स्कूल में सब उसे 'ब्राउन बौय' कह कर मजाक उड़ाते थे. नवीन तो एक कदम आगे था. उसे 'भूरी बिलैया' कह कर उस का मजाक था. जैसे ही विनय उसे कहीं दिखाई देता. वह जोरजोर से चिल्लाने लगता है, "भूरी बिलैया भूरे कान, भूरी तेरे दो मेहमान.” उस के दोस्त भी ताली बजा कर उस में शामिल हो जाते.
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आरव ने सीखा सबक
रविवार का दिन था. आरव सुबह आराम से सो कर उठा...
भीम का संकल्प
वर्ष 1901 की बात है. उस समय भारत में अंग्रेजों का राज था. महाराष्ट्र के सतारा में एक 9 वर्ष का बालक भीम अपने बड़े भाई, भतीजे और दादी के साथ रहता था. उस के पिता कोरेगांव में खजांची की नौकरी करते थे.
जलियांवाला बाग बलिदानियों की याद
\"बहुत बढ़िया, आज के लिए नया शब्द है, एम. ए. एस. एस. सी. आर. ई. कंचना मैम ने ब्लैक बोर्ड पर एक के बाद एक अक्षर लिखा.
रंगबिरंगी दुनिया
तनु को रंगों से बहुत प्यार था. उस की ड्राइंग कौपी का हर पन्ना रंगबिरंगा रहता था. उस का कमरा गुलाबी और हरे जीवंत रंगों से सजा था. उसे अपने गमलों में चमकीले और रंगबिरंगे फूल पसंद थे.
धोखा
\"कहो टिन्नी, आजकल कैसी कट रही है तुम्हारी जिंदगी?\" जियो सियार ने टिन्नी लोमड़ी से पूछा तो उस ने लंबी सांस भरी...
मोजारेला चीजस्टिक
जिग्गी चिपमंक स्कूल बस में नया बच्चा था. उन की बस सर्विस बहुत खराब थी, खास कर सुबह के समय जब बस बच्चों को लेने आती थी तो उन्हें काफी देर तक इंतजार करना पड़ता था. स्कूल पहुंचने में अकसर उन्हें देर हो जाती थी.
प्रकृति से प्यार
आदित्य को पौधों और प्रकृति से बेहद प्यार था. उस ने अपने गार्डन में कई सारे पौधे लगाए थे. वह इन की देखभाल करता था...
रूही की होली
होली का त्योहार आखिरकार आ ही गया जिस का बच्चों को बेसब्री से इंतजार था.
जब बाधाएं अवसर बन जाएं
\"धा...धा...दा...धिन...धा...\" स्वस्ति के कदम मंच पर जोश से थिरक रहे थे और दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर रहे थे. उस ने शालीनता और संयम के साथ नृत्य किया. दर्शक भी उस के साथसाथ चलते रहे...
बी पौजिटिव
डमरू गधा अपने खयालों में खोया जंगल में जा रहा था तभी उस की टक्कर जंपी बंदर से हो गई...