Prøve GULL - Gratis
लंबी सीटिंग से सेहत को खतरा
Sadhana Path
|June 2024
लगातार बैठना आज वजह बन रहा कई स्वास्थ्य समस्याओं की। इन्हें नज़र अंदाज करना खतरनाक हो सकता है। जानिए कुछ ऐसे ही परिणामों के बारे में-
यदि आपका अधिकांश समय कुर्सी पर बैठ कर काम करने में गुजरता है तो यह आपकी सेहत के लिए खतरे की घंटी है। एक अध्ययन में 1.67 लाख वयस्कों को शामिल किया गया। मृत्यु के अध्ययन में उनकी जीवनशैली से आंकड़ों का तुलनात्मक अध्ययन करने पर पाया गया कि प्रतिदिन बैठे रहने के समय का जीवनकाल की अवधि तथा मृत्यु के तरीके से सीधा संबंध है। यदि आप कुर्सी पर बैठे रहने के समय में तीन घंटे की कमी करती हैं तो दो वर्ष अधिक जी सकती हैं।
ब्लड सर्कुलेशन स्लो होता है
बैठे रहने से पैरों में ब्लड सर्कुलेशन दो तिहाई घट जाता है। इसके पिंडली में जम जाने की आशंका रहती है। इससे ब्लड वैसल वॉल्स को नुकसान पहुंच सकता है। जो हिस्सा कमजोर होता है, वहां से खून बहने से रोकने के लिए प्लेटलेट्स जमा हो जाते हैं। फाइब्रिन नाम का प्रोटीन प्लेटलेट्स को एक साथ रखकर क्लॉट बनाता है।
कुछ मामलों में खून का थक्के का कुछ हिस्सा अलग होकर शरीर में किसी और स्थान पर चले जाता है। कभी यह फेफडे तक भी पहुंच सकता है। फेफड़े की किसी धमनी में यह पहुंच जाता है तो पल्मोनरी आर्टरी में थक्का जाता है। अगर यह आकार में बड़ा है। तो यह आपकी किसी बड़ी धमनी को रोक भी सकता है।
शरीर पर बढ़ती स्थूलता
दिन भर कुर्सी पर बैठकर कंप्यूटर पर आंख गड़ाई महिलाओं में मोटापे और डायबिटीज का खतरा पैदा हो गया है। कुर्सी पर बैठे रहकर काम करने से शारीरिक गतिविधि काफी कम हो जाती है और ये ही बीमारियों को जन्म देती हैं। विशेषज्ञों की मानें तो कुर्सी पर बैठे रहने वाले लोगों में मोटापा 400 फीसदी की दर से बढ़ रहा है। टाइप-2 डायबिटीज की बीमारी 250 प्रतिशत की रफ्तार से बढ़ रही है, जिन लोगों के पास कार इंटरनेट और टीवी नहीं है, उनके मुकाबले इनका इस्तेमाल करने वालों की कमर नौ सेंटीमीटर मोटी पाई गई है।
Denne historien er fra June 2024-utgaven av Sadhana Path.
Abonner på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av kuraterte premiumhistorier og over 9000 magasiner og aviser.
