Gambhir Samachar - May 16, 2021
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news magazine which covers various type of matters.
बाज़ीगर
ममता बनर्जी ने न जाने किस मुहूर्त में बोला था कि 'खेला होबे' और पश्चिम बंगाल में खेल खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है. ममता बनर्जी ने वैसे तो चुनावों में अरविंद केजरीवाल के हनुमान चालीसा पढ़ने की तरह चंडी पाठ किया था, लेकिन लगता है खेला होबे बोलते वक्त सरस्वती उनकी जबान पर बैठ गयी थीं. ममता बनर्जी ने इस्तेमाल तो दो ही शब्द किये थे खेला होबे, लेकिन उसका अर्थ और असर दोनों ही व्यापक रहा है. हो सकता है ममता बनर्जी ने अपनी रणनीतियों को इन दो लफ्जों के जरिये शेयर किया हो, लेकिन वो ये अंदाजा नहीं लगा पायीं कि खेल कभी एकतरफा नहीं होता. दोनों ही पक्ष खेलते हैं और तभी हार जीत का फैसला होता है. जीत और हार की बात छोड़ भी दें, तो ये तो होता ही है कि दोनों पक्ष एक दूसरे के खिलाफ नतीजे को अपने पक्ष में करने के लिए पूरी ताकत झोंक देते हैं. और इस खेल की बाजी ममता हार कर भी जीत गई और आज की बागीगर बनीं.
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ममता हैं'आज' और राहुल हैं कल के नेता
सोनिया करें सच का सामना
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हिमता बिस्व सरमा- बीजेपी के नये पॉलिटिकल टूलकिट के सैंपल!
हिमंता बिस्व सरमा उन नेताओं के लिए रोल मॉडल बन गये हैं, जो अपनी मातृसंस्था छोड़ कर बीजेपी ज्वाइन कर चुके हैं या फिर जहां भी हैं वहीं से ऐसा करने की सोच रहे हैं. वकालत के पेशे से 15 साल कांग्रेस और 5 साल बीजेपी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहने के बाद असम के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने जा रहे, हिमंता बिस्व सरमा सपनों के उड़ान का खुशनुमा एहसास लगते हैं, सपनों को हकीकत में बदलने वाली कामयाबी की दास्तां लगते हैं और अपने जैसे तमाम नेताओं के लिए उम्मीदों की नयी किरण बिखेर रहे हैं.
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क्राउड फंडिंग से गांव में ऑक्सीजन प्लांट लगाने की मुहिम
ग्रामीण क्षेत्रों में फैल रहे कोविड-19 संक्रमण ने राज्यों का सिरदर्द बढ़ा दिया है. गांवों में कोरोना संक्रमण नियंत्रण की जिम्मेदारी स्थानीय सरकार यानी पंचायतों के हाथ में सौंपने की कवायद शुरू की गई है. वहीं, इस बीच कुछ विधायक क्राउड फंडिंग के जरिए भी ग्रामीण क्षेत्रों के लिए व्यवस्था करने पर लगे हैं.
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पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव केंद्र के प्रति डगमगाता विश्वास
लोकतंत्र है और चुनावों में हार जीत तो चलती ही रहती है लेकिन 2017 में विधानसभा की 3 सीटें और फिर 2019 में लोकसभा की 18 सीटों से बढ़ते हुए बीजेपी का आंकड़ा 2021 के विधानसभा चुनावों में 70 के पार कर गया है. इसलिए ये तो साफ है कि बंगाल में खेल अभी खत्म नहीं हुआ है. बीजेपी ने बंगाल में अपनी जड़ें मजबूत कर ली हैं.
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चाय बागानों में अपने बच्चों को खोती माएं
पश्चिम बंगाल के चाय बागानों में काम करने वाले कुल कर्मचारियों में से लगभग 50% महिलाएँ हैं. चाय बागान में काम कर रही महिलाओं के पास मातृत्व सुविधाएँ, शिशु गृह की सुविधा, अवकाश, उचित दिहाड़ी, सुलभ शौचालय, पीने का पानी, नजदीकी अस्पताल और अन्य कई मूलभूत सुविधाएँ उपलब्ध नहीं हैं.
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फ्रांस में गृह युद्ध की चेतावनी
फ्रांस में प्रकाशित एक खुला खत काफी चर्चाएं बटोर रहा है. इस पर 1.30 लाख लोगों ने हस्ताक्षर किए हैं और यह खत चेतावनी दे रहा है कि देश में गृह युद्ध का खतरा है. यह संदेश फ्रांस की एक दक्षिणपंथी पत्रिका में प्रकाशित हुआ है और इसमें फ्रांस सरकार पर कट्टरपंथी मुसलमानों को 'रियायत' देने का आरोप लगाया गया है. पत्र में लिखा है, 'यह हमारे देश के जीवित रहने के लिए है.' इसके साथ ही कहा गया है कि यह पत्र अनाम जवानों ने लिखा है और जनसमर्थन की अपील की है.
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कोरोना संकट- पाक पीएम का भारत के प्रति रवैया
कोरोना की दूसरी लहर के कारण भारत में जो कुछ हो रहा है उसे सारी दुनिया ने देखा. सारी दुनिया आज इस संकट में भारत के साथ खड़ी है. भारत को दुनिया के विभिन्न देशों से मदद भी मिल रही है.
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शिक्षा@ लॉकडाउन!
बीते साल भी मार्च के अंतिम सप्ताह से देशव्यापी लॉकडाउन से जो समस्याएं कोविड-19 को लेकर आरंभ हुई वह साल बीतने के बाद भी और भयावह होती हुई सामने है. जहां आर्थिक गतिविधियां न केवल देश की बल्कि पूरी दुनिया की ठप रही. कई अन्य चीजें एकदम से ठहर सी गई वहीं छात्रों के जीवन में भी ठहराव आ गया.
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हाईवे- प्लास्टिक से बन रही सड़कें!
नई दिल्ली की एक सड़क पर रोजाना अनगिनत कारें, कई टन प्लास्टिक की थैलियों, बोतलों के ढक्कनों और इधर-उधर यूं ही फेंक दिए गए पॉलिस्टरिन कपों से होकर गुजरती हैं. इस सड़क पर गाड़ी चलाता हुआ ड्राइवर एक ही किलोमीटर में कई टन प्लास्टिक के कचरे से होकर गुजरता है. लेकिन उसे इस यात्रा के दौरान कोई गंदगी नहीं दिखती. न तो सड़क पर प्लास्टिक फैला मिलता है न कहीं से कोई बदबू आती है. दरअसल वह एक ऐसी सड़क से गुजर रहा होता है, जो प्लास्टिक से बनी हुई है.
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Gambhir Samachar Magazine Description:
Verlag: Mohta Publishing
Kategorie: News
Sprache: Hindi
Häufigkeit: Fortnightly
Gambhir Samachar is a News & Education magazine which cover the day to day political as well as cultural affairs of India
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