ट्रौली बैग में सिमटा आयुषि का प्यार
Manohar Kahaniyan|January 2023
यमुना एक्सप्रेसवे पर लावारिस मिले लाल रंग के ट्रौली बैग में एक युवती की लाश मिली. कौन थी ये युवती? क्या अपहरण करने के बाद उस की हत्या की गई थी ? किस ने की थी उस युवती की हत्या? 48 घंटे बाद जब भेद खुला तो सभी इस तरह हैरान रह गए कि...
दिनेश बैजल 'राज'
ट्रौली बैग में सिमटा आयुषि का प्यार

थुरा में यमुना एक्सप्रेसवे पर नोएडा से आगरा की ओर जाने वाली सर्विस रोड केंद्र. राया में स्थित इसी अनुसंधान केंद्र की झाड़ियों में एक लाल रंग का ट्रौली बैग पड़ा था. वहां काम कर रहे मजदूरों की नजर उस ट्रौली बैग पर पड़ी. यह क्षेत्र मथुरा जिले के राया थाने के अंतर्गत आता है. मजदूरों ने सोचा कि यह शायद किसी गाड़ी से गिर गया होगा. यह बात 18 नवंबर, 2022 की सुबह 11 बजे की है.

ट्रौली बैग पड़े होने की सूचना एक मजदूर ने राया पुलिस को दे दी. सूचना मिलते ही थाना राया के एसएचओ ओमहरि वाजपेई पुलिस टीम के साथ बताए गए स्थान पर जा पहुंचे. पुलिस ने बैग को झाड़ियों से निकाल कर सड़क किनारे रख दिया. बैग में लौक नहीं लगा था. पुलिस ने जब बैग को खोला तो पुलिस के साथ वहां मौजूद लोग भी हैरान रह गए.

बैग में 20-22 साल की एक युवती की पौलीथिन में लिपटी खून से लथपथ लाश थी. लाश को बैग से बाहर निकाला गया. युवती के पैर मोड़ कर सीने से सटा दिए गए थे. इस के बाद उसे बैग में पैक किया गया था. कहीं खून बाहर न निकले, इस के लिए शव को सफेद रंग की बड़ी पौलीथिन में अच्छी तरहलपेट कर रखा गया था.

पुलिस ने पौलीथिन खोल कर युवती के पैर सीधे किए तो वे आराम से सीधे हो गए. इस से अनुमान लगाया गया कि युवती की हत्या लगभग 12 से 16 घंटे पहले ही की गई थी.

गोरा रंग, लंबे काले बालों वाली वह युवती सलेटी रंग की टीशर्ट और नीले सफेद रंग के फूलपत्ती वाली प्लाजो पहने थी. मृतका की बाईं तरफ छाती और सिर पर गोली के घाव थे. संभवतः उसे गोली मारी गई थी.

युवती के सिर व नाक से भी खून निकला था. उस का गला दबाने की भी आशंका लगाई गई. युवती के हाथ और पैरों में चोट के निशान थे, जो उस के साथ बरती गई बेरहमी की तरफ इशारा कर रहे थे. बैग में युवती की लाश मिलने की जानकारी होते ही पूरे इलाके में हड़कंप मच गया.

लाश का मुआयना करने के बाद एसएचओ ओमहरि वाजपेई ने अपने तुरंत उच्चाधिकारियों को घटना की जानकारी दी. सीओ (महावन) आलोक सिंह, एसपी (देहात) त्रिगुण बिसेन, कार्यवाहक एसएसपी मार्तंड प्रकाश सिंह भी घटनास्थल पर फोरैंसिक टीम के साथ पहुंच गए.

उस समय एसएसपी अभिषेक यादव अवकाश पर थे. एसपी (सिटी) मार्तंड प्रकाश सिंह ही उन का कार्यभार देख रहे थे.

この記事は Manohar Kahaniyan の January 2023 版に掲載されています。

7 日間の Magzter GOLD 無料トライアルを開始して、何千もの厳選されたプレミアム ストーリー、8,500 以上の雑誌や新聞にアクセスしてください。

この記事は Manohar Kahaniyan の January 2023 版に掲載されています。

7 日間の Magzter GOLD 無料トライアルを開始して、何千もの厳選されたプレミアム ストーリー、8,500 以上の雑誌や新聞にアクセスしてください。

MANOHAR KAHANIYANのその他の記事すべて表示
राजा की मोहब्बत का साइड इफेक्ट
Manohar Kahaniyan

राजा की मोहब्बत का साइड इफेक्ट

इंदौर के राजा तुकोजीराव होल्कर ने नर्तकी मुमताज से विवाह जरूर कर लिया था, लेकिन मुमताज उन्हें छोड़ कर चली गई और मुंबई के व्यवसाई अब्दुल कादिर बावला के साथ रहने लगी. इसी दौरान ऐसा क्या हुआ कि कादिर बावला का मर्डर हो गया और राजा होल्कर को भारत छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा?

time-read
7 分  |
May 2024
अपनी मौत की खूनी स्क्रिप्ट
Manohar Kahaniyan

अपनी मौत की खूनी स्क्रिप्ट

विक्रांत वर्मा ने खुद को मरा दिखाने के लिए एक अनजान व्यक्ति को छक कर शराब पिलाई. फिर अपने बकरी फार्म में उसे जिंदा जला दिया. ताज्जुब की बात यह कि रमेश वर्मा ने भी उस लाश की शिनाख्त अपने बेटे विक्रांत वर्मा के रूप में कर ली. आखिर विक्रांत ने क्यों लिखी अपनी ही मौत की यह खूनी स्क्रिप्ट?

