Down To Earth
SO, HOW FAR FROM THE END?
Unless something very different happens in the southern hemisphere, coronavirus may never go away and the disease may ultimately not be containable
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July 01, 2020
Down To Earth
Pale and drawn
Contrary to rumours, the tiranga disease in tomatoes is no way linked to COVID-19, but has stirred up similar panic and helplessness among farmers in Maharashtra
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July 01, 2020
Down To Earth
Housing for a crisis
THE LOCKDOWN HAS MADE US REASSESS THE LIVABILITY OF STRUCTURES BUILT UNDER GOVERNMENT HOUSING SCHEMES
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July 01, 2020
Down To Earth
The bean stock
FIELD BEANS CAN BE A NUTRITIOUS ADDITION TO LEGUMES IN THE KITCHEN
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July 01, 2020
Down To Earth
WHY SHOULD ONLY JUMBOS MATTER?
THE OUTRAGE OVER THE DEATH OF A PREGNANT ELEPHANT IN KERALA HIGHLIGHTS OUR SKEWED NOTION OF BIODIVERSITY AND ITS CONSERVATION
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July 01, 2020
Down To Earth
Pride under threat
Is the government deliberately downplaying the deaths of 92 Asiatic lions this year?
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July 01, 2020
Down To Earth
In black and white
Every myth propagated by race science has been debunked over decades. But today, the rise of the Far-right parties is giving race scientists a new tonic to fuel hatred, writes S S Jeevan
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July 01, 2020
Down To Earth
GIVE THEM GUARANTEED BASIC INCOME
Had a minimum income guarantee scheme been in place, it would have required only a ramping up of the transfers to protect the poor
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July 01, 2020
Down To Earth
CASH, ON DELIVERY
India has employed its direct benefit transfer system to help people tide over the ongoing health and economic crises. Its real test will begin when the crises deepen
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July 01, 2020
Down To Earth
Covid-19 To Double Poverty In India
A transfer of at least ₹750 per person a month for six months will help them recover from economic damage wrought by the pandemic
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July 01, 2020
Bhugol aur Aap
समुद्र तटीय समुदाय के लिए महासागर स्थिति पूर्वानुमान सेवाएं
उत्तरी हिंद महासागर में भारत एकमात्र ऐसा देश है जिसके पास पूर्ण प्रचालित महासागर स्थिति पूर्वानुमान (ओएसएफ) सेवाएं हैं। यह अपतटीय और तट के निकट की गतिविधियों, दोनों के लिए समुद्र में सुचारू संचालन के लिए लाखों उपयोगकर्ताओं का समर्थन करता है। ईएसएसओ-इंकॉइस की ओएसएफ सेवाएं सटीक, समयोचित पूर्वानुमान और परामर्श के साथ उच्च वैश्विक मानक की हैं। वे एक मजबूत स्व-स्थाने और उपग्रह प्रेक्षणों के साथ-साथ बहु-मॉडल अनुकरण के साथ अत्याधुनिक गणनांक सुविधाओं द्वारा समर्थित हैं। सुपरिभाषित प्रसार प्रणाली के निर्माण के लिए यह ये सेवाएं नवीनतम सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) उपकरणों को समाहित करती हैं। ईएसएसओ-इंकॉइस ने उपयोगकर्ता सुझाव के आधार पर प्रभाव-आधारित पूर्वानुमान निर्माण के लिए अपने सामान्य पूर्वानुमानों को व्यवस्थित किया है। इसकी हालिया सेवा समुद्र में काफी दूर मछली पकड़ने वाली नौकाओं तक भी पहुंच रही है और ये प्रणालियां 'नैविगेशन विद् इंडियन कॉन्सटिलेशन' (नाविक) और 'गगन इनेबल्ड मैरीनर इंस्ट्रूमेंट फॉर नेविगेशन एंड इंफॉर्मेशन' (जेमिनी) के माध्यम से समर्थित हैं। ईएसएसओ-इंकॉइस क्षेत्र की ब्लू इकोनॉमी के उपयोग के लिए बढ़ती जरूरतों में सक्रिय मददगार की भूमिका निभाता है
