
Bhugol aur Aap
जलवायु अस्थिरता और भारत में श्रम प्रवासन
जलवायु-प्रेरित प्रवासन ने श्रम प्रशासन के लिए नई उभरती चुनौतियों को सामने रखा है। पहले से मौजूद क्षेत्रीय असमानताएं, मौजूदा गरीबी स्तर, बिखरे हुए और मौजूदा श्रम कानूनों की आंशिक प्रकृति, आदि हमें जलवायु प्रवासियों की कमजोर स्थितियों के और बदतर होने के बारे में सचेत करते हैं।
1 min |
August - September 2020

Bhugol aur Aap
भारत में सड़क अवसंरचना
सड़क परिवहन को भारत में अवसंरचना का आधार कहा जा सकता है। इसके कई कारण भी हैं। परिवहन अवसंरचना की अपर्याप्तता से कच्चे माल की आपूर्ति करने तथा तैयार माल की बाजार स्थल तक लाने व ले जाने दोनों ही मामलों में अवरोध उत्पन्न होते हैं।
1 min |
August - September 2020

Bhugol aur Aap
जूम वीडियोकॉन्फ्रेंसिंग ऐप पर विवाद
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 16 अप्रैल, 2020 को जूम वीडियोकॉन्फ्रेंसिंग ऐप के इस्तेमाल के बारे में दो पृष्ठों का परामर्श जारी किया। यह परामर्श मंत्रालय के अधीन 'साइबर कोऑर्डिनेशन सेंटर' (साइकॉर्ड) ने जारी किया और 'इंडियन कंप्यूटर इमर्जेंसी रिस्पांस टीम' (सीईआरटी-इन) का हवाला दिया गया।
1 min |
August - September 2020

Bhugol aur Aap
भारत में जाति व्यवस्था की प्राचीनता और निरंतरता: एक दलित परिप्रेक्ष्य
हजार वर्षों से अधिक समय से भारत में जाति व्यवस्था क्यों जारी है, यह एक ऐसा सवाल है जो बहुतों को चकित करता है। इसे समझने के लिए हमें अपने अतीत पर ध्यान देना होगा और जानना होगा कि पीढ़ी दर पीढ़ी इसे कैसे हस्तांतरित किया जाता रहा है। ज्यादातर लोग जो इससे इंकार करते हैं, वे व्याख्या करते हैं कि यह केवल विवाह में एक भूमिका निभाती है। तो क्या सजातीय विवाह जाति व्यवस्था के बनाये रखने के लिए एकमात्र सबसे बड़ा कारक नहीं है? इसलिए इस प्रणाली को जीवित रखने वाले कारकों पर फिर से प्रकाश डालने की जरूरत है और यह जानने की भी जरूरत है कि वे कौन से कारक हैं जो आज भी इसे पोषण प्रदान कर रहे हैं? जाति व्यवस्था की अभिव्यक्ति और इससे जुड़ी असमानता और हिंसा काफी व्यापक हैं।
1 min |
August - September 2020

Bhugol aur Aap
मध्यम वर्ग-बिना किसी वर्ग का एक वर्ग
यदि कोई एक चीज जो भारत में 'वर्ग' के प्रश्न को चरितार्थ करता है, वह है मध्यम वर्ग का लेबल लगना व इसमें शामिल होने की आकांक्षा। यही अवधारणा मध्यम वर्ग की श्रेणी को एक सर्व-विस्तारवादी बनाता है और कुछ हद तक एक मिश्रित थैला भी। इस उभरा हुआ और विकृत मध्यम वर्ग के परिणामस्वरूप, इसके नीचे के बहुत कम परिभाषित या सीमांकित निम्न या कामकाजी वर्ग को ढक लेने की तथा इससे ऊपर के विशेषाधिकार प्राप्त मलाईदार ऊपरी वर्ग से ध्यान हटाने की प्रवृत्ति रही है। अपनी अस्पष्टता के संदर्भ में भारत में 'वर्ग' प्रश्न की भ्रामक प्रकृति, अंतर-पारस्परिकता के कारण जाति रूपी एक अन्य बदनुमा स्तरीकरण की वजह से जटिल हो जाती है।
1 min |
August - September 2020