time-read
3 分  |
May 2024
राघव मगुंटा रेड्डी को मिला वफादारी का इनाम
Manohar Kahaniyan

राघव मगुंटा रेड्डी को मिला वफादारी का इनाम

शराब किंग के नाम से मशहूर सांसद श्रीनिवासुलु रेड्डी का बेटा राघव मगुंटा रेड्डी दिल्ली शराब घोटाले में आरोपी था. ईडी ने उसे अपने शिकंजे में ले लिया था. फिर ईडी की जांच के दौरान ही ऐसा क्या हुआ कि राघव इस मामले कि राघव इस मामले में खलनायक से नायक बन गया?

time-read
8 分  |
May 2024
एसआई भरती घोटाला वरदी उतरी, रौब गया मिली जेल
Manohar Kahaniyan

एसआई भरती घोटाला वरदी उतरी, रौब गया मिली जेल

टीचर भरती में धांधली के बाद राजस्थान में फरजीवाड़ा कर नौकरी कर रहे थानेदारों की धड़ाधड़ गिरफ्तारी से तब हड़कंप मच गया, जब 10 साल बाद उन की परीक्षा के पेपर लीक की पोल खुली. 3 दरजन से अधिक थानेदारों की वरदी उतर गई, जेल हुई और 300 से अधिक जांच एजेंसी के रडार पर आ गए. आप भी जानें कि आखिर कैसे चला यह गोरखधंधा?

time-read
6 分  |
May 2024
खलनायक से नायक बना विजय नायर
Manohar Kahaniyan

खलनायक से नायक बना विजय नायर

विजय नायर का आम आदमी पार्टी से गहरा लगाव रहा है. वह पार्टी के लिए फंड की व्यवस्था करता था. कथित शराब घोटाले में उस का नाम खलनायक के रूप में उभरा तो सभी चौंक गए. तभी ईडी ने उसे कौन सी घुट्टी पिलाई कि वह खलनायक से नायक बन गया.

time-read
7 分  |
May 2024
ईडी और सीबीआई के निशाने पर विपक्ष ही क्यों
Manohar Kahaniyan

ईडी और सीबीआई के निशाने पर विपक्ष ही क्यों

केंद्रीय जांच एजेंसियों को 'पिंजरे का तोता' बना कर रखने के आरोप पूर्व सरकार पर लगते रहे हैं, लेकिन मोदी सरकार ने तो इन एजेंसियों को अपना सियासी हित साधने का जरिया ही बना लिया है.. ताज्जुब की बात यह है कि विपक्षी पार्टियों के दागदार नेता बीजेपी की वाशिंग मशीन में जाते ही पाकसाफ हो रहे हैं. आखिर कैसे?

time-read
5 分  |
May 2024
चंदे का धंधा 'इलेक्टोरल बौंड' क्यों फैला यह वायरस
Manohar Kahaniyan

चंदे का धंधा 'इलेक्टोरल बौंड' क्यों फैला यह वायरस

केंद्र सरकार ने चुनावी फंड इकट्ठा करने के लिए इलेक्टोरल बौंड नाम का वायरस पैदा किया. इस का सब से ज्यादा फायदा बीजेपी को ही हुआ, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इस वायरस पर ऐसा हथौड़ा चलाया कि....

time-read
6 分  |
May 2024
साइबर ठगी का नया तरीका औनलाइन अरेस्टिंग
Manohar Kahaniyan

साइबर ठगी का नया तरीका औनलाइन अरेस्टिंग

साइबर ठगों ने अब नए तरीके से उच्चशिक्षित लोगों को ठगना शुरू कर दिया है. वह पहले एक योजना के तहत शिकार को औनलाइन अरेस्ट कर लेते हैं. इस के बाद शिकार खुद ठगों के खातों में लाखों रुपए बड़ी आसानी से ट्रांसफर कर देता है. आप भी जानें कि क्या है औनलाइन अरेस्टिंग और इस से कैसे बचा जा सकता है?

time-read
7 分  |
May 2024
सैंटियागो मार्टिन दिहाड़ी मजदूर से कैसे बना लौटरी किंग
Manohar Kahaniyan

सैंटियागो मार्टिन दिहाड़ी मजदूर से कैसे बना लौटरी किंग

सोशल मीडिया पर आजकल एक नाम बहुत ज्यादा वायरल हो रहा है और वह है लौटरी किंग सैंटियागो मार्टिन का. सब से अधिक चुनावी बौंड खरीदने वाला एक दिहाड़ी मजदूर मार्टिन आखिर कैसे बना लौटरी किंग?

time-read
6 分  |
May 2024
दिल्ली शराब घोटाला पलटते गवाहों के दम पर गिरफ्तारियां क्यों
Manohar Kahaniyan

दिल्ली शराब घोटाला पलटते गवाहों के दम पर गिरफ्तारियां क्यों

पिछले सवा साल से भाजपा दिल्ली शराब घोटाले का राग अलाप रही है. सीबीआई और ईडी भी इस मामले की जांच में जुटी हुई हैं, लेकिन वह अभी तक यह पता नहीं लगा पाई हैं कि घोटाला कितने रुपए का हुआ और घोटाले का पैसा किस खाते से आया, किस खाते में गया. गिरगिट की तरह रंग बदलते गवाहों के बयानों पर आखिर क्यों हो रही हैं धड़ाधड़ गिरफ्तारियां?

time-read
10+ 分  |
May 2024