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May - Jun 2020
Bhugol aur Aap
महासागर डेटा और सूचना प्रणाली-ओडीआईएस
डेटा एवं डेटा उत्पादों के प्रसार के लिए भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआईएस) आधारित अनुप्रयोग महासागर डेटा और सूचना प्रणाली (ओडीआईएस) ईएसएसओ-इंकॉइस में डिजाइन, विकसित और क्रियान्वित किया गया। यह वेब पर संवादात्मक मानचित्रण अनुप्रयोगों (इंटरेटिक्व मैपिंग एप्लिकेशन) के साथ स्थानिक (स्पैटियल) डेटा प्रकाशित करने के लिए एक ओपन सोर्स प्लेटफार्म है। माईएसक्युएल बैकएंड डेटाबेस के रूप में कार्य करता है। यह लेख महासागरविज्ञान डेटा से जुड़े भंडारण, संगठन विवरण और डेटा विजुअलाइजेशन प्रस्तुत करता है। ओडीआईएस को एंड-टू-एंड सिस्टम के रूप में स्थापित किया गया है जिसमें विषमरूपी प्लेटफार्मों से डेटा प्राप्ति, प्रसंस्करण और एकीकरण, गुणवत्ता नियंत्रण और अनुसंधान और विकास के लिए प्रसार शामिल हैं।
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May - Jun 2020
Mutharam
அவதார் 2
பத்து வருடங்களுக்கு முன்பு வெளியாகி சின மா உலகையே ஒரு புரட்டு புரட்டி எடுத்தது அவதார்'.
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26-06-2020
Bhugol aur Aap
भारतीय सुनामी पर्व चेतावनी प्रणाली
हिंद महासागर सुनामी, जो 26 दिसंबर, 2004 को सुमात्रा-अंडमान भूकंप के कारण उत्पन्न हुआ था, ने 2,30,000 लोगों की जाने ले ली और हिंद महासागर के कई तटीय देशों में बुनियादी ढांचे को व्यापक नुकसान पहुंचाया। वास्तव में, 2004 की सुनामी तीव्रता के संदर्भ में सर्वाधिक शक्तिशाली और सर्वाधिक घातकों में से एक थी, और जिसने भारत में सुनामी के लिए एक पूर्व चेतावनी प्रणाली स्थापित करने की आवश्यकता को परिप्रेक्ष्य में रखा। वर्ष 2004 की सुनामी के बाद, हिंद महासागर में भूकंप के कारण उत्पन्न होने वाली सुनामी पर पूर्व चेतावनी देने के लिए भारतीय सुनामी पूर्व चेतावनी प्रणाली की स्थापना की गई थी। यह आलेख आईटीईडब्ल्यूएस के विभिन्न घटकों, निर्णय समर्थन प्रणाली और बुलेटिन का वर्णन करता है। यह मुद्दों, चुनौतियों और भावी विकास पर भी चर्चा करता है।
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May - Jun 2020
Mutharam
நியூஸ் பிட்ஸ்
இது குழந்தைகளுக்காக பிரத்யேகமாக வடிவமைக்கப்பட்ட டேப்லெட் பேட். குழந்தைகள் இதில் வரையலாம், எழுதலாம். கண்களைப் பாதிக்காத வகையில் ஸ்க்ரீனை டிசைன் செய்திருக்கின்றனர்.
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26-06-2020
Bhugol aur Aap
महासागर प्रेक्षण
मौसम और जलवायु का निर्धारण करने में महासागर महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। समुद्र की भौतिक और रासायनिक स्थिति समुद्री पर्यावासों और समुद्री जीवन के स्वास्थ्य का निर्धारण करने के लिए महत्वपूर्ण है। इसलिए स्व-स्थाने (इन-सीटू) महासागर प्रेक्षण प्लेटफार्मों द्वारा एकत्र किए गए डेटा के माध्यम से विभिन्न समय पैमानों पर समुद्र स्थिति में भिन्नता के कारणों को समझना अनिवार्य है। इसके अलावा, स्व-स्थाने प्रेक्षण नेटवर्क के माध्यम से प्राप्त ज्ञान, महासागर स्थिति पूर्वानुमान प्रणालियों के विकास में निर्माण खंड के रूप में कार्य करता है। इन पहलुओं पर विचार करते हुए ईएसएसओ-इंकॉइस, महासागर प्रेक्षण नेटवर्क (ओओएन) कार्यक्रम के तहत हिंद महासागर में विभिन्न स्व-स्थाने प्रेक्षण प्लेटफार्मों को बनाए रखता है। इन नेटवर्कों का सारांश इस लेख में संक्षेप में प्रस्तुत किया गया है।
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May - Jun 2020
Mutharam
நிலாவில் கால் பதிக்கும் முதல் பெண்!
