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दलहनी फसलों में राइजोबियम जैव उर्वरक का प्रयोग
Modern Kheti - Hindi
|15th September 2021
जैव उर्वरक क्या होते हैं जैव उर्वरक मुख्य रूप से एक जीवित सूक्ष्म जीवों का कृत्रिम कल्चर होता हैं जिसमें विभिन्न प्रकार के लाभदायक सूक्ष्म जीव होते है जोकि वायुमण्डल की स्वतन्त्र नाइट्रोजन को स्थिरीकरण करने में, अघुलनशील फास्फोर्स को घुलनशील, स्थिर फास्फोर्स को मृदा में गतिशील बनाने में, मृदा की उर्वरता को बढ़ाने के साथ-2 मृदा की जैविक क्रियाओं और मृदा में लाभदायक सूक्ष्म जीवों की संख्या में वृद्धि करने के लिये महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते है।
कुछ महत्वपूर्ण जैव उर्वरकों के उदाहरण
1. राइजोबियम-सभी दलहन वर्गीय फसलों के लिए।
2. एजोटोबैक्टर-आनाज वाली फसलों (गेंहू, मक्का आदि)
3. एसीटोबैक्टर-गन्ना, मीठी ज्वार, शकरकंद आदि।
4. एजोस्पाइरीलियम-ज्वार, बाजरा, मडुवा (रागी), सांवा, को दो आदि।
5. नीले हरे शैवाल-धान की खेती के लिए।
6. एजोला-धान की खेती के लिये।
क्या होता है राइजोबियमकल्चर
यह कहानी Modern Kheti - Hindi के 15th September 2021 संस्करण से ली गई है।
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