Bhugol aur Aap
भारत में पंचायती राजः विकास व मुद्दे
हालांकि आधुनिक भारत में पंचायती राज की औपचारिक शुरूआत 2 अक्टूबर, 1959 को मानी जाती है जब भारत के प्रथम प्रधानमंत्री श्री जवाहर लाल नेहरू ने राजस्थान के नागौर में भारत की प्रथम पंचायती राज प्रणाली का उद्घाटन किया। परंतु स्थानीय निकाय शासन प्रणाली भारत में नई व्यवस्था नहीं है वरन् प्राचीन काल से ही इसकी परंपरा रही है।
1 min |
October - November 2020

Bhugol aur Aap
क्यों हमें चमगादड़ को नहीं बल्कि मानव को जिम्मेदार मानना चाहिए?
इस बात की आशंका जतायी जा रही है कि नोवेल कोरोनावायरस का प्राकृतिक मेबजान चमगादड़ है और फिर चमगादड़ से यह सीधे मानव में या किसी अन्य जानवर के माध्यम से मानव में संक्रमित हुआ। फिर भी कई वैज्ञानिक, चमगादड़ से मानव में इस बीमारी के संक्रमण के लिए चमगादड़ के बजाय मानव को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
1 min |
October - November 2020

Bhugol aur Aap
भारत में नए रामसर स्थल सूची एवं विवरण
अक्टूबर 2020 की स्थिति के अनुसार भारत में रामसर आद्रभूमि की संख्या 39 है। वर्ष 2019 एवं 2020 में भारत में 13 नए रामसर स्थल घोषित किये गये हैं। यहां नये रामसर स्थलों की सूची दी गई है।
1 min |
October - November 2020

Bhugol aur Aap
कृषि विधेयक क्यों हो रहा है विरोध?
कृषि क्षेत्र में निजी निवेश बढ़ाने तथा किसानों को अपनी पसंद की जगह पर फसल बेचने की अनुमति देने संबंधी तीन कृषि विधेयकों को संसद् ने पारित कर दिया। राष्ट्रपति से इन विधेयकों को अनुमति मिलने के पश्चात यह कानून बन गया है।
1 min |
October - November 2020

Srote
चींटियां कई जंगली पौधे उगाती हैं
एक पोषणचींटयां कई जंगली पौधों के बीज फैलाती हैं। इस सेवा के बदले में पौधे चींटियों के लिए अपने बीज के आवरण पर ग-युक्त हिस्सा, इलेयोसम, जोड़ देते हैं। यह न सिर्फ चींटियों के बच्चों के लिए पोषण उपलब्ध कराता है बल्कि इसकी मदद से चींटियों को बीजों को पकड़ने में भी मदद मिलती है। लेकिन इकोलॉजिकल सोयायटी ऑफ अमेरिका की ऑनलाइन वार्षिक बैठक में यह बात सामने आई है कि बीज और चींटियों के बीच रिश्ता इस लेन-देन से अधिक है।
1 min |
October 2020

Srote
डायनासौर भी कैंसर का शिकार होते थे
डायनासौर पर अध्ययन करते हुए जीवाश्म वैज्ञानिकों को डायनासौर की एक विकृत हड्डी का जीवाश्म मिला था। यह हड्डी एक सींग वाले शाकाहारी सेंट्रोसौरस के पैर के निचले हिस्से की फिबुला हड्डी थी। यह जीव लगभग 7.6 करोड़ वर्ष पहले वर्तमान के दक्षिणी अल्बर्टा (कनाडा) में पाया जाता था | इस स्थान पर आजकल एक डायनासौर पार्क है।
1 min |
October 2020

