मैगज़्टर गोल्ड के साथ असीमित हो जाओ

मैगज़्टर गोल्ड के साथ असीमित हो जाओ

10,000 से अधिक पत्रिकाओं, समाचार पत्रों और प्रीमियम कहानियों तक असीमित पहुंच प्राप्त करें सिर्फ

$149.99
 
$74.99/वर्ष

कोशिश गोल्ड - मुक्त

कनोला सरसों: महत्व एवं उत्पादन की उन्नत तकनीक

Modern Kheti - Hindi

|

November 01, 2023

राया सरसों में ऐसी कोई समस्या नही है तथा इसकी कटाई फसल के पूरी तरह से पकने के बाद ही करें। कटाई के बाद भली प्रकार से सुखाने के बाद ही फसल की गहाई करें।

- वीरेन्द्र सरदाना, इन्दु रियालच, पुष्प शर्मा एवं शैली नैयर धालीवाल

कनोला सरसों: महत्व एवं उत्पादन की उन्नत तकनीक

भारत में प्रति वर्ष लगभग 250-255 लाख टन खाद्य तेल की खपत होती है जबकि इनका वार्षिक उत्पादन मात्र 100-110 लाख टन है। इस व्यापक कमी को पूरा करने के लिये वर्ष 2020-21 में 117000 करोड़ रुपये का 131 लाख टन तेल आयात किया गया जबकि वर्ष 2019-20 लगभग इतनी ही मात्रा में तेल के आयात का मूल्य 71625 करोड़ रुपये था। इससे स्पष्ट है कि अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में वनस्पति तेल मंहगा होता जा रहा है। भारत द्वारा खाद्य पदार्थों के कुल आयात में लगभग 50 प्रतिशत हिस्सेदारी तेल एवं तिलहनी फसलों की है जो एक गम्भीर चिन्ता का विषय है। भारत द्वारा आयात की जाने वाले सभी पदार्थों में सोने तथा पैट्रोल के बाद तीसरा स्थान तेल एवं तिलहनी फसलों का है। विश्व भर में वनस्पति तेलों के बायोफयूल के लिए उपयोग के बढ़ते प्रचलन से खाद्य पदार्थों के लिये इनकी उपलब्धता भी घटती जा रही है। पहले इण्डोनेशिया से पाम तेल के आयात में कमी तथा अब यूक्रेन एवं रुस के बीच लड़ाई के परिणामस्वरुप सूरजमुखी के तेल के आयात में कमी के चलते गत दो वर्षों से देश के स्थानीय बाजार में सरसों तथा अन्य खाद्य तेलों के दाम में काफी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। खाद्य तेलों की लगातार बढ़ रही इस मांग को पूरा करने के लिये तिलहनी फसलों का उत्पादन बढ़ाना समय की मांग है जिसके लिये अधिक उत्पादन क्षमता वाली किस्मों तथा संकर किस्मों के साथ-साथ इनकी काश्त के आधुनिक तथा वैज्ञानिक ढंग अपनाने की आवश्यकता है।

Modern Kheti - Hindi से और कहानियाँ

Modern Kheti - Hindi

Modern Kheti - Hindi

मक्का की बिजाई करने के लिए मेज़ प्लांटर

मक्का की बिजाई करने वाली मशीन, मेज़ प्लांटर को नेशनल एग्रो इंडस्ट्रीज़ की ओर से बनाया गया है।

time to read

1 min

15th November 2025

Modern Kheti - Hindi

Modern Kheti - Hindi

घृतकुमारी का औषधीय योगदान एवं महत्व

कुमारी, गृह कन्या, घृतकुमारिका आदि, इसके पत्तों में छेद करने या दबाने पर लसलसा पदार्थ निकलता है।

time to read

3 mins

15th November 2025

Modern Kheti - Hindi

Modern Kheti - Hindi

क्या जीनोम-संपादित धान की किस्में उचित हैं ?

देश के शीर्ष कृषि अनुसंधान संस्थान आईसीएआर (भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद) और कृषि मंत्रालय पर जीनोम-संपादित (जीनोम-एडीटेड) धान के परीक्षणों में वैज्ञानिक हेरफेर और बेईमानी के आरोप लगे हैं।

time to read

3 mins

15th November 2025

Modern Kheti - Hindi

Modern Kheti - Hindi

गन्ना की खेती देखभाल और पैदावार

गन्ना एक प्रमुख व्यवसायिक फसल है, विषम परिस्थितियां भी इसकी फसल को बहुत अधिक प्रभावित नहीं कर पाती।

time to read

10 mins

15th November 2025

Modern Kheti - Hindi

Modern Kheti - Hindi

खाद्य उत्पादन की बढ़ती मांग से धरती पर पड़ रहा है प्रभाव

इसमें कोई शक नहीं कि इंसानी सभ्यता ने अपने विकास के लिए प्रकृति का बड़े पैमाने पर दोहन किया है।

time to read

3 mins

15th November 2025

Modern Kheti - Hindi

Modern Kheti - Hindi

टिकाऊ कृषि विकास के लिए भूमि सुधार आवश्यक ...

कृषि के मुख्यतः तीन प्रमुख स्तम्भ हैं-मिट्टी, पानी और बीज परंतु गत कुछ दशकों में परंपरागत कृषि तकनीकों जैसे अत्याधिक जुताई, रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के अंधाधुंध प्रयोग एवं जैविक खाद के कम उपयोग, इत्यादि के कारण मिट्टी की गुणवत्ता में बहुत गिरावट आई है।

time to read

8 mins

15th November 2025

Modern Kheti - Hindi

Modern Kheti - Hindi

निराशा से समाधान तक कैसे भारत पराली जलाने की समस्या का कर सकता है अंत

पराली जलाने की समस्या का हल संभव है। समझदारी बरतते हुए अगले तीन वर्षों में इस लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। इस बारे में विस्तार से बता रहे हैं अरुणाभ घोष और कुरिंजी केमांथ

time to read

5 mins

15th November 2025

Modern Kheti - Hindi

Modern Kheti - Hindi

अलसी की खेती से लाभ कमाएं

अलसी तेल वाली फसलों में दूसरी खास फसल है।

time to read

8 mins

15th November 2025

Modern Kheti - Hindi

Modern Kheti - Hindi

क्रांतिकारी मॉडल विकसित करने वाले सफल किसा सीताराम निगवाल

मध्यप्रदेश के धार जिले के किसान सीताराम निगवाल ने 30 वर्षों के अनुभव से खेती का एक क्रांतिकारी मॉडल, विकसित किया है।

time to read

2 mins

15th November 2025

Modern Kheti - Hindi

Modern Kheti - Hindi

भूमि क्षरण से बढ़ रहा कुपोषण

लगभग 1.7 अरब लोग ऐसे क्षेत्रों में रहते हैं जहां मानवीय कारणों से भूमि के क्षरण के चलते फसलों की पैदावार घट रही है।

time to read

2 mins

15th November 2025

Translate

Share

-
+

Change font size