कोशिश गोल्ड - मुक्त
स्वतंत्र कौन है? नारद भक्ति सूत्र पर श्री श्री रवि शंकर जी के प्रवचन से उद्धृत
Rishimukh Hindi
|October 2019
बातचीत से कभी उलझन सुलझती नहीं है। तुम समझाओ, तुम्हारे विस्तार रूप से समझाने में कोई विश्वास नहीं करता, कोई समझता नहीं, अभिव्यक्ति नहीं होती। आँख जिनमें है वे देख लेंगे और तुम्हे संशय होगा की नहीं क्योंकि तुम्हे और कोई प्रमाण नहीं चाहिए
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उसका प्रमाण क्या है? हम सचमुच में भक्त हैं इसका प्रमाण क्या है? सचमुच में मेरे भीतर प्रेम का उदय हो गया है, इसका प्रमाण क्या है? सिद्ध नहीं कर सकते। कोई और समझे तुम नाटक कर रहे हो, समझने दो। वह समझ की भूल है। यदि गौर से वे देखेंगे तो उनकी समझ में आ जायेगा कि इस भाव में नाटक नहीं है। यह तुम्हारा निजीरूप है। तुम्हार
यह कहानी Rishimukh Hindi के October 2019 संस्करण से ली गई है।
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देवी की अनंत ज्योति
धर्मशाला से करीब ५० किलोमीटर दूर हिमाचल के शिवालिक की गोद में ज्वाला जीष्कांगड़ा जगह उपस्थित है। ज्वाला जी या ज्वालामुखी ऐसे ही अनूठे स्थानों में से एक हैं, जहां आग की लपटें जलती हुई रहती है , कहा से यह ज्ञात नहीं है जिस समय से यह जाना जाता है । नौ लपटें जवरात्रिके नौ देवी के रूप को दर्शाती हैं। ये लपटें सदियों से जल रही हैं, बिना रोके एवम बिना किसी ईधन के -देवी की शाश्वत ज्वाला।
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October 2020
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अन्नपूर्णा पूर्णता से पूर्णता की ओर
एक बार कैलाश पर्वत पर पार्वती जी ने शिवजी को पासों का खेल खेलने के लिए आमंत्रित किया। जैसे एक पिता अपने बच्चे को खुश करने के लिए उसके साथ खेलता है, शिवजी मुस्कुराए और तैयार हो गए।
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October 2020
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क्या आप जानते है
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October 2020
Rishimukh Hindi
जब देवी ने अनंत का अनावरण किया
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October 2020
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नवरात्रि-अपने भीतर जाने के लिये ९-दिवसीय यात्रा
नवरात्रि हमारी आत्मा को उन्नत करने के लिये मनाये जाते हैं। यह हमारी आत्मा ही है, जो सभी नकारात्मक गुणों (जड़ता, अभिमान, जुनून, राग, द्वेष आदि) को नष्ट कर सकती है। नवरात्रि के दौरान भीतर की ओर मुड़कर और आत्मा से जुड़कर, हम इन नकारात्मक प्रवृत्तियों को दूर कर सकते हैं और हमारे भीतर मौजूद सकारात्मक गुणों का आह्वान कर सकते हैं । इस प्रकार, हम उन्नत और पांतरित अनुभव कर सकते हैं।
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October 2020
Rishimukh Hindi
भगवद् गीता-दिव्य गान
ब्रह्मांड चेतना की एक शानदार अभिव्यक्ति है। यहां जो कुछ भी आप देख रहे हैं, वह और कुछ नहीं है, बल्कि चेतना की अपनी संपूर्ण कांति के साथ अभिव्यक्ति है। अपनेपन का बोध, जिस की अनुभूति हर वस्तु और हर जीव को होती है, कुछ और नहीं बल्कि उस ‘संपूर्ण' का एक भाग है। गीता इसी से शुरू होती है ...
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October 2020
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व्रत का विज्ञान
लोग व्रत क्यों रखते हैं? इसे धर्म में क्यों रखा गया है क्या यह तप है या क्या इसके कुछ लाभ हैं ?
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October 2020
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कोविड 19 से बचाव के लिए रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएं
योग को, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के प्रभावी एवं प्राकृतिक तरीके के रूप में जान जाता है। एक व्यवहारिक चिकित्सा जर्नल के हाल ही में प्रकाशित शोध पत्र में बताया गया कि योग आपकी रोग प्रतिरोधक प्रणाली को बढ़ाने और शरीर में प्रदाह को कम करने में सहायक हो सकता है।
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September 2020
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ऑनलाइन शिक्षा में अभिभावकों की भूमिका
मातापिता अपने बच्चों की शिक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। माना जाता है कि अभिभावकविद्यालय की साझेदारी का इस महामारी के समय में बहुत महत्व है।
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September 2020
Rishimukh Hindi
अध्यापन और प्रशिक्षण के रहस्य
दुनिया शिक्षकों से भरी है। सृष्टि का हर पहलू हमें कुछ सिखा सकता है। हमें बस अच्छे छात्र बनना है।
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September 2020
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