बौलीवुड ऐक्ट्रैसेस खूबसूरती की मिसाल मानी जाती हैं. इन में से बहुत सी ऐक्ट्रैसेस के लिए उम्र तो बस, एक संख्या सी है. इन ऐक्ट्रैसेस को 'एजलेस ब्यूटी' कहना परफैक्ट होगा. सालदरसाल वे जैसे यंग होती जा रही हैं. खुद को जवां रखने के लिए ये ऐक्ट्रैसेस योगा से ले कर खानपान और लाइफस्टाइल पर पूरा फोकस करती हैं. नतीजा यह है कि 50-60 साल पार करने के बाद भी उन के चेहरे पर अलग ही ग्लो दिखता है. अपनी दिलकश अदाओं और पर्सनैलिटी के दम पर वे सालों से बौलीवुड पर राज करती आ रही हैं और आगे भी करती रहेंगी.
शोख और हसीन भाग्यश्री
भाग्यश्री उन ऐक्ट्रैसेस में से एक हैं जिन पर उम्र का असर होता दिखाई ही नहीं देता. सलमान खान के साथ 'मैं ने प्यार किया' से डैब्यू कर एक झटके में दिल चुरा लेने वाली इस अदाकारा ने बहुत जल्दी इंडस्ट्री को बायबाय कह दिया था लेकिन इस के बावजूद उन्हें चाहने वालों में कमी नहीं हुई. आज भी उन की खूबसूरती देख लोग फिदा हैं. 55 साल की हो कर भी जिस तरह से यह अदाकारा 30 साल की हसीना की तरह शोख, जवां और खिलीखिली नजर आती हैं, उन्हें देख तो यंग लड़कियों को भी रश्क हो जाए.
भाग्यश्री का जन्म महाराष्ट्र के सांगली के शाही परिवार में हुआ था. उन्होंने अपने कैरियर की शुरुआत अमोल पालेकर के सीरियल 'कच्ची धूप' से की थी. 1989 में 'मैं ने प्यार किया' से जब भाग्यश्री ने फिल्मों में कदम रखा तो उन की सादगी पर हर कोई फिदा हो गया था. आज भी अभिनेत्री की खूबसूरती में कोई कमी नहीं आई है. वे सोशल मीडिया पर अपनी प्यारीप्यारी तसवीरें डालती रहती हैं.
अपनी इस एवरग्रीन ब्यूटी को बरकरार रखने के लिए ये अदाकारा महंगे ब्यूटी ट्रीटमैंट्स और प्रोडक्ट्स पर हजारों रुपए खर्च करने से ज्यादा घरेलू नुस्खों और हैल्दी डाइट को अपनाना ज्यादा पसंद करती हैं. अपने ब्यूटी टिप्स को वे सोशल मीडिया पर भी फैन्स के साथ साझा करती रहती हैं. ये तरीके इतने आसान और पौकेटफ्रैंडली होते हैं कि इन्हें लोग काफी पसंद करते हैं.
Diese Geschichte stammt aus der May Second 2024-Ausgabe von Sarita.
Starten Sie Ihre 7-tägige kostenlose Testversion von Magzter GOLD, um auf Tausende kuratierte Premium-Storys sowie über 8.000 Zeitschriften und Zeitungen zuzugreifen.
Bereits Abonnent ? Anmelden
Diese Geschichte stammt aus der May Second 2024-Ausgabe von Sarita.
Starten Sie Ihre 7-tägige kostenlose Testversion von Magzter GOLD, um auf Tausende kuratierte Premium-Storys sowie über 8.000 Zeitschriften und Zeitungen zuzugreifen.
Bereits Abonnent? Anmelden
50 प्लस की एंड यंग हौट ब्यूटीज
बढ़ती उम्र के साथ व्यक्ति की सुंदरता कम होने लगती है. उम्र के साथ चेहरे पर लकीरें नजर आना और शरीर में थोड़ी चरबी का बढ़ना आम बात है. लेकिन फिल्म जगत में ऐसी कई अदाकाराएं हैं जिन्होंने अपनी खूबसूरती से उम्र को मात दी है. बढ़ती उम्र के साथ ये ऐक्ट्रैसेस और ज्यादा खूबसूरत होती जा रही हैं.
