धैर्यसिन्धु, विवेकपुंज राम
Sadhana Path|February 2024
मन में विचार कीजिये और सोचिए की क्यों श्री राम जनमानस में इतने लोकप्रिय हुए। उनका धैर्य और विवेक ही जो उन्हें श्रेष्ठ बनाता हैं।
सुमित्रा शर्मा
धैर्यसिन्धु, विवेकपुंज राम

राम होना है कहां आसान जग में, हैं बहुत से शूल पुरुषोत्तम के पग में मर्यादा पुरुषोत्तम, धैर्य-सिन्धु, करुणानिधि न जाने कितने नाम हैं भगवान राम के।

रामजी का विशेष स्थान है सबके हृदय में। जो उतने ही निर्बल के हैं जितने सबल के, सरल, धीर-गम्भीर और स्नेहिल, जो कर्तव्य और मर्यादा से यूं बन्धे हुए हैं कि मानव का जन्म लेकर सबके आराध्य बन गये।

'रामजी' का नाम लेते ही सबसे पहले आंखों के सामने गेरुआ वस्त्र पहने, कंधे पर धनुष लिये, बाणों भरे तुणीर के साथ बड़ेबड़े नयनों वाली एक सौम्य मुखाकृति आ जाती है।

और राजा राम का चिंतन कीजिये तो प्रजा के कल्याण को रात-दिन चिन्तित एक ऐसे राजा का चित्र जिसके निजी हित से ऊपर है राष्ट्रधर्म। संसार के नाते रिश्ते की कसौटी पर खरे सोने से उतरने वाले जिनकी कामना सबको है। 

गुरु, माता-पिता, भाई, पत्नी मित्र, पुत्र या प्रजा सबको ही मर्यादा पुरुषोत्तम राम चाहिये। अन्यथा वर्तमान समय में भी रामराज्य की उपमा अस्तित्व में ही न होती। कहते हैं कि सूर्यवंश में जन्में भगवान राम बारह कलाओं से सम्पन्न थे, पेड़-पौधों में दो, मानवों में पांच और विशिष्ट ऋषि-मुनियों में सात से आठ कलाएं होती हैं। आठ से नौ कलाओं की अभिव्यक्ति जहां देवों और उपदेवों में मिलती है वहीं दस से अधिक कलाएं मात्र अवतारी सत्ताओं में ही दृष्टिगत होती है। फिर प्रश्न उठता है कि हमें भगवान राम के चरित्र का अनुकरण करने को क्यों कहा जाता है? 

अब अगर वो भगवान हैं तो हम साधारण मानवों से अलग होंगे ही, हम इंसान होकर उनकी बराबरी किस प्रकार कर सकते हैं। तो आइए जरा एक नजर डालते हैं उनके गुणों पर...

गुणवान, धर्मज्ञ, सकारात्मक, कृतज्ञ, सत्यनिष्ठ, दृढ़प्रतिज्ञ, सदाचारी, सभी के रक्षक या सहयोगी बुद्धि व विवेक सम्पन्न, सामर्थ्यवान, प्रियदर्शन, जितेन्द्रिय, शान्त व सहज, वीर्यवान अर्थात स्वस्थ व संयमी धनुर्धर जिसके क्रोधित होने पर देवताओं में भी भय व्याप्त हो जाये।

फिर क्यों वह अवतारी साधारण मानव का चरित्र जीने के बाद भी आज तक प्रासंगिक है? 

कैसे जनमानस का इतना प्रिय हो गया कि मानव जीवन की अंतिम यात्रा भी उनका ना म लिये बिना सम्पूर्ण नहीं होती।

Diese Geschichte stammt aus der February 2024-Ausgabe von Sadhana Path.

Starten Sie Ihre 7-tägige kostenlose Testversion von Magzter GOLD, um auf Tausende kuratierte Premium-Storys sowie über 8.000 Zeitschriften und Zeitungen zuzugreifen.

Diese Geschichte stammt aus der February 2024-Ausgabe von Sadhana Path.

Starten Sie Ihre 7-tägige kostenlose Testversion von Magzter GOLD, um auf Tausende kuratierte Premium-Storys sowie über 8.000 Zeitschriften und Zeitungen zuzugreifen.