Srote
भारत में विज्ञान के क्षेत्र में महिलाओं की स्थिति
भारत में विज्ञान के क्षेत्र में महिलाएं विषय पर अधिकांश साहित्य, विज्ञान में महिलाओं की अनुपस्थिति' ही दर्शाता है जबकि अब हालात ऐसे नहीं हैं। उपलब्ध प्रमाणों के व्यापक विश्लेषण के आधार पर यह आलेख बताता है कि विज्ञान के क्षेत्र में महिलाओं की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है, हालांकि अलग-अलग विषयों में स्थिति काफी अलग-अलग है। अलबत्ता, विज्ञान के क्षेत्र में भले ही महिलाओं की संख्या बढ़ी है, लेकिन अब भी उन्हें रुकावटों का सामना करना पड़ता है। इस प्रकार से लिंग-आधारित ढांचा बरकरार है और वैज्ञानिक संस्थानों को आकार देता है । आलेख का तर्क है कि संस्थानोंसंगठनों के मौजूदा मानदंडों और मानसिकता में बदलाव लाए बिना महिला समर्थक नीतियां शुरू करना प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है।
1 min |
October 2020

Srote
सोने से भी महंगा उल्का पिंड
23 अप्रैल 2019 की रात करीब नौ बजे कोस्टा रिका के आसमान में नारंगी-हरी रोशनी फूटी।
1 min |
October 2020

Srote
हर बच्चा वैज्ञानिक है
हाल ही में एम.एस. स्वामीनाथन रिसर्च फाउंडेशन द्वारा "लचीले खाद्य, पोषण और आजीविका के लिए विज्ञानः समकालीन चुनौतियां' विषय पर एक वर्चुअल कसंल्टेशन आयोजित किया गया था। इसमें कैलिफोर्निया युनिवर्सिटी के ब्रूस एल्बर्ट्स ने विज्ञान शिक्षा पर बहुत ही प्रासंगिक व्याख्यान दिया। व्याख्यान का विषय था विज्ञान संप्रेषण | यह विषय हमारे यहां निकट भविष्य में लागू की जाने वाली नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के संदर्भ में विशेष रूप से प्रासंगिक है।
1 min |
October 2020

Srote
उपकरणों से बिखरती ऊष्मा का उपयोग
रेफ्रिजरेटर, बॉयलर और यहां तक कि बल्ब अपने आसपास के वातावरण में निरंतर ऊष्मा बिखेरते हैं। सैद्धांतिक रूप से इस व्यर्थ ऊष्मा को बिजली में परिवर्तित किया जा सकता है। गाड़ियों के इंजिन और अन्य उच्च-ताप वाले स्रोतों के साथ तो ऐसा किया जाता है लेकिन इस तकनीक का उपयोग घरेलू उपकरणों के लिए थोड़ा मुश्किल होता है क्योंकि ये काफी कम ऊष्मा छोड़ते हैं।
1 min |
November 2020

Srote
किराए की मधुमक्खियां
पांच बड़े-बड़े ट्रक अमेरिका के उत्तरी केरोलिना में ब्लूबेरी फार्म पर आकर रुकते हैं। तारपोलिन को हटाते ही एक के ऊपर एक जमे लगभग पांच सौ डिब्बों में से भिनभिनाहट सुनाई पड़ती है। प्रत्येक डिब्बे में लगभग 20,000 मधुमक्खियां हैं। फार्म के मालिक ने इन एक करोड़ मधुमक्खियों को किराए पर बुलाया है। मई का महिना यहां परागण का समय है और आसपास के सभी बागानों में मधुमक्खियों के ट्रक आ रहे हैं।
1 min |
November 2020

Srote
जैविक मुद्रण की मदद से अल्सर का इलाज
आमाशय के अल्सर या आहार नाल के अन्य घावों से कई लोग पीड़ित होते हैं। इलाज के पारंपरिक तरीकों के साथ कुछ ना कुछ समस्याएं हैं। अब वैज्ञानिकों ने जैविक मुद्रण की मदद से अल्सर के उपचार का रास्ता सुझाया है।
1 min |
November 2020

