يحاول ذهب - حر
भारत में बीज बैंकिंग एक महत्वपूर्ण कदम
15th March 2025
|Modern Kheti - Hindi
बीज बैंक में संरक्षित बीजों का चयन उनके विशेष गुणों के आधार पर किया जाता है, जैसे उच्च उपज क्षमता, कीट-व्याधि के विरूद्ध सहनशीलता/प्रतिरोधकता, सूखे या अधिक तापमान के प्रति सहनशीलता, प्रतिकूल मौसम में भी उत्पादन क्षमता आदि।
इस प्रकार के बीज बैंक को जीन बैंक कहना अधिक उपयुक्त होगा। बीज विविधता जलवायु, बदलती स्थानीय परिस्थितियां और उपभोक्ताओं की खान-पान की आदतों के अनुसार फसलोत्पादन की क्षमता में वृद्धि करती है। फसल विविधता के बिना आने वाली पीढियों के पास अपनी आवश्यकतानुसार खेती करने की क्षमता नहीं होगी और किसानों के पास फसल चयन के सीमित विकल्प ही रहेंगे। भारत के दूसरे सीड वॉल्ट की स्थापना के लिए बजट 2025 में प्रावधान स्वागत योग्य है। इस महत्वपूर्ण विषय पर प्रकाश डाल रहे हैं कृषि वैज्ञानिक डॉ. संदीप शर्मा।
जीन बैंक : भविष्य की खाद्य सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम
हाल ही में प्रस्तुत बजट 2025 में कृषि को देश के विकास का प्रमुख इंजन बताया गया है। इस बजट प्रस्ताव में कृषि को विकसित भारत का एक महत्वपूर्ण घटक दर्शाते हुए अनेक कल्याणकारी योजनाएं प्रस्तावित की गई हैं। इनमें फसल उत्पादकता वृद्धि को प्राथमिकता देते हुए टिकाऊ खेती की आवश्यकता, कटाई उपरांत होने वाली हानि को कम करना, सिंचाई सुविधा में वृद्धि तथा कृषक ऋण सुविधा के सरलