Versuchen GOLD - Frei
कीटनाशकों के सुरक्षित भंडारण एवं विवेकपूर्ण उपयोग का तरीका
Modern Kheti - Hindi
|15th July 2024
आधुनिक कृषि में कीटनाशकों का बहुत महत्व है। कीटनाशक उन रासायनिक या जैविक पदार्थों के मिश्रण को कहते हैं जो कि कीटों, बीमारियों व खरपतवारों आदि से फसलों को नुकसान से बचाने के लिए उपयोग किए जाते हैं।
पिछले कुछ दशकों में कई नए कीटनाशक बाजार में आए, जिन्होंने न केवल कृषि उत्पादन में वृद्धि की, बल्कि कुछ जानलेवा बीमारियों के रोकधाम में भी अहम भूमिका निभाई है। भारत में कीटनाशकों की कुल खपत विश्व की कुल खपत के मात्र 2 प्रतिशत है जबकि अनेक विकसित देशों में यह बहुत ज्यादा है। कीटनाशकों का असंतुलित प्रयोग न केवल प्रयोग करने वाले व्यक्ति बल्कि फसल, पर्यावरण, पानी व खाद्य पदार्थों पर भी पड़ता है। इसलिए इनके प्रयोग से संबंधित कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए तथा इन पर लिखे निर्देशों का पालन सही तरीके से करना चाहिए।
देश की निरंतर बढ़ती जनसंख्या के लिए खाद्यान्न की आवश्यकता की पूर्ति के लिए कृषि उत्पादन एवं पौध संरक्षण तकनीक की अहम भूमिका है। अधिक कृषि उत्पादन एवं नाशी जीवों से बचाव के लिए कृषि रसायनों, कीटनाशक, कवकनाशक, खरपतवारनाशक आदि रसायनों का प्रयोग जरुरी होता जा रहा है, लेकिन उपरोक्त के असंतुलिन एवं अव्यवहारिक प्रयोगों के गंभीर दुष्परिणाम
सामने आ रहे हैं, जैसे:-
पर्यावरण प्रदूषण, जल प्रदूषण, पौधों एवं जीवों पर दुष्प्रभाव आदि प्रकार के परिणाम सामने आते हैं।
उपरोक्त हानिकारक प्रभावों को देखते हुए आज कृषि उत्पादन बढ़ाने के साथ-साथ कीटनाशकों के सुरक्षित व विवेकपूर्ण प्रयोग की आवश्यकता है जिससे पर्यावरण और जीवों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े। आईये इस लेख के माध्यम से जानते हैं कि कीटनाशकों के सुरक्षित भंडारण व विवेकपूर्ण उपयोग के लिए किन बातों पर ध्यान रखना चाहिए।
कीटनाशक खरीदते समय निम्न बातों का ध्यान रखें :-
कीटनाशक कृषि विशेषज्ञों की सलाह से ही खरीदें। कीटनाशक वैधानिक पंजीकृत केंद्र से ही खरीदें। एक बार के प्रयोग हेतु ही रसायनों की उचित मात्रा लें। पैंकिंग पर बनाने व समाप्ति की तिथि, बैच नंबर, लेवल आदि मानकों का ध्यान रखें। खुले पैकेट न खरीदें।
कीटनाशकों के भंडारण से संबंधित सावधानियां :-
Diese Geschichte stammt aus der 15th July 2024-Ausgabe von Modern Kheti - Hindi.
Abonnieren Sie Magzter GOLD, um auf Tausende kuratierter Premium-Geschichten und über 9.000 Zeitschriften und Zeitungen zuzugreifen.
Sie sind bereits Abonnent? Anmelden
WEITERE GESCHICHTEN VON Modern Kheti - Hindi
Modern Kheti - Hindi
मक्का की बिजाई करने के लिए मेज़ प्लांटर
मक्का की बिजाई करने वाली मशीन, मेज़ प्लांटर को नेशनल एग्रो इंडस्ट्रीज़ की ओर से बनाया गया है।
1 min
15th November 2025
Modern Kheti - Hindi
घृतकुमारी का औषधीय योगदान एवं महत्व
कुमारी, गृह कन्या, घृतकुमारिका आदि, इसके पत्तों में छेद करने या दबाने पर लसलसा पदार्थ निकलता है।
3 mins
15th November 2025
Modern Kheti - Hindi
क्या जीनोम-संपादित धान की किस्में उचित हैं ?
देश के शीर्ष कृषि अनुसंधान संस्थान आईसीएआर (भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद) और कृषि मंत्रालय पर जीनोम-संपादित (जीनोम-एडीटेड) धान के परीक्षणों में वैज्ञानिक हेरफेर और बेईमानी के आरोप लगे हैं।
3 mins
15th November 2025
Modern Kheti - Hindi
गन्ना की खेती देखभाल और पैदावार
गन्ना एक प्रमुख व्यवसायिक फसल है, विषम परिस्थितियां भी इसकी फसल को बहुत अधिक प्रभावित नहीं कर पाती।
10 mins
15th November 2025
Modern Kheti - Hindi
खाद्य उत्पादन की बढ़ती मांग से धरती पर पड़ रहा है प्रभाव
इसमें कोई शक नहीं कि इंसानी सभ्यता ने अपने विकास के लिए प्रकृति का बड़े पैमाने पर दोहन किया है।
3 mins
15th November 2025
Modern Kheti - Hindi
टिकाऊ कृषि विकास के लिए भूमि सुधार आवश्यक ...
कृषि के मुख्यतः तीन प्रमुख स्तम्भ हैं-मिट्टी, पानी और बीज परंतु गत कुछ दशकों में परंपरागत कृषि तकनीकों जैसे अत्याधिक जुताई, रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के अंधाधुंध प्रयोग एवं जैविक खाद के कम उपयोग, इत्यादि के कारण मिट्टी की गुणवत्ता में बहुत गिरावट आई है।
8 mins
15th November 2025
Modern Kheti - Hindi
निराशा से समाधान तक कैसे भारत पराली जलाने की समस्या का कर सकता है अंत
पराली जलाने की समस्या का हल संभव है। समझदारी बरतते हुए अगले तीन वर्षों में इस लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। इस बारे में विस्तार से बता रहे हैं अरुणाभ घोष और कुरिंजी केमांथ
5 mins
15th November 2025
Modern Kheti - Hindi
अलसी की खेती से लाभ कमाएं
अलसी तेल वाली फसलों में दूसरी खास फसल है।
8 mins
15th November 2025
Modern Kheti - Hindi
क्रांतिकारी मॉडल विकसित करने वाले सफल किसा सीताराम निगवाल
मध्यप्रदेश के धार जिले के किसान सीताराम निगवाल ने 30 वर्षों के अनुभव से खेती का एक क्रांतिकारी मॉडल, विकसित किया है।
2 mins
15th November 2025
Modern Kheti - Hindi
भूमि क्षरण से बढ़ रहा कुपोषण
लगभग 1.7 अरब लोग ऐसे क्षेत्रों में रहते हैं जहां मानवीय कारणों से भूमि के क्षरण के चलते फसलों की पैदावार घट रही है।
2 mins
15th November 2025
Listen
Translate
Change font size

