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राह कोई भी हो, मंजिल पर पहुंचने की जिद: कृपाशंकर
DASTAKTIMES
|September 2023
कमलदली कृपाशंकर कहते हैं कि पीएम मोदी, डीसीएम देवेन्द्र फडणवीस, प्रदेश अध्यक्ष बावनकुले के नेतृत्व में पार्टी सभी चुनावों में दर्ज करेगी ऐतिहासिक जीत

जिन्होंने अपनी मातृभूमि छोड़ मुंबई को कर्मभूमि बनाकर संघर्षपथ पर पग उठाये तो अपनी मेहनत, कार्यकुशलता से सफलताओं के आकाश नापने वालों में एक बड़ा नाम कृपाशंकर सिंह का भी हैं। सूबे के सियासी जगत में जनप्रियता हासिल करने वाले कृपाशंकर सिंह एक ऐसी शख्सियत हैं कि चाहे वह सत्तापक्ष हो या विपक्ष सभी उनकी राजनीतिक अहमियत व उपयोगिता से वाकिफ है। वर्तमान में वह बीजेपी के उत्तर भारतीय नेताओं में आदमकद नाम है। महाराष्ट्र बीजेपी के उत्तर भारतीय मोर्चा के प्रदेश प्रभारी, मोदी@2024 के महाराष्ट्र जनसंपर्क सह प्रभारी के साथ बीजेपी ने सर्वाधिक महत्वपूर्ण दायित्व महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों के विस्तारक की जिम्मेदारी देकर कृपाशंकर सिंह की जन लोकप्रियता, राजनीतिक अहमियत व उपयोगिता दर्शायी है।
महाराष्ट्र के गृहराज्य मंत्री रहते अंडरवर्ल्ड व आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस नीति पर चलकर कमर तोड़ने का काम करने वाले कृपाशंकर सिंह उत्तर प्रदेश के जौनपुर जनपद के सहोदरपुर गांव निवासी हैं। उक्त गांव निवासी रामनिरंजन सिंह के सुपुत्र के रूप में 31 जुलाई वर्ष 1950 को जन्मने वाले कृपाशंकर सिंह का विवाह मालती देवी के साथ हुआ है और सुनीता सिंह व नरेन्द्र सिंह (संजय) के रूप में सुपुत्री और सुपुत्र हैं। वर्ष 1971 में 21 वर्ष की आयु में जौनपुर से तत्कालीन बम्बई नगरिया अपने ख्वाबों को पूरे करने के लिए आये। कुछ वर्ष नौकरी के पश्चात इनका रुझान राजनीतिक क्षेत्र में हुआ और वर्ष 1977 में कांग्रेस पार्टी से जुड़कर सियासी जगत के आसमां नापने निकल पड़े। जल्द ही अपनी प्रतिपद्ध कार्यशैली से जहां यह बड़े नेताओं की निगाहों में बसते चले गए तो हर आने वाले जरूरतमन्दों के लिए भी वक्त ज़रूरत उनकी अपेक्षाओं पर खरे उतरते रहे, जिसके चलते तेजी से उत्तर भारतीयों के नेता के रूप में आदमकद हो रहे कृपाशंकर सिंह को कांग्रेस ने वर्ष 1994 में विधान परिषद सदस्य के रूप में उच्च सदन में उत्तर भारतीयों की आवाज के रूप में भेजा। इसके बाद सांताक्रूज विधानसभा से लगातार तीन बार मतददाताओं ने कृपाशंकर सिंह पर भरपूर प्यार आशीर्वाद लुटाते हुए वर्ष 1999-2004-2009 में विधायक चुनकर विधानसभा में भेजा।
Denne historien er fra September 2023-utgaven av DASTAKTIMES.
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