Poging GOUD - Vrij
दूरदृष्टि • यह भारत के दूरगामी हित में नहीं होगा अमेरिका और पाकिस्तान के रिश्तों की यह चौथी कड़ी है
Dainik Bhaskar Chhatarpur
|October 31, 2025
आसियान समिट के दौरान कुआलालम्पुर में 27 अक्टूबर को विदेश मंत्री एस. जयशंकर और उनके अमेरिकी समकक्ष मार्को रूबियो की बैठक के बारे में ज्यादा कुछ बाहर नहीं आया है।
जयशंकर की बस एक सोशल मीडिया पोस्ट है, जिसमें उन्होंने बैठक में 'द्विपक्षीय संबंधों और क्षेत्रीय व वैश्विक मसलों' पर चर्चा होना बताया है। रूबियो ने चुप्पी साध रखी है।
यह ऐसे समय में हुआ है, जब 25 अक्टूबर को रूबियो ने एक साक्षात्कार में पाकिस्तान से अमेरिका के करीबी जुड़ाव का बचाव करते हुए कहा था कि यह भारत से संबंधों की कीमत पर नहीं हो रहा है।
कुआलालम्पुर जाने से पहले दोहा में रिपोर्टरों से बातचीत में रूबियो ने कहा कि वे जानते हैं भारत 'जाहिर तौर पर पाकिस्तान के साथ रहे उसके तनाव' के कारण चिंतित था। लेकिन अमेरिका को अपने राष्ट्रीय हितों के संदर्भ में विभिन्न देशों से जुड़ाव रखना पड़ता है। उन्होंने स्वीकारा कि 'हमें पाकिस्तान के साथ रणनीतिक संबंध बढ़ाने में अवसर दिखा, लेकिन अमेरिका भारत से रिश्तों की कीमत पर पाकिस्तान के साथ कुछ नहीं कर रहा। ये रिश्ते गहरे, ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण हैं।'
Dit verhaal komt uit de October 31, 2025-editie van Dainik Bhaskar Chhatarpur.
Abonneer u op Magzter GOLD voor toegang tot duizenden zorgvuldig samengestelde premiumverhalen en meer dan 9000 tijdschriften en kranten.
Bent u al abonnee? Aanmelden
MEER VERHALEN VAN Dainik Bhaskar Chhatarpur
Dainik Bhaskar Chhatarpur
गॉल ब्लैडर की सर्जरी का नहीं किया स्टार हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी ने भुगतान
सालों पुरानी पॉलिसी होने के बाद भी बीमा कंपनी बीमितों को क्लेम नहीं दे रही है। यहां तक कि अनेक प्रकार की खामियां निकालकर उन्हें परेशान किया जा रहा है।
1 min
November 02, 2025
Dainik Bhaskar Chhatarpur
क्रेडिट स्कोर सुधरा तो लोन की ईएमआई घटेगी
रिजर्व बैंक ने एक नया नियम लागू किया है। इसके प्रावधानों के चलते लोन लेने वालों को अब ब्याज दरों में कटौती और बेहतर क्रेडिट स्कोर के फायदे पहले से कहीं अधिक तेजी से मिलेंगे। आपकी ईएमआई पहले की तुलना में तेजी से घट सकती है।
1 mins
November 02, 2025
Dainik Bhaskar Chhatarpur
उत्तराखंड; इंडस्ट्रीज से 44% कमाई हो रही, कर्ज भी कम
उत्तराखंड भारत का 27वां राज्य है, जो 9 नवंबर 2000 को उत्तर प्रदेश के पहाड़ी और सीमान्त जिलों को मिलाकर बना। अलग राज्य की मांग की प्रमुख वजहें थीं- कम विकास, आर्थिक पिछड़ापन, सांस्कृतिकभौगोलिक अलगाव और स्थानीय प्रतिनिधित्व की कमी।
2 mins
November 02, 2025
Dainik Bhaskar Chhatarpur
ये सुशासन-विकास बनाम जंगलराज का चुनाव : शाह
बिहार में विधानसभा चुनाव के पहले चरण में प्रचार के अब सिर्फ तीन दिन हैं।
1 min
November 02, 2025
Dainik Bhaskar Chhatarpur
'जादुई आविष्कार' सिनेमा में क्यों नहीं लग पाया था प्रेमचंद का मन?
'जिन हाथों में फिल्म की किस्मत है, वे बदकिस्मती से इसे इंडस्ट्री समझ बैठे हैं। इंडस्ट्री को न तो प्रयोग से वास्ता है और न ही सुधार से। वह तो एक्सप्लाइट करना जानती है और यहां इंसान के मुकद्दसतरीन (पवित्रतम) जज्बात को एक्सप्लाइट कर रही है।'
3 mins
November 02, 2025
Dainik Bhaskar Chhatarpur
क्रिकेट • एशेज के महीने में इंग्लैंड की खराब शुरुआत न्यूजीलैंड ने लगातार 10वीं घरेलू सीरीज जीती; इंग्लैंड क्लीन स्वीप
एशेज सीरीज के महीने की शुरुआत इंग्लैंड के लिए बेहद खराब रही है।
1 min
November 02, 2025
Dainik Bhaskar Chhatarpur
खूब मेहनत करें, लेकिन सबसे जरूरी यह है कि खुद से कभी झूठ मत बोलें
मेरा बचपन पंजाब रोडवेज की बसों के बीच बीता। पिता वहीं काम करते थे और मां घर संभालती थीं। हमारे हालात आसान नहीं थे। पढ़ाई बीच में छोड़नी पड़ी। मेरे माता-पिता ने मुझे दो सबसे कीमती बातें सिखाईं... मेहनत और विनम्रता। यही वो चीजें हैं, जो मेरी जिंदगी की जड़ हैं। लुधियाना, ये शहर मेरे दिल के बहुत करीब है।
2 mins
November 02, 2025
Dainik Bhaskar Chhatarpur
पालक-पनीर सूप के साथ करें सर्दी का स्वागत
शी त ऋतु की दस्तक के साथ ही अब सूप के मौसम की भी आमद हो गई है। सूप अगर स्वादिष्ट के साथ पौष्टिक भी हो तो इसे पीने का मजा दोगुना हो जाता है। पालक, चुकंदर, मखाना और पनीर से बना यह सूप विटामिन्स, आयरन, कैल्शियम और पनीर से भरपूर है।
1 min
November 02, 2025
Dainik Bhaskar Chhatarpur
निर्णय लेने में मदद करने वाले 4 सुझाव
टालना ठीक नहीं...
2 mins
November 02, 2025
Dainik Bhaskar Chhatarpur
विशालकाय मंदिरों में आज भी सजीव है चोल राजवंश की महिमा
छ वर्ष पहले मणिरत्नम ने चोल साम्राज्य पर आधारित 'पोन्त्रियिन सेलवन' नामक दो फिल्में बनाई थीं। भव्य सेट, प्रभावशाली दृश्य और समीक्षकों की प्रशंसा के बावजूद अधिकांश गैर-तमिल दर्शक उनसे जुड़ नहीं पाए। कारण सरल था- वे चोलों के गौरवशाली इतिहास से अपरिचित थे। इसलिए दर्शकों का फिल्म से भावनात्मक जुड़ाव बहुत कम रहा।
2 mins
November 02, 2025
Listen
Translate
Change font size