Srote
पृथ्वी पर इतना पानी कहां से आया?
पृथ्वी पर जा-ब-जा मौजूद पानी जीवन के लिए अनिवार्य भी है और वैज्ञानिकों की चिंता का मसला भी कि पृथ्वी पर इतना पानी आया कहां से क्या पानी पृथ्वी के बनने के समय से मौजूद है, या पृथ्वी सूखी बनी थी और पानी से समृद्ध किसी बाहरी पिंड/पिंडों के टकराने के बाद पृथ्वी पर पानी आया? और अब साइंस पत्रिका में प्रकाशित एक नया अध्ययन यह संभावना जताता है कि पृथ्वी पर पानी यहीं उपस्थित मूल निर्माणकारी पदार्थों से आया है।
1 min |
November 2020

Srote
सूचना एवं संचार टेक्नॉलॉजी के प्रमुख पड़ाव
जिन दिनों मैं स्कूल में पढ़ा करता था उन दिनों कंप्यूटर एक गैराज के बराबर जगह घेरने वाली मशीन थे, जिनका उपयोग सिर्फ इंजीनियर करते थे। अब 50 वर्षों बाद, मैं और 50 करोड़ अन्य भारतीय मोबाइल स्मार्ट फोन के रूप में इसे अपनी जेब में रख सकते हैं! यह क्रांति कैसे हुई?
1 min |
November 2020

Srote
हमिंगबर्ड की जीवन-रक्षक तंद्रा
ऊंचे एंडीज़ पर्वतों पर पाई जाने वाली हमिंगबर्ड की प्रजातियां वहां कुल्फी जमा देने वाली ठंड का सामना करती हैं। ये नन्हीं और फुर्तीली हमिंगबर्ड ठंड से बचने के लिए विचित्र रास्ता अपनाती हैं। वे अपने शरीर का तापमान रात में कम कर लेती हैं। और अब हालिया अध्ययन में पता चला है कि बर्फीली रातों में जीवित बचने के लिए ये अपने शरीर का तापमान सामान्य की तुलना में 33 डिग्री सेल्सियस तक कम कर सकती हैं।
1 min |
November 2020

Down To Earth
Foggy superstructure
It is unclear how the new commission on air pollution will fit in the federal framework, but its formation asserts the role of the executive and limits the judiciary
9 min |
November 16, 2020

Down To Earth
REPEAT ATTACK
Kerala’s struggle with the second wave of COVID-19 should serve as a warning to other states
5 min |
November 16, 2020

Down To Earth
Third tier or third wheel?
Newly constituted District Development Councils in Jammu and Kashmir have triggered fears of dilution of grassroots democracy in the Union Territory
4 min |
November 16, 2020

Down To Earth
Fingers crossed
Undoing the damage caused by Donald Trump may be Joe Biden’s first step, but the climate challenges that the US faces today are daunting
5 min |
November 16, 2020

Down To Earth
Digest - IN FRONT-COVID WARRIOR
Priyanka Shukla and her friends fought the administration to provide assistance to informal workers in Chhattisgarh during the lockdown
7 min |
November 16, 2020

Down To Earth
Checkmate, again?
THE NEXT PANDEMIC IS NOT FAR AWAY
3 min |
November 16, 2020

Down To Earth
An alien gone native
TREE TOMATOES FROM NAGALAND ARE A WORTHY SUBSTITUTE FOR THE REGULAR ONES
4 min |
November 16, 2020

Down To Earth
AGE OF VIRUS
The much-scorned, dreaded biological entities are also the highly misunderstood beings
10+ min |
November 16, 2020

Down To Earth
New Light On Dark Matter
Scientific research is unearthing new understanding on an old mystery
6 min |
November 16, 2020

NAMADHU ARIVIYAL
மூளை நலமாக இருக்க!
அறிவு மூளையோடு சம்பந்தப்பட்டதால் உனக்கெல்லாம் அறிவு இருக்கா?" என்று கேட்பதற்குப் பதிலாக "உனக்கெல்லாம் மூளை இருக்கா?” என்று கேட்போர் உண்டு.
1 min |