घुटनों पर बैठकर महंगी अंगूठी या लाल गुलाब आगे करते हुए बस कह डाला, विल यू बी माई वेंलेटाइन? सामने वाले ने हां कह दिया तो बहुत अच्छा, नहीं तो दोस्ती तो हो ही जाएगी। क्या हो गया आपके प्यार का इजहार? क्या यही प्यार है ? जनाब, हम उस देश से हैं जहां साहित्यकारों और कवियों के लिए प्रेम रचना का भंडार रहा है। जहां प्रेम पावन है। प्यार त्याग भी है और ताकत भी। लेकिन बदलते दौर में प्यार को सिर्फ कुछ तोहफों और फिल्मी संवादों के बीच समेट दिया गया है। अगर महंगे तोहफे प्यार की गारंटी होते तो यकीनन आपको ब्रेकअप पार्टी और ब्रेकअप सॉन्ग की जरूरत नहीं पड़ती। हकीकत में प्यार इससे अलहदा है। प्यार रूमानी अहसास है, जिसमें सम्मान, स्वतंत्रता बहुत कुछ ऐसा निहित है, जिसे आपको समझना और आजमाना जरूरी है ताकि आपका रिश्ता बेहतर हो सके। बोलकर जाहिर करने के अलावा प्यार जताने के और क्या तरीके हो सकते हैं, आइए जानें:
दीजिए वक्त का तोहफा
अकसर पार्टनर के बीच गिले-शिकवे सिर्फ इस बात पर हो जाते हैं कि आप अपने पार्टनर को वक्त नहीं देते। छोटीछोटी बातें बड़ी बन जाती हैं। तमाम महंगे तोहफे, तमाम प्रयास भी इन घावों को भर नहीं पाते। ऐसे में बेहतर है, समय पर निवेश करना। वक्त से अपने पार्टनर के लिए चुराए आपके कुछ पल आपके पार्टनर को विशेष महसूस कराने के लिए काफी हैं। यह आपके रिश्ते में नया रंग भरने के लिए खासा मददगार होगा। यकीनन, इस वेलेंटाइन वक्त का तोहफा देना आपके लिए फायदे का सौदा होगा।
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फूलों की बहार
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व्यायाम से आएगा क्रैम्प में आराम
हम सबके पास ढेरों सवाल होते हैं, बस नहीं होता जवाब पाने का विश्वसनीय स्रोत। इस कॉलम के जरिये हम एक्सपर्ट की मदद से आपके ऐसे ही सवालों के जवाब तलाशने की कोशिश करेंगे। इस बार गाइनोकोलॉजिस्ट देंगी आपके सवालों के जवाब। हमारी एक्सपर्ट हैं, डॉ. अर्चना धवन बजाज
खीरा रखेगा भीतर से ठंडा
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चिया सीड्स नाम तो सुना होगा!
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गहरी नहीं होंगी ये लकीरें
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मुश्किलों से डरें क्यों?
हमारी दुनिया में हम से जुड़ी क्या खबरें हैं? हमारे लिए उपयोगी कौन-सी खबर है? किसने अपनी उपलब्धि से हमारा सिर गर्व से ऊंचा उठा दिया? ऐसी तमाम जानकारियां हर सप्ताह आपसे यहां साझा करेंगी, जयंती रंगनाथन
कम नहीं पर्दों की अहमियत
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दुनिभा भर में गर्भावस्था के दौरान 70 से 80 प्रतिशत महिलाएं मॉर्निंग सिकनेस से जूझती हैं। क्यों होती है यह समस्या और कैसे करें इसका सामना, बता रही हैं दिव्यानी त्रिपाठी