भारतीय भाषाएँ व संविधान
Shaikshanik Sandarbh|November - December 2019
जब हिन्दी व अंग्रेज़ी का फैसला हो गया था तो फिर आठवीं सूची बनाने की क्या आवश्यकता थी? दो प्रश्न संविधान सभा की बहसों में निरन्तर टाले गए । एक भाषा का और दूसरा संसद का सदस्य होने के लिए आवश्यक योग्यता का । दोनों आज तक हमारे गले में लटके हैं ।
रमाकान्त अग्निहोत्री
भारतीय भाषाएँ व संविधान

This story is from the November - December 2019 edition of Shaikshanik Sandarbh.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 8,500+ magazines and newspapers.

This story is from the November - December 2019 edition of Shaikshanik Sandarbh.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 8,500+ magazines and newspapers.

MORE STORIES FROM SHAIKSHANIK SANDARBHView All
हँसाते - रुलाते, रिश्ते - नाते
Shaikshanik Sandarbh

हँसाते - रुलाते, रिश्ते - नाते

किशोरावस्था में लड़के अनेक शारीरिक व भावनात्मक बदलावों से गुजर रहे होते हैं। पितृसत्तात्मक सामाजिक ताने-बाने में अक्सर इन बदलावों पर खुलकर बातचीत कर पाना और एक स्वस्थ नज़रिया विकसित कर पाना सम्भव नहीं होता। इसी कमी को ध्यान में रखकर एकलव्य ने बेटा करे सवाल किताब विकसित की है जिसके अलग-अलग अध्यायों में किशोरावस्था के विभिन्न आयामों व उनके सामाजिक-सांस्कृतिक, शारीरिक व भावनात्मक पहलुओं की चर्चा की गई है। आइए, पढ़ते हैं इस किताब का एक महत्वपूर्ण हिस्सा।

time-read
1 min  |
March - April 2022
रसोई में चिड़ियाघर
Shaikshanik Sandarbh

रसोई में चिड़ियाघर

उन दिनों मैं पहले दर्जे में था। स्कूल से लौटकर अक्सर अपने चाचा के घर जाया करता था। उनका घर हमारे मुहल्ले ही में था। वे अकेले रहते थे। घर का सारा काम खुद करते थे। उनकी मेज़ किताबों और कागज़ों से इतनी लदी रहती थी कि देखकर लगता था, मानो अभी ढह जाएगी! लेकिन ऐसा हुआ कभी नहीं क्योंकि मेज़ के पाए किसी हाथी के बच्चे की टाँगों जितने मोटे और मज़बूत थे।

time-read
1 min  |
March - April 2022
अजगर बिलों में सेही के साथ शान्ति से रहते हैं
Shaikshanik Sandarbh

अजगर बिलों में सेही के साथ शान्ति से रहते हैं

अदिति मुखर्जी यहाँ अजगर तथा सेही, जिनके बीच अक्सर एक शिकारी और शिकार का सम्बन्ध होता है, के एक ही बिल में शान्ति से साथ-साथ रहने के अपने अध्ययन के बारे में बता रही हैं।

time-read
1 min  |
March - April 2022
फ्यूज़ बल्ब का कमाल
Shaikshanik Sandarbh

फ्यूज़ बल्ब का कमाल

पुस्तक अंश - खोजबीन

time-read
1 min  |
July - August 2021
संख्याएँ कितनी वास्तविक एवं कितनी काल्पनिक?
Shaikshanik Sandarbh

संख्याएँ कितनी वास्तविक एवं कितनी काल्पनिक?

शिक्षकों की कलम से

time-read
1 min  |
July - August 2021
तथ्यों की खोज
Shaikshanik Sandarbh

तथ्यों की खोज

स्कूली बच्चों के साथ सबसे लम्बे दिन का पता लगाना

time-read
1 min  |
July - August 2021
जिल पडलर
Shaikshanik Sandarbh

जिल पडलर

दक्षिण अफ्रीका की गणित शिक्षा शोधकर्ता

time-read
1 min  |
July - August 2021
शिक्षकों की 'सुनना'
Shaikshanik Sandarbh

शिक्षकों की 'सुनना'

शिक्षकों के लिए विज्ञान करके सीखने की कार्यशाला के अनुभव

time-read
1 min  |
May - June 2021
छतरी
Shaikshanik Sandarbh

छतरी

कहानी - छतरी

time-read
1 min  |
May - June 2021
बूँद का कमाल
Shaikshanik Sandarbh

बूँद का कमाल

विज्ञान ज्ञान का पीरियड लग चुका था। मास्साब कक्षा में घुसे तो देखा कि बच्चे फ्यूज़ बल्ब में पानी भरकर अवलोकन कर रहे हैं।

time-read
1 min  |
September - October 2021