इस पुस्तक को उठाते समय आपके मन में संभवतः यही पहला सवाल उठा होगा कि एक इनसान, जो कि बिना अंगों के पैदा हुआ हो, वह ईश्वर का हाथ व पैर कैसे बन सकता है?
मैं मानता हूँ, कृपया हाथ नीचे कर लें कि यह अपने आप में बहुत अच्छा सवाल है। जब मैं विकसित हो रहा था, तब मैं भी खुद से यही सवाल अनगिनत बार करता रहता था। बिना अंगोंवाले इनसान को धरती पर जीवित रखकर ईश्वर का कौन सा उद्देश्य पूरा हो सकता है?
तो आप कल्पना कर सकते हैं कि इस सवाल का जवाब मुझे अविला की संत टेरेसा के ऊपर के कथन से मिला और इसका मुझ पर काफी गहरा असर पड़ा। उनके शब्दों ने मेरी जिज्ञासाओं को शांत किया और मुझे प्रेरणादायक वक्ता एवं ईसाई रोल मॉडल बनने के मेरे उद्देश्य को पूरा करने के क्रम में तमाम कदमों की दिशा तय की, ताकि मैं आस्था से जुड़ी बातें दूसरों से साझा कर सकूँ। मैं सबकुछ नहीं कर सकता, लेकिन मैं इतना जरूर कर सकता हूँ कि लोगों को विवश करूँ कि वे ईश्वर का घर भर दें। ईसाई होने के नाते हम सभी का यह फर्ज बनता है, हम सभी का।
इस सच्चाई की पुष्टि कि हम कौन हैं, इसी से तय होती है कि हम दैनिक जीवन में कैसे रहते हैं? अगर आप दूसरों पर अपना प्रभाव छोड़ना चाहते हैं तो सबसे महत्त्वपूर्ण बात यह कि आपको उन सिद्धांतों, विशिष्टताओं और विश्वास के ज्वलंत उदाहरण के तौर पर नजर आना होगा, जिनकी आप वकालत करते हैं। ईसाइयों के लिए खासतौर पर यह सच है। अपनी आस्थाओं को साझा करने का सबसे अच्छा तरीका यही है कि आप उनको किसी कीमत पर न छोड़ें, चाहे आप कितने ही दबाव में हों, यहाँ तक कि जब चुनौतियाँ बढ़ें और एक के बाद एक कठिनाई आप पर हावी होने लगे, उस दौरान भी आपका मन न डिगे।
هذه القصة مأخوذة من طبعة December 2022 من Samay Patrika.
ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 8500 مجلة وصحيفة.
بالفعل مشترك ? تسجيل الدخول
هذه القصة مأخوذة من طبعة December 2022 من Samay Patrika.
ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 8500 مجلة وصحيفة.
بالفعل مشترك? تسجيل الدخول
इज़रायल-फ़िलिस्तीन संघर्ष और उसकी जटिल सामाजिक-मानवीय परिणतियों का गहन अध्ययन
यह पुस्तक इज़रायल-फ़िलिस्तीन संघर्ष और उसकी जटिल सामाजिक-मानवीय परिणतियों का गहन अध्ययन प्रस्तुत करती है। इसमें कहानियों, कविताओं, साहित्यिक-राजनीतिक लेखों, साक्षात्कारों और टिप्पणियों का संग्रह है जो इस संघर्ष के विभिन्न पहलुओं को उजागर करते हैं।
'प्रतिदिन दो नई पुस्तकें प्रकाशित कर रहा है प्रभात प्रकाशन'
प्रभात प्रकाशन विभिन्न विधाओं की पुस्तकें प्रकाशित करता है, जैसे-रंगीन बाल साहित्य, प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं-यू.पी.एस.सी., एस.एस.सी., बैंकिंग, रेलवे इत्यादि की पुस्तकें। फिक्शन और नॉन-फिक्शन, जिनमें धन प्रबंधन, शेयर मार्केट, मन शरीर व आत्मा, प्रेरणादायक जीवनियाँ और आत्मकथाएँ, व्यक्तित्व विकास, व्यवसाय, राजनीति आदि की पुस्तकें शामिल हैं। प्रभात प्रकाशन प्रा. लि. के निदेशक, पीयूष कुमार से खास बातचीत....
भारतीय गाँवों का जीवन, प्रेम और संस्कृति
'शामली में ठहरा वक़्त और अन्य कहानियाँ' रस्किन बॉण्ड की कल्पनाशीलता और उनके व्यक्तिगत जीवन के अनुभवों का अद्भुत संगम है
आलसी आदमी के लिए क्रिएटिव समस्या समाधान
इयान एटकिंसन का कहना है कि समस्याओं का समाधान केवल हल नहीं, बल्कि उन्हें नवप्रवर्तन और प्रगति की सीढ़ी बनाएं
प्रेम-सम्बन्ध को नए और प्रासंगिक ढंग से प्रस्तुत करता नाटक
अमृता प्रीतम और इमरोज़ के
स्वयंसेवकों की निष्ठा और संघ के प्रति समर्पण
इस किताब में डॉ. हेडगेवार के जीवन, संघ की स्थापना, गुरु जी गोलवलकर का संघ के विस्तार में योगदान और संघ पर प्रतिबन्ध के बाद उनके और सरदार पटेल के बीच हुए पत्र-व्यवहार और संघ के संविधान के निर्माण और इसके आनुषंगिक संगठनों की जानकारी उपलब्ध कराने की कोशिश की गयी है
सोन चिरैया कभी भारत के एक बड़े भू-भाग में निवास करती थी
क्यों भारत के सबसे बड़े पक्षियों में शामिल गोडावण को विलुप्ति के कगार पर पहुँचना पड़ा?
छोटे से कलेवर में बड़ा वृत्तान्त रचता उपन्यास
इस उपन्यास में 'नीली' है। रंगहीन बीमार आँखों से रंग -बिरंगी दुनिया देखने की कोशिश करती, स्लीप पैरालिसिस जैसी बीमारी से जूझती नीली, जिसके लिए चारों ओर बहता जीवन, बाहर से निरोग और चुस्त दिखता जीवन अपना भीतरी क्षरण उधेड़ता चला जाता है।
इस संग्रह में सब तरह की औरतें मौजूद हैं
खास किताब - कमाल की औरतें
महान वक्ता बनने का सूत्र शब्दों का जादू
डेल कारनेगी की पुस्तक 'अच्छा बोलने की कला और कामयाबी' के माध्यम से आप बातचीत कौशल में सुधार कर सकते हैं और महान वक्ता बनने की कड़ी मेहनत में नई ऊँचाइयों तक पहुँच सकते हैं।