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जीवन निश्चितता और अनिश्चितता का संयोजन है
Rishimukh Hindi
|April 2020
यह रोग से जुड़ा भय है जो व्यक्ति के पूरे सिस्टम को अशांत और कमजोर बना देता है ।एक साफ, भयमुक्त मन, शरीर पर चिकित्सीय प्रभाव डाल सकता है।
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जीवन में एक निश्चित बात यह है कि हर कोई एक दिन मरने वाला है ।इस वास्तविकता से कोई नहीं बच सकता।अंतर मात्र इतना है कि कुछ लोग जल्दी मरेंगे और कुछ थोड़ा बाद ।डॉक्टर भी मरता है और रोगी भी। राजा भी मरता है और नौकर भी ।यह ऐसा स्थान है जहां, हर कोई मरने वाला है।
Diese Geschichte stammt aus der April 2020-Ausgabe von Rishimukh Hindi.
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देवी की अनंत ज्योति
धर्मशाला से करीब ५० किलोमीटर दूर हिमाचल के शिवालिक की गोद में ज्वाला जीष्कांगड़ा जगह उपस्थित है। ज्वाला जी या ज्वालामुखी ऐसे ही अनूठे स्थानों में से एक हैं, जहां आग की लपटें जलती हुई रहती है , कहा से यह ज्ञात नहीं है जिस समय से यह जाना जाता है । नौ लपटें जवरात्रिके नौ देवी के रूप को दर्शाती हैं। ये लपटें सदियों से जल रही हैं, बिना रोके एवम बिना किसी ईधन के -देवी की शाश्वत ज्वाला।
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