Poging GOUD - Vrij
समस्याओं व बंधनों से हँसते-हँसते छुड़ा देगा यह ग्रंथ
Rishi Prasad Hindi
|November 2023
श्रीमद्भगवद्गीता जयंती : २२ दिसम्बर
गीता एक ऐसा अद्भुत ग्रंथ है जो युद्ध के मैदान में गाया गया। इसमें किसी सम्प्रदाय, किसी व्यक्ति विशेष अथवा किसी रीति-रिवाज विशेष की आलोचना या अनुमोदन नहीं है। अनुमोदन इस बात का है कि जीव अपने शिवत्व को पहचान ले, अपने कर्तव्य-कर्म में अलिप्त रहकर संसार के आकर्षणों-विकर्षणों से अपने को बचा के अपने-आपमें आराम पाते हुए संसार का व्यवहार खेल की नाईं करे।
तमाम दुनिया है खेल मेरा,
मैं खेल सबको खिला रहा हूँ।
जैसे वेदांती अपने अद्वितीय स्वरूप में जग जाते हैं तो पूरा ब्रह्मांड उनको अपने स्वरूप का खेल लगता है, जैसे रात्रि का स्वप्न जागने पर खेल लगता है वैसे ही गीता आपकी वास्तविकता जगाकर संसाररूपी पूरे खेल की पोल खोल देती है। आज तक जो छोटे-छोटे कर्मों में, पुण्यों-पापों में, आकर्षणों में अपने को बाँधे जा रहे थे वह बेवकूफी गीता हँसते-हँसते छुड़ा देती है।
बाह्य सेवा-पूजा का फल अगर पाना है तो किन्हीं जगे हुए महापुरुष के चरणों में पहुँचना चाहिए। यह बात युद्ध के मैदान में भी श्रीकृष्ण भूले नहीं:
तद्विद्धि प्रणिपातेन परिप्रश्नेन सेवया।
उपदेक्ष्यन्ति ते ज्ञानं ज्ञानिनस्तत्त्वदर्शिनः ॥
'उस ज्ञान को तू तत्त्वदर्शी ज्ञानियों के पास जाकर समझ। उनको भलीभाँति दंडवत् प्रणाम करने से, उनकी सेवा करने से और कपट छोड़ के सरलतापूर्वक प्रश्न करने से वे परमात्म-तत्त्व को भलीभाँति जाननेवाले ज्ञानी महात्मा तुझे उस तत्त्वज्ञान का उपदेश करेंगे।' (गीता: ४.३४)
Dit verhaal komt uit de November 2023-editie van Rishi Prasad Hindi.
Abonneer u op Magzter GOLD voor toegang tot duizenden zorgvuldig samengestelde premiumverhalen en meer dan 9000 tijdschriften en kranten.
Bent u al abonnee? Aanmelden
MEER VERHALEN VAN Rishi Prasad Hindi
Rishi Prasad Hindi
वीर्यरक्षा के ये उपाय अनमोल, जो आजमाता वह होता निहाल
बहुत सारी बीमारियाँ साधन को (शरीर आदि को) 'मैं' मानने से होती हैं ।
3 mins
October 2025
Rishi Prasad Hindi
महापापनाशक एवं सम्पूर्ण कामना - पूरक व्रत
२ नवम्बर को देवउठी एकादशी है। इसके साथ त्रिस्पृशा योग भी है। इसलिए इसका महत्त्व कई गुना बढ़ गया है।
1 min
October 2025
Rishi Prasad Hindi
मन को ऊपर कैसे उठायें?
यद्यपि विद्वान (विवेकी) पुरुष की भी बुद्धि रजोगुण और तमोगुण से विक्षिप्त हो जाती है परंतु विषयों के प्रति दोष-दृष्टि होने से वह उनमें फँसता नहीं है।
2 mins
October 2025
Rishi Prasad Hindi
धर्मांतरण का आतंक हिन्दू लड़कियों पर जाल, करोड़ों की विदेशी चाल
बलरामपुर (उ.प्र.) में पकड़े गये जलालुद्दीन उर्फ छांगुर जैसे संगठित गिरोह के पर्दाफाश से साफ पता चलता है कि किस तरह भारत में योजनाबद्ध तरीके से हिन्दुओं को कमजोर करने का षड्यंत्र चल रहा है। छांगुर के गिरोह के लड़के खुद को हिन्दू बता के सोशल मीडिया आदि माध्यमों से हिन्दू लड़कियों को प्यार में फँसाकर उनका धर्मांतरण कराते थे।
2 mins
October 2025
Rishi Prasad Hindi
अंतर्यामी गुरुदेव करते पग-पग पर सावधान
तटस्थ विचारों के अभाव के कारण व्यक्ति कर्मों के जाल में बँधता है।
2 mins
October 2025
Rishi Prasad Hindi
गुरुकृपा के प्रभाव से 30 वर्षों से ब्रह्मचर्य व्रत
मैंने और मेरी धर्मपत्नी ने १९९५ में पूज्य बापूजी से दीक्षा ली थी।
2 mins
October 2025
Rishi Prasad Hindi
विद्यार्थियों के लिए पूज्य बापूजी का संदेश भोग से होती तबाही, भगवद्द्योग से मिलती ऊँचाई
विद्यार्थी जीवन में ऊँचे विचार करे, उनके अनुसार जीवन बनाने का ठान ले और ॐकार का गुंजन करे तो कोई उसको रोक नहीं सकता ऊँचा बनने से।
1 min
October 2025
Rishi Prasad Hindi
यह हम सबका विषय है, मेरे अकेले का काम नहीं है
आज देश के सामने जो भयजनक समस्याएँ हैं उन सबमें मुझे सबसे ज्यादा पीड़ादायक एवं ध्यान देने योग्य समस्या यह लगती है कि भारत के जो होनहार नागरिक हैं उनकी कमर टूटी जा रही है।
2 mins
October 2025
Rishi Prasad Hindi
म.प्र. पुलिस महानिदेशक ने कहा: 'पॉर्नोग्राफिक सामग्री आदि के कारण बढ़ रहे हैं बलात्कार'
नशाखोरी, अश्लील चित्र व फिल्में देखने आदि की लतवाला व्यक्ति अपने स्वास्थ्य व चरित्र का ह्रास तो करता ही है, समाज के लिए भी अत्यंत घातक हो जाता है।
2 mins
October 2025
Rishi Prasad Hindi
संयम का सामर्थ्य
चरित्रबल ही बल है। चरित्रबल के साथ ब्रह्मबल प्रकट होता है। चरित्रबल नहीं है तो ब्रह्मबल नहीं प्रकट होगा।
3 mins
October 2025
Translate
Change font size

