Passez à l'illimité avec Magzter GOLD

Passez à l'illimité avec Magzter GOLD

Obtenez un accès illimité à plus de 9 000 magazines, journaux et articles Premium pour seulement

$149.99
 
$74.99/Année

Essayer OR - Gratuit

मृदा प्रदूषण की रोकथाम सुनहरे भविष्य की है पहचान

Modern Kheti - Hindi

|

15th January 2023

मृदा के भौतिक, रासायनिक या जैविक गुणों में से किसी एक में भी नकारात्मक परिवर्तन जो पर्यावरण, जीवों और पौधों के लिए हानिकारक हो उसे मृदा प्रदूषण, कहा जाता है। यह मानव जीवन, जीवजंतुओं, फसल उत्पादन, मृदा की गुणवत्ता और उपयोगिता पर विपरीत प्रभाव डालता है।

- शुभम् लाम्बा, दिनेश तोमर, के. के. भारद्वाज, सुशील कुमार सिंह, एम.डी. परिहार, सोनिया रानी, अंकुश, ऋतंभरा

मृदा प्रदूषण की रोकथाम सुनहरे भविष्य की है पहचान

मृदा प्रदूषण को ऐसे समझिए: मृदा प्रदूषण मुख्यतः कैडमियम, क्रोमियम, तांबा आदि जैसी भारी धातुओं एवं कीटनाशक, रासायनिक उर्वरक, जंगली घास, जहरीली गैस आदि से होता हैं। उदाहरण के लिए यदि कीटनाशकों का प्रयोग उचित ढंग से न किया जाये तो यह कीड़ों को मारने के अलावा पौधों एवं मृदा को भी प्रभावित करता है। अवैध मृदा खनन एवं उपरोक्त प्रदूषकों का मृदा में विलय मृदा प्रदुषण का सबसे बड़ा कारण हैं। हवा में मौजूद हानिकारक गैसों में पाए जाने वाले रासायनिक यौगिक वर्षा द्वारा मृदा में आकर मिल जाते हैं। ये रसायन मृदा की सतह एवं भीतर दोनों जगहों पर मृदा की गुणवत्ता को प्रभावित करते हैं। हानिकारक रसायनों का रिसाव भूमिगत जल को भी प्रदूषित करता हैं, मृदा और जल के प्रदूषित होने से पर्यावरण पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है, सभी जीव-जंतु जो प्रदूषित मृदा के पर्यावरण का हिस्सा हैं उन पर इसका असर अधिक होता है। प्रदूषित मृदा से उपजे खाद्यान्न मानव एवं पशुओं के स्वास्थ्य पर गहरा असर डालते हैं। कुछ हानिकारक बीमारियाँ जैसे कि कैंसर के होने का एक प्रमुख कारण ऐसे प्रदूषित खाद्य पदार्थ ही हैं।

मृदा प्रदूषण के प्रकार : मृदा प्रदूषण मुख्यतः दो प्रकार का होता हैं 

(क) प्राकृतिक : प्राकृतिक मृदा प्रदूषण हानि पहुंचाने वाले स्तर से अक्सर नीचे होता हैं। वर्षा द्वारा मृदा कटाव, मृदा में मौजूद लवण का भूमिगत जल में मिलाव, मृदा में प्राकृतिक अमलता एवं क्षारीयता आदि प्राकृतिक मृदा प्रदूषण का हिस्सा हैं। मृदा के जैविक, रासायनिक एवं भौतिक गुण इन समस्याओं को दूर करने में बहुत हद तक सक्षम होते हैं, यदि ऐसा न हो तो मामूली मृदा उपचार एवं निपटान प्रक्रिया से प्राकृतिक मृदा प्रदुषण को रोका जा सकता हैं।

(ख) मानव निर्मित : मानव निर्मित मृदा प्रदूषण पर ध्यान देना अत्यंत महत्वपूर्ण हैं क्योंकि मानव निर्मित मृदा प्रदूषण अक्सर हानिकारक स्तर से ऊपर होता है और यदि इसका निपटान समय पर न हो तो आने वाले कई वर्षों तक इसके दुष्प्रभाव मृदा पर बने रहते हैं जो कि अमिट भी हो सकते हैं। प्रस्तुत लेख में मानव निर्मित मृदा प्रदुषण के बारे में जानकारी सम्मिलित की गई हैं।