நாசாவின் ஓரியன் விண்வெளி ஊர்தியும், ஸ்பேஸ் வாஞ்ச் சிஸ்ட மின் ராக்கெட்டும் இணைந்து, மனிதர்களை விண்ணுக்கு அழைத்துப்போகும் முயற்சியில் ஈடுபட்டுள்ளன.
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26-06-2020
Bhugol aur Aap
तटीय भेद्यता और जोखिम मूल्यांकन
भारतीय तट पर घनी आबादी प्रवाल पारितंत्रों को प्रभावित करती है और इन्हें प्राकृतिक और मानव निर्मित खतरों के प्रति अतिसंवेदनशील बनाती है। यह आलेख क्षेत्रीय और साथ ही सूक्ष्म स्तर पर महासागरीय आपदाओं के कारण होने वाली भौतिक भेद्यता (वलनरेबिलिटी) और सामाजिक-आर्थिक जोखिमों का आकलन करता है। अध्ययन में प्रवाल पारितंत्र पर समुद्री सतह तापमान (एसएसटी) के प्रभाव को भी शामिल किया गया है जो प्रवाल विरंजन जैसी परिघटना की ओर ले जाता है। भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआईएस) प्रौद्योगिकी के साथ संयुक्त सुदूर संवेदी डेटा, भारतीय तटों पर महासागरीय आपदाओं से जुड़ी तटीय भेद्यता व खतरों पर सार्थक सूचना उपलब्ध कराती है जो आपदा प्रबंधन के लिए अत्यधिक प्रासंगिकता रखती है।
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May - Jun 2020
Mutharam
பட்ஜெட் போன்
கடந்த வாரம் சத்தமே இல்லாமல் 'ஷியோமி நிறுவனம் ‘ரெட்மி 9 என்ற புது மாடலை ஸ்பெயினில் அறி முகம் செய்துள்ளது.
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26-06-2020
Bhugol aur Aap
डिजिटल महासागर
हम डिजिटल युग रह रहे हैं और उन्नत विश्लेषण और दृश्यात्मक विशेषताओं के साथ डेटा संचालित निर्णयन जीवन के सभी क्षेत्रों का एक अभिन्न अंग बन रहे हैं। महासागर विज्ञान में, विभिन्न महासागरीय प्रेक्षण प्रणालियों से प्राप्त समुद्री मौसम व महासागरीय डेटा को मॉडलों में डाला जाता है ताकि मौसम एवं महासागर स्थिति पूर्वानुमानों में सुधार लाया जा सके। किसी एकीकृत पर्यावरण में सुव्यवस्थित डेटा, इसके उपयोग को आधार देगा तथा महासागर संबंधी प्रक्रियाओं की बेहतर समझ में मदद करेगा। यह आलेख डिजिटल महासागर के विकास की प्रस्तुति है जो कि एक एकल मंच है जो कुशलता से विषम महासागर डेटा को एकीकृत करता है और बहु-विषयक दृष्टिकोण के माध्यम से महासागरों की बेहतर समझ को सुविधाजनक बनाने के लिए अत्याधुनिक दृश्यता और विश्लेषण प्रदान करता है।
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May - Jun 2020
Mutharam
பெஸ்ட் கேட்ஜெட்ஸ்
ஆப்பிளின் ஐபேட் ப்ரோவிற்கு டிஜிட்டல் சந்தையில் செம மவுசு.