WEITERE ARTIKEL AUS SADHANA PATHAlle anzeigen
टेक्नोलॉजी के साइड इफेक्ट्स
Sadhana Path

टेक्नोलॉजी के साइड इफेक्ट्स

कई ऐसी टेक्नोलॉजी हैं जिनके बारे में हम ये अच्छी तरह से जानते हैं कि यह हमारी सेहत से खिलवाड़ कर रही हैं लेकिन फिर भी इस बात को नजरअंदाज करते हुए हम उसका इस्तेमाल किए जा रहे हैं जो कि जानलेवा भी साबित हो सकता है।

time-read
4 Minuten  |
May 2024
मिथिलांचल की प्राचीन धरोहर है 'मधुबनी पेटिंग'
Sadhana Path

मिथिलांचल की प्राचीन धरोहर है 'मधुबनी पेटिंग'

मिथिलांचल न केवल अपनी खूबसूरती के लिए पहचाना जाता है, बल्कि यह जगह कला और साहित्य से भी समृद्ध है। एक तरफ हैं विद्यापति तो दूसरी तरफ हैं। विश्व प्रसिद्ध चित्रकला 'मधुबनी पेंटिंग'। इसकी खूबसूरती इसी में है कि यह आपको मिथिलांचल की लोक-परंपरा से अवगत कराती है।

time-read
3 Minuten  |
May 2024
कैसे बढ़ाएं धन-संपत्ति?
Sadhana Path

कैसे बढ़ाएं धन-संपत्ति?

वास्तु शास्त्र तथा फेंगशुई दो ऐसी प्राचीन विधाएं हैं जिनके माध्यम से न केवल सुख-शान्ति को बढ़ाया जा सकता है बल्कि धन संपत्ति की प्राप्ति भी हो सकती है।

time-read
3 Minuten  |
May 2024
जिएं जिंदगी 60 के बाद भी
Sadhana Path

जिएं जिंदगी 60 के बाद भी

जब पूरी जिंदगी एक स्वाभिमान और रौब के साथ जीते हुए गुजारी हो तो जीवन-संध्या में क्यों किसी पर इस तरह से निर्भर हो जाएं कि बुढ़ापा बेबसी में बदल जाए। जब तक जिएं, जिंदगी से भरपूर रहिए।

time-read
4 Minuten  |
May 2024
टिक टिक करती घड़ी की सुई किसने बनाई
Sadhana Path

टिक टिक करती घड़ी की सुई किसने बनाई

हाथ में बंधी हो या दीवार पर टंगी जब तक घड़ी चलती रहती है हमें समय का पता चलता रहता है लेकिन जैसे ही इसकी सुई रुक जाती है तो ऐसा लगता है कि मानो समय थम सा गया हो। क्या कभी सोचा है कि आरिवर घड़ी का आविष्कार कैसे हुआ और किसने किया? चलिए जानते हैं।

time-read
6 Minuten  |
May 2024
धार्मिक ग्रंथ रामायण से सीखें प्रबंधन कौशल
Sadhana Path

धार्मिक ग्रंथ रामायण से सीखें प्रबंधन कौशल

प्रबंधन कौशल यानी मैनेजमेंट न केवल कार्यस्थल में अपितु घर में भी चाहिए होता है। तभी आप जीवन में तरक्की कर पाते हैं। यदि आप मैनेजमेंट में जरा भी कमजोर हैं तो बाल्मिकी रामायण को जरूर पढ़ें। निश्चितरूप से यह ग्रंथ आपका निर्देश करने में सहायक होगा।

time-read
4 Minuten  |
May 2024
बालों को गर्मी और धूप के नुकसान से बचाएं
Sadhana Path

बालों को गर्मी और धूप के नुकसान से बचाएं

गर्मी के मौसम में सूरज की पराबैंगनी किरणों से बालों को नुकसान पहुंचता है और बालों में रुरवापन बढ़ता है। कुछ बातों का ध्यान रखकर आप गर्मी के मौसम में भी बालों को सुंदर और रेशमी बनाये रख सकते हैं।

time-read
2 Minuten  |
May 2024
अपने खाने को पौष्टिक कैसे बनाएं
Sadhana Path

अपने खाने को पौष्टिक कैसे बनाएं

भोजन में सिर्फ स्वाद ही नहीं बल्कि पौष्टिकता भी होनी चाहिए। ऐसा करना बहुत मुश्किल नहीं है बस कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है। आइए जाने, कैसे -

time-read
4 Minuten  |
May 2024
प्रतिदिन 10 चीजों के सेवन से डायबिटीज रहे नियंत्रण में
Sadhana Path

प्रतिदिन 10 चीजों के सेवन से डायबिटीज रहे नियंत्रण में

मिठास ज़बान के लिए तो अच्छी चीज़ है, मगर स्वास्थ्य के लिए नहीं। सो, कैसे बचें शुगर के पेशेंट, यानी डायबिटिक होने से, आइए, जानें-

time-read
3 Minuten  |
May 2024
कैसे बचाएं अपने शिशु को घर के वायु प्रदूषण से
Sadhana Path

कैसे बचाएं अपने शिशु को घर के वायु प्रदूषण से

पढ़ने में अजीब लग रहा है न कि वायु प्रदूषण और घर के भीतर, लेकिन ये सच है कि हमारे बच्चे प्रदूषण की चपेट से आज घर के भीतर भी नहीं बच पाते हैं। इसी विषय में कुछ उपयोगी जानकारी-

time-read
5 Minuten  |
May 2024