Prøve GULL - Gratis
बात जो जरूरी है वो जरा अधूरी है
Sadhana Path
|December 2025
दूसरे ही पृष्ठ पर सर्वप्रथम मेरा चेहरा देखकर आपका हैरान होना लाजमी है क्योंकि मेरा चेहरा इस विशेषांक के साथ न तो निर्णय करता है, न ही कोई तालमेल बिठाता है। क्योंकि न तो मैं कोई प्रसिद्ध हस्ती हूं न ही बुद्धिजीवियों की श्रेणी में मेरा कहीं कोई स्थान है। तो क्या मैं पत्रिका का संपादक होने के नाते पद और पन्नों का फायदा उठा रहा हूं? नहीं। न तो ऐसी मेरी कोई मंशा है, न ही कोई चाल। सच कहूं तो यह मेरी मजबूरी है। पर मेरी इस मजबूरी का संबंध किसी लाचारी या असहाय जैसी नकारात्मक अवस्था से नहीं है। मेरे लिए मजबूरी का मतलब उस विवशता से है जिसके लिए मेरा लिखना ही एक मात्र विकल्प है और यही विकल्प इस अंक का कई हद तक आधार भी है।
-
इस पृष्ठ को लिखने का मेरा पहले बस एक कारण था और वह यह कि यह अंक क्यों? क्योंकि हमारे समाज में सिर्फ बुद्धिजीवी ही नहीं अति बुद्धिजीवी भी रहते हैं जिनके सीने में सांस चले न चले पर दिमाग में खुजली जरूर चलती है विशेषकर ऐसे लोग जिन्हें अपना बुद्धत्व दर्शाने के लिए फेसबुक का सहारा लेना पड़ता है। मुझे हैरानी है कि जहां कई ओशो प्रेमी उत्सुक हैं यह पढ़ने-जानने को कि हस्तियां क्या कहती हैं या क्या राय रखती हैं ओशो के बारे में तो कुछ ऐसे भी हैं जो इस निंदा या आलोचना में जुटे हैं कि ओशो के बारे में यह सेलिब्रिटी हमें क्या बताएंगे? इनकी राय या नजरिए से क्या फायदा? इन बुद्धिजीवियों ने कभी ध्यान नहीं किया? या फिर यह कोशिश मैंने अपनी पत्रिका की बिक्री को बढ़ाने के लिए की है, आदि-आदि। हालांकि मेरा यह प्रयास उन कुछ लोगों को गलत या स्वयं को सही साबित करने का कत्तई नहीं है क्योंकि यह जो 'कुछ लोगों' का आंकड़ा है वह हर समय और हर युग में सदा विद्यमान रहता है जो वक्त और हालात का नहीं खुद की समझदारी का शिकार होता है।
बहरहाल बात इस वर्ष 2017 अगस्त की है मैं 'मानसून फेस्टिवल' के लिए पूना उतरा ही था कि जब मैंने कम्यून के लिए टैक्सी की, तो मुझसे पूर्व जो सज्जन टैक्सी में बैठे थे उनके उतरने और मेरे बैठने के दौरान सिर्फ एक प्रश्न भर की बात हुई जिसमें उन्होंने पूछा 'आप कम्यून जा रहे हो, फिर तो वहां सेक्स करोगे ?' सुनते ही मेरे चेहरे पर एक मुस्कान आई और दिमाग में ख्याल कि 'आज भी ये हाल है।' खैर मेरे अनुभव में कुछ और भी शामिल होना बाकी था। मुझे कम्यून में दो दिन बाद एक ऐसा मित्र भी मिला जो खूबसूरत ऊर्जा और उत्सव के माहौल में भी दुखी था, क्योंकि वह घर बहुत खुशी-खुशी बता कर आया था कि वह पूना 'ओशो कम्यून' जा रहा है परंतु पीछे से उसकी पत्नी ने इंटरनेट पर ओशो व ओशो कम्यून के बारे में सब कुछ खंगाल डाला। और जैसा अमूमन होता है अपनी भावना और नेट पर उपलब्ध सामग्री को देखकर वह ओशो व ओशो के लोगों के प्रति नकारात्मक भाव से भर गई और बात तलाक तक आ पहुंची।
Denne historien er fra December 2025-utgaven av Sadhana Path.
Abonner på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av kuraterte premiumhistorier og over 9000 magasiner og aviser.