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26-06-2020
Bhugol aur Aap
अंतरिक्ष से मत्स्य खोज
हैदराबाद स्थित ईएसएसओ-इंकॉइस द्वारा प्रदान की जाने वाली संभाव्य मत्स्य ग्रहण क्षेत्र (पीएफजेड) परामर्श ने भारतीय तट पर मछुआरा समुदाय के जीवन और आजीविका में उल्लेखनीय बदलाव किया है। इसने मछली झुंड (शोल) की तलाश में लगे समय, प्रयास और ईंधन के संदर्भ में महत्वपूर्ण बचत की है, इस प्रकार लाभप्रदता और मछुआरों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है। यह परामर्श सीओ2 उत्सर्जन में कमी करने में भी उपयोगी है, और इस तरह अप्रत्यक्ष रूप से पर्यावरण की सुरक्षा में योगदान देता है। यह आलेख अग्रणी पीएफजेड तकनीक पर एक विहंगावलोकन प्रदान करता है जिसने समुद्री परामर्श और पूर्वानुमान सेवाओं की विश्वसनीयता में एक मील का पत्थर स्थापित किया है।
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May - Jun 2020
Mutharam
சிலந்திகள்
பொதுவாக சிலந்திகள் என்றால் மனிதர்களுக்குப் பயம்தான். அதற்கு காரணம் அவைகள் பார்ப்பதற்கு மற்ற பூச்சிகளைக் காட்டிலும் சற்று வேறுபட்டு உள்ளன. அவைகளுக்கு எட்டு கால்கள், 2 முதல் 8 கண்கள் உள்ளன. உடல்கள் இரண்டு பகுதிகளாக பிரிக்கப்பட்டுள்ளன. தலை மற்றும் உடல் பகுதி. இந்த சிலந்திகள் அனைத்தும் பூச்சி இனத்தில் வருவதில்லை. காரணம், பூச்சிகளுக்கு ஆறு கால்கள் இந்த சிலந்திகளுக்கு மட்டும் எட்டு கால்கள்.
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19-06-2020
Mutharam
கல்லூரி மாணவர்களின் புதிய கண்டுபிடிப்பு
ஒவ்வொருநாட்டையும் நடுங்க வைத்துக் காண்டிருக்கும் கொரோனா பெரும்பாலும் கைகளின் மூலம் ஒருவரை ஒருவர் தொடுவதாலோ அல்லது ஒருவர் தொட்டதை மற்றொருவர் தொடுவதாலும் பரவுகிறது என்றும் இதிலிருந்து தற்காத்துக் கொள்ள கைகளை அடிக்கடி கழுவ வேண்டும் என்றும் சுகாதாரத்துறை அறிவித்துள்ளது.
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19-06-2020
Mutharam
நெதர்லாந்து சாலையை சுத்தம் செய்யும் காகங்கள்!
சிகரெட்களின் நகரம் நெதர்லாந்து. அங்குள்ள சாலைகளில் அதிக அளவில் சிகரெட் துண்டுகளை வீசுகின்றனர்.
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19-06-2020
Mutharam
முதல் இந்திய நூல்
1785-ல் கொல்கத்தாவில் கிழக்கிந்திய கம்பெனியில் பணிபுரிந்து வந்த Charles Wilkins என்பவர் பகவவத் கீதையை ஆங்கிலத்தில் மொழிபெயர்த்தார். இதுவே ஆங்கிலத்தில் மொழி பெயர்க்கப்பட்ட முதல் இந்திய நூலாகும்.
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19-06-2020
Mutharam
அமேசானும் ஆபத்தும்
ஓரு காலத்தில் போர்த்துக்கீசியர்கள் இந்தியாவின் சில பகுதிகளை பிடித்தது போல், அமேசானின் மொத்த பகுதியையும் பிடித்து ஆண்டனர்.
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19-06-2020
Down To Earth
THE OTHER PLAGUE
Locusts have returned to India in just two months and are spreading to new territories. Has climate change added another layer of stress and uncertainty?
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June 16, 2020
Down To Earth
DEAD LINES
More than 70 per cent coal-fired power plants will not meet environmental norms by 2022, five years after their deadline was extended, says a new report by Delhi-based non-profit Centre for Science and Environment
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June 16, 2020
Down To Earth
The wait
DOWN TO EARTH’S VIVEK MISHRA HAS WALKED FROM DELHI TO SHRAVASTI IN UTTAR PRADESH TO CAPTURE THE PLIGHT OF WORKERS RETURNING HOME AFTER LOSING LIVELIHOODS DUE TO THE COVID-19 LOCKDOWN. THIS IS THE SECOND OF THE TWO-PART REPORT DOCUMENTING HIS 600 KM JOURNEY
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