खुशी हमारी मुट्ठी में
जिंदगी में हमेशा खुश रहने के साथ स्वस्थ, सक्रिय व संतुष्ट जीवन बिताना चाहते हैं, तो यह जानकारी आप के लिए ही है.
मैट्रो और मोबाइल
मोबाइल का गलत उपयोग करना कितना गलत परिणाम देता है, यह मुझे तब पता चला जब मैं एक दिन मैट्रो में सफर कर रहा था. विश्वास न हो खुद ही जान लीजिए ताकि आप को भी एहसास हो ही जाए.
करीबी रिश्ते में खटास लाए बीमारियां
रिलेशनशिप में खटास न सिर्फ मैंटल हैल्थ को प्रभावित करती है बल्कि फिजिकल हैल्थ पर भी इस का बुरा असर पड़ता है क्योंकि इस से होने वाले स्ट्रैस से कई तरह की बीमारियां पनपने लगती हैं.
एबौर्शन का फैसला औरत का ही हो
भारत के अनाथाश्रमों में लाखों की संख्या में ऐसे नवजात शिशु पल रहे हैं जिन को पैदा कर के मरने के लिए सड़कों, कूड़े के ढेर, नालियों व गटर में फेंक दिया गया. क्यों? क्योंकि समय पर गर्भवती अपना गर्भ गिराने में नाकाम रही और मजबूरन उसे अनचाहे बच्चे को जन्म देना पड़ा.
क्यों घर से भाग कर पछताती नहीं लड़कियां
कम उम्र की लड़कियों के घर से भागने की वजहें, थोड़ी ही सही, बदल रही हैं. माना यह जाता है कि लड़कियां आमतौर पर फिल्मों में हीरोइन बनने के लिए भागती हैं और नासमझी के चलते कोई भी उन्हें इस बाबत बहका लेता है.
दहेज से जुड़ी मौतें जिम्मेदार कौन
दहेज हत्या मामले में अकसर लड़के और उस के घर वालों को हिरासत में ले लिया जाता है. मगर क्या सही में दहेज से जुड़े मामलों में हमेशा सारा दोष लड़के या उस के घर वालों का ही होता है? कई बार इस के लिए दोषी खुद लड़की, उस के घर वाले और हमारा समाज भी होता है.
एकादशी महात्म्य - एकादशियों की ऊलजलूल कथाएं बनाम लूट का साधन
एकादशी के कर्मकांड अधिकतर संपन्न व खातापीता तबका करवाते दिखाई देता है. वे बड़े चाव से इस की ऊलजलूल कथाएं सुनते हैं, लेकिन शायद ही वे इस पर कोई सार्थक विमर्श कर पाते हैं या सवाल खड़े कर पाते हैं. अगर वे चिंतनशील होते तो जान जाते कि कैसे एकादशी कर्मकांड पंडों के लूट का साधन के सिवा और कुछ नहीं.
गुड गवर्नेस को मुंह चिढ़ाता पेपर लीक
'मैं अब और जीना नहीं चाहता, मेरा मन भर गया है. मेरी मौत के बाद किसी को परेशान न किया जाए. मैं ने अपनी बीएससी की डिग्री जला दी है. ऐसी पढ़ाई का क्या फायदा जो एक नौकरी न दिला सके.' पेपर लीक से परेशान व निराश युवा बृजेश पाल ने अपनी जान दे दी. यह उत्तर प्रदेश के कन्नौज के रहने वाले बृजेश पाल की ही व्यथा नहीं है, देश के कई मजबूर व बेरोजगार नौजवानों की भी यही कहानी है.
प्रज्वल रेवन्ना - राजनेता और पोर्न फिल्मों का धंधेबाज
पोर्न फिल्में अब हर किसी की जरूरत बन चुकी हैं. लोग इन्हें उत्तेजना के लिए भी देखते हैं और कई इन्हीं के जरिए जिज्ञासाएं शांत करते हैं. यह देह व्यापार की तरह का अपराध है जिसे कानूनन तो क्या, किसी भी तरीके से बंद नहीं किया जा सकता. वजह, इस का नैसर्गिक होना है. टैक्नोलौजी ने इस की पहुंच सस्ती और आसान भी कर दी है. पोर्न इंडस्ट्री की अपनी अलग दुनिया है लेकिन इस में हलचल तब मचती है जब प्रज्वल रेवन्ना जैसी कोई हस्ती इस में इन्वाल्व पाई जाती हैं.