“अरे, क्या बताऊं चिंकी. मैं अपनी पूंछ को ले कर बड़ा परेशान हूं. मैं चाहता हूं कि मेरी पूंछ तुम्हारी तरह दिखे. एकदम सुंदर, मखमल सी, बालों से भरी हुई. मुझे अपनी पूंछ बिलकुल भी अच्छी नहीं लगती," रैटी ने चिंता जाहिर करते हुए कहा.
“बस, इतनी सी बात. तुम्हारी पूंछ में बाल तो क्या फूल भी उग आएंगे, अगर तुम जंगल के नाई बियरी भालू के पास चले जाओ तो उस के पास एक से एक नुस्खे हैं. वह तुम्हारी पूंछ पर बालों की झाड़ी उगा देगा, चिंकी ने हंसते हुए कहा.
"अच्छा, क्या ऐसा हो सकता है. मेरी पूंछ पर भी बहुत सारे बाल उग सकते हैं. बड़ेबड़े चमकदार, सुंदर, सुनहरे,” रैटी उत्सुकता से बोला.
“हां, क्यों नहीं. बियरी के नुस्खे ने तो रिक्की गैंडे के सींगों पर भी बाल उगा दिए. पास की नदी में रहने वाली सोनपरी मछली के गंजे सिर पर बालों का गुच्छा बियरी के ही नुस्खे का कमाल है," चिंकी ने अपनी हंसी रोकते हुए कहा.
रैटी यह सुन कर बहुत खुश हुआ. वह उसी समय अपनी मखमली पूंछ का सपना देखने लगा. उस ने देखा, 'उस की पूंछ पर सुनहरे बाल उग आए हैं. वह अपनी पूंछ लहराता हुआ पूरे जंगल में घूम रहा है. सभी उसकी पूंछ की तारीफ कर रहे हैं. जंगल के सभी बच्चे उस की सुनहरी पूंछ को छूना चाहते हैं,' यह सब देखते हुए वह मुसकराने लगा.
"रैटी, अब मैं चलता हूं. तुम जल्द से जल्द बियरी के पास जाओ," यह कहता हुआ चिंकी वहां से चला गया.
Diese Geschichte stammt aus der April First 2024-Ausgabe von Champak - Hindi.
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