Allerede abonnent? Logg på
FLERE HISTORIER FRA Sadhana Path
Sadhana Path
ध्यान एक प्रक्रिया है
अभय की खोज हमारे जीवन की महत्त्वपूर्ण खोज है। हम अभय बनें, डरना छोड़ें। जिस व्यक्ति ने अभय का पाठ नहीं पढ़ा, उसका विचार सही नहीं होगा। उसका विचार भय से प्रभावित विचार होगा।
2 mins
November 2025
Sadhana Path
मंगल ग्रह और ज्योतिष
मगल सूर्य के बाद चौथा व सातवां बड़ा ग्रह माना जाता है इसकी सूर्य से लगभग दूरी 22 करोड़ 79 लाख किलोमीटर हैं। इस ग्रह का व्यास लगभग तकरीबन 6794 किलोमीटर है।
9 mins
November 2025
Sadhana Path
आनंद में रहना वास्तविक स्वर्ग है
गीता में भगवान श्री कृष्ण कहते हैं कि स्वर्ग के साम्राज्य को पाने के लिए वास्तव में मनुष्य को केवल कर्मों के फलों को त्यागने की आवश्यकता है। ईश्वर ने मनुष्य को इस जीवन में भूख और इच्छाओं के साथ ऐसी परिस्थितियों में भेजा है कि उसे कर्म करना ही पड़ेगा। कार्य के बिना मानव सभ्यता रोग, अकाल और अव्यवस्था का जंगल बन जाएगी। यदि संसार के सभी लोग अपनी भौतिक सभ्यता त्याग कर जंगलों में रहें, तो जंगलों को शहरों में बदलना पड़ेगा, अन्यथा वहां के निवासी स्वच्छता की कमी के कारण मर जाएंगे। दूसरी ओर भौतिक सभ्यता अपूर्णताओं और दुःखों से भरी पड़ी है। तो किस सम्भव उपाय का समर्थन किया गया?
2 mins
November 2025
Sadhana Path
मंदिरों में सिमटा रहस्य
हमारे आस-पास बहुत सी जगहें व मंदिर ऐसे हैं जो अपने अंदर बहुत से रहस्यों को समेटे हुए हैं, जिनको समझ पाना सामान्य मनुष्य या फिर विज्ञान के लिए सम्भव नहीं है। ऐसे ही कुछ मंदिर हैं जो आस्था के साथ-साथ आकर्षण का भी केंद्र हैं।
5 mins
November 2025
Sadhana Path
ध्यान की एक विधि नक्षत्र मेडिटेशन
पंडित अजय भाम्बी जी ने ध्यान की एक ऐसी खोजी है जिसका व्यवहारिक प्रयोग करके कोई भी व्यक्ति अपने भीतर की बंद ऊर्जा के स्रोत को जान सकता है। इसके द्वारा व्यक्ति आकाश से ऊर्जा लेकर न केवल अपनी समस्याओं का समाधान कर सकता है बल्कि मुक्ति भी प्राप्त कर सकता है।
4 mins
November 2025
Sadhana Path
तुलसी विवाह
भगवान विष्णु के स्वरूप शालिग्राम और माता तुलसी के मिलन का पर्व 'तुलसी विवाह' यानी हिन्दू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन तुलसी पूजा और तुलसी विवाह करने का बड़ा ही महत्त्व है।
4 mins
November 2025
Sadhana Path
गुरु नानक एवं उनसे जुड़े ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब
गुरु नानक सिख धर्म के प्रथम गुरु थे। उनका कहना था कि ईश्वर एक है और हम सब उसकी संतान हैं। जानें इस लेख से उनसे जुड़े कुछ ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब, जहां दिखती है असीम भक्ति व श्रद्धा।
3 mins
November 2025
Sadhana Path
उह हंस अकेला जाई
गुरु नानक का जन्म 15 अप्रैल 1469 ई. में तलवंडी नामक स्थान में हुआ था। किंतु गुरु नानकदेव की जयंती कार्तिक पूर्णिमा को मनाई जाती है। इस दिन गुरुद्वारों में शब्द कीर्तन एवं गुरुवाणी का पाठ किया जाता है। इस बार गुरू नानक का 550वां प्रकाशोत्सव विश्व भर में मनाया जा रहा है।
1 mins
November 2025
Sadhana Path
भैरव जी की महिमा अपरम्पार है
भैरों बाबा शक्ति का असीमित भंडार हैं जो भक्तों की रक्षार्थ हमेशा तत्पर रहते हैं। इनके प्रसिद्ध मंदिर कौन से और कहां है तथा क्या है उनकी विशेषता आइए जानते हैं इस लेख से।
5 mins
November 2025
Sadhana Path
सर्दियों में भी रखें वास्तु का ख्याल
सर्दी के इस मौसम में कुछ वास्तु उपाय करके आप सकारात्मक परिणाम प्राप्त कर सकते हैं कौन से हैं वो उपाय आइए लेख के माध्यम से जानें?
4 mins
November 2025
Listen
Translate
Change font size