मानव निर्मित मृदा प्रदूषण के प्रकार :

PLUS D'HISTOIRES DE Modern Kheti - Hindi

Modern Kheti - Hindi

Modern Kheti - Hindi

मक्का की बिजाई करने के लिए मेज़ प्लांटर

मक्का की बिजाई करने वाली मशीन, मेज़ प्लांटर को नेशनल एग्रो इंडस्ट्रीज़ की ओर से बनाया गया है।

time to read

1 min

15th November 2025

Modern Kheti - Hindi

Modern Kheti - Hindi

घृतकुमारी का औषधीय योगदान एवं महत्व

कुमारी, गृह कन्या, घृतकुमारिका आदि, इसके पत्तों में छेद करने या दबाने पर लसलसा पदार्थ निकलता है।

time to read

3 mins

15th November 2025

Modern Kheti - Hindi

Modern Kheti - Hindi

क्या जीनोम-संपादित धान की किस्में उचित हैं ?

देश के शीर्ष कृषि अनुसंधान संस्थान आईसीएआर (भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद) और कृषि मंत्रालय पर जीनोम-संपादित (जीनोम-एडीटेड) धान के परीक्षणों में वैज्ञानिक हेरफेर और बेईमानी के आरोप लगे हैं।

time to read

3 mins

15th November 2025

Modern Kheti - Hindi

Modern Kheti - Hindi

गन्ना की खेती देखभाल और पैदावार

गन्ना एक प्रमुख व्यवसायिक फसल है, विषम परिस्थितियां भी इसकी फसल को बहुत अधिक प्रभावित नहीं कर पाती।

time to read

10 mins

15th November 2025

Modern Kheti - Hindi

Modern Kheti - Hindi

खाद्य उत्पादन की बढ़ती मांग से धरती पर पड़ रहा है प्रभाव

इसमें कोई शक नहीं कि इंसानी सभ्यता ने अपने विकास के लिए प्रकृति का बड़े पैमाने पर दोहन किया है।

time to read

3 mins

15th November 2025

Modern Kheti - Hindi

Modern Kheti - Hindi

टिकाऊ कृषि विकास के लिए भूमि सुधार आवश्यक ...

कृषि के मुख्यतः तीन प्रमुख स्तम्भ हैं-मिट्टी, पानी और बीज परंतु गत कुछ दशकों में परंपरागत कृषि तकनीकों जैसे अत्याधिक जुताई, रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के अंधाधुंध प्रयोग एवं जैविक खाद के कम उपयोग, इत्यादि के कारण मिट्टी की गुणवत्ता में बहुत गिरावट आई है।

time to read

8 mins

15th November 2025

Modern Kheti - Hindi

Modern Kheti - Hindi

निराशा से समाधान तक कैसे भारत पराली जलाने की समस्या का कर सकता है अंत

पराली जलाने की समस्या का हल संभव है। समझदारी बरतते हुए अगले तीन वर्षों में इस लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। इस बारे में विस्तार से बता रहे हैं अरुणाभ घोष और कुरिंजी केमांथ

time to read

5 mins

15th November 2025

Modern Kheti - Hindi

Modern Kheti - Hindi

अलसी की खेती से लाभ कमाएं

अलसी तेल वाली फसलों में दूसरी खास फसल है।

time to read

8 mins

15th November 2025

Modern Kheti - Hindi

Modern Kheti - Hindi

क्रांतिकारी मॉडल विकसित करने वाले सफल किसा सीताराम निगवाल

मध्यप्रदेश के धार जिले के किसान सीताराम निगवाल ने 30 वर्षों के अनुभव से खेती का एक क्रांतिकारी मॉडल, विकसित किया है।

time to read

2 mins

15th November 2025

Modern Kheti - Hindi

Modern Kheti - Hindi

भूमि क्षरण से बढ़ रहा कुपोषण

लगभग 1.7 अरब लोग ऐसे क्षेत्रों में रहते हैं जहां मानवीय कारणों से भूमि के क्षरण के चलते फसलों की पैदावार घट रही है।

time to read

2 mins

15th November 2025

Translate

Share

-
+

Change font size