साल का सब से प्यारा और खुशनुमा होता है फरवरी का महीना जब कड़ाके की ठंड की चपेट से निकल कर युवा अपनी दिली इच्छा अपने लव्ड वन के साथ बांटने की कोशिश करते हैं और ऐसे में आता है वैलेंटाइन डे, जो हर साल 14 फरवरी को मनाया जाता है.
वैलेंटाइन डे की शुरुआत 7 फरवरी यानी 'रोज डे' से हो जाती है. लेकिन इसे 14 फरवरी तक किसी न किसी रूप में प्रेमी जोड़े मनाते रहते हैं जिस में आउटिंग से ले कर खानपान सब शामिल होता है. हालांकि यह कौन्सैप्ट विदेशों से आया हुआ माना जाता है लेकिन प्यार की न तो कोई सीमा होती है न बंधन. प्यार किसी रिश्ते में तब तक होता है जब तक उस की मिठास व्यक्ति के दिल में रहती है.
इस फैस्टिवल को सब से अधिक आज की युवा आबादी मनाती है और उन के लिए यह एक सही समय होता है जब वे अपने दिल की आवाज किसी से शेयर कर सकते हैं. इसे यादगार और खूबसूरत बनाने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि चेहरे की ग्लो से पूरा वातावरण चमक उठे.
सर्दी के मौसम के बाद त्वचा, केश और चेहरे बेजान लगने लगते हैं. ऐसे में ब्यूटी पार्लर का रुख करना सही होता है ताकि आप का चेहरा फिर से खिल उठे. वैलेंटाइन डे पर हर कोई खूबसूरत और अलग नजर आना चाहता है. लड़केलड़कियां सभी अपने हिसाब से स्पैशल दिखने की कोशिश में खरीदारी, खुद की स्टाइलिंग आदि सब अपने सीमित बजट के अनुसार करते हैं. साथ ही, इस समय पार्लर्स भी तरहतरह के लुभावने हेयर और स्किन ट्रीटमैंट पैकेज उपलब्ध कराते हैं.
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वायरल रील्स
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आयुषी खुराना - हौट लुक के सहारे
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नोरा फतेही का कैरियर अभी तक अपने डांस और आइटम नंबरों पर ही बेस्ड रहा है. ऐक्टिंग में उन्हें सीमित भूमिकाएं ही मिली हैं. ऐक्टिंग के लिए उन्हें रखा भी नहीं जाता. शो पीस जैसी दिखाई देती हैं वे. लुक्स और ग्लैमर पर निर्भर उन का कैरियर बौलीवुड में अपने पैर नहीं जमा सकता.
सोशल मीडिया में धर्मप्रचारकों के टारगेट में युवतियां
सोशल मीडिया पर धर्मप्रचारकों व कथावाचकों की रील्स खूब ठेली व देखी जाती हैं. इन कथावाचकों की अधिकतर टिप्पणियां युवतियों व महिलाओं पर होती हैं. यह नैतिक शिक्षा के नाम पर समाज को सैकड़ों साल पीछे धकेलने की साजिश है.
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डिजिटलीकरण के दौर में गायब हुए नुक्कड़ नाटक
एनएसडी और एफटीआईआई जैसे संस्थानों में पढ़ने वाले छात्र भी अब बड़ेबड़े घरानों से आने लगे हैं. यहां सरकार का दखल भी बढ़ गया है. छात्र अब नुक्कड़ नाटकों में दिलचस्पी नहीं दिखाते.
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