Allerede abonnent? Logg på
FLERE HISTORIER FRA Sadhana Path
Sadhana Path
ओशो शब्दों के सम्राट हैं
पहली बात तो ओशो एक विचारक हैं, महान विचारक। जो किसी धर्म से नहीं विचारों से जुड़ा रहा। विचारों से जुड़ने का मतलब है सत्य से जुड़ना। जो सत्य से जुड़ता है सब उसके दुश्मन हो जाते हैं, यही कारण था कि ओशो के इतने दुश्मन पैदा हुए। ओशो के साथ बस एक दिक्कत रही कि 99 प्रतिशत वह लोग उनके खिलाफ रहे जिन्होंने उन्हें न कभी सुना है, न ही कभी पढ़ा है।
3 mins
December 2025
Sadhana Path
अद्भुत बौद्धिक क्षमता से युक्त व्यक्ति
मेरी दृष्टि में ओशो अपने समय के सबसे ज्यादा बौद्धिक क्षमता से युक्त व्यक्ति थे जिनमें ज्ञान और विज्ञान को अपने तर्कों के माध्यम से प्रस्तुत करने की अद्भुत क्षमता थी। आप उनसे सहमत हो या न हो वो अलग बात है। मेरी नजर में उन जैसा कोई दूसरा व्यक्ति नहीं है।
1 mins
December 2025
Sadhana Path
काल की शिला पर अमिट हस्ताक्षर हैं ओशो
जब हम किसी भी व्यक्तित्व के बारे में सोचते हैं तो विचारों में सबसे पहले उसकी आकृति उभरती है। ऐसे ही ओशो के बारे में सोचते ही एक चित्र उभरता है, ओशो की घनी दाढ़ी, उन्नत भाल, समुद्र सी गहराई और बाज-सी तीक्ष्ण दृष्टि वाला उनका व्यक्तित्व एक ऐसा आभा मंडल रचता है, कि हम जैसे लोग जिन्होंने उन्हें सिर्फ फोटो में देखा है, उन्हें पढ़ने या सुनने के लिए विवश हो जाते हैं। ओशो की आवाज, वाणी, उनके शब्द, भाषा शैली, अभिव्यक्ति एवं वक्तव्य की बात करूं तो वह अद्वितीय है।
1 mins
December 2025
Sadhana Path
वास्तु उपायों से बनाएं नववर्ष को मंगलमय
नया साल अपने साथ खुशियां और सौहार्द लेकर आता है। ऐसे में पूरे वर्ष को और भी ज्यादा खास बनाने के लिए वास्तु संबंधित कुछ उपाय अपनाए जा सकते हैं। इससे घर की परेशानियां दूर होने के साथ आर्थिक तंगी से भी छुटकारा मिलेगा।
3 mins
December 2025
Sadhana Path
बुद्ध के गुणों का पावन संदेश
जोव्यक्ति बुद्ध होता है, वह सम्यक संबोधि हासिल कर लेता है, वह अनन्त गुणों से भर जाता है। उसके गुणों का ध्यान करते-करते धर्म उजागर होने लगता है। ऐसे में बुद्ध के गुणों का वर्णन करने वाले एक-एक शब्द को समझना आवश्यक है। जो इस प्रकार है-
5 mins
December 2025
Sadhana Path
इस सदी का चमत्कार हैं ओशो
ओशो से मेरा परिचय धर्मयुग के कारण हुआ उसमें उनके लेख, साक्षात्कार छपते थे। और मेरे कॉर्टून जिसमें मेरा डब्बू जी के नाम से एक कॉलम आता था, जिसे ओशो बहुत पसंद करते थे, यहां तक कि वह अपने प्रवचनों के बीच संन्यासियों को हंसाने के लिए उस पत्रिका को हाथ में लेते और कहते 'देखते हैं इस हफ्ते डब्बू जी क्या कहते हैं' और सबको उसमें से कोई लतीफा सुनाते थे। मैंने ओशो को खूब पढ़ा है। मैं उनके प्रवचनों से बहुत प्रभावित रहा हूं।
2 mins
December 2025
Sadhana Path
सर्दियों में बच्चों की इम्यूनिटी बढ़ाने के अचूक उपाय
सर्दियों के दस्तक देते ही सर्द हवाओं का सिलसिला शुरू हो जाता है, जो आगे चलकर बच्चों में सर्दी और खांसी की वजह साबित होता है। ऐसे में अगर बात बच्चों की सेहत की करें तो उनका ख्याल रखना बेहद जरूरी हो जाता है।
3 mins
December 2025
Sadhana Path
सर्दी-खांसी से बचे रहना चाहते हैं तो जरूर खाएं ये सुपरफूड्स
बदलते मौसम में अक्सर इम्युनिटी कमजोर हो जाती है इसलिए इस दौरान ऐसा आहार लेना चाहिए जो आपको भीतर से मजबूत बनाए। चलिए जानते हैं कि सर्दियों में क्या खाएं कि शरीर को शक्ति और ऊर्जा दोनों मिले।
4 mins
December 2025
Sadhana Path
बात जो जरूरी है वो जरा अधूरी है
दूसरे ही पृष्ठ पर सर्वप्रथम मेरा चेहरा देखकर आपका हैरान होना लाजमी है क्योंकि मेरा चेहरा इस विशेषांक के साथ न तो निर्णय करता है, न ही कोई तालमेल बिठाता है। क्योंकि न तो मैं कोई प्रसिद्ध हस्ती हूं न ही बुद्धिजीवियों की श्रेणी में मेरा कहीं कोई स्थान है। तो क्या मैं पत्रिका का संपादक होने के नाते पद और पन्नों का फायदा उठा रहा हूं? नहीं। न तो ऐसी मेरी कोई मंशा है, न ही कोई चाल। सच कहूं तो यह मेरी मजबूरी है। पर मेरी इस मजबूरी का संबंध किसी लाचारी या असहाय जैसी नकारात्मक अवस्था से नहीं है। मेरे लिए मजबूरी का मतलब उस विवशता से है जिसके लिए मेरा लिखना ही एक मात्र विकल्प है और यही विकल्प इस अंक का कई हद तक आधार भी है।
8 mins
December 2025
Sadhana Path
ओशो अस्तित्व की एक अभिव्यक्ति हैं
ओशो से मिलना एक ही शर्त पर होगा- आईना हो जाओ।
3 mins
December 2025
Listen
Translate
Change font size
