत, उसे हम नजरअंदाज कर कूड़े के डिब्बे में फेंक आते हैं।
This story is from the November 04, 2023 edition of Anokhi.
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फूलों की बहार
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खीरा रखेगा भीतर से ठंडा
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चिया सीड्स नाम तो सुना होगा!
पिछले कुछ सालों में पोषण की दुनिया में चिया सीड्स का बोलबाला बढ़ा है। क्या है यह बीज और कैसे इसे बनाएं अपने आहार का हिस्सा, बता रही हैं कुकरी एक्सपर्ट नीरा कुमार
गहरी नहीं होंगी ये लकीरें
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कैसी होती है आपकी गर्मी की थाली?
हर मौसम की अपनी चुनौतियां होती हैं। इनका सफलतापूर्वक सामना करना है, तो मौसम के मुताबिक अपनी थाली में बदलाव करना जरूरी हो जाता है। गर्मी में सेहतमंद रहने के लिए थाली में किन चीजों को करें शामिल, बता रही हैं शाश्वती
मुश्किलों से डरें क्यों?
हमारी दुनिया में हम से जुड़ी क्या खबरें हैं? हमारे लिए उपयोगी कौन-सी खबर है? किसने अपनी उपलब्धि से हमारा सिर गर्व से ऊंचा उठा दिया? ऐसी तमाम जानकारियां हर सप्ताह आपसे यहां साझा करेंगी, जयंती रंगनाथन
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पर्दों के मामले में सही चुनाव हमारे घर की खूबसूरती को कई गुना बढ़ा सकता है। घर के लिए पर्दे की खरीदारी करते वक्त किन बातों का रखें ध्यान, बता रही हैं शुभांगी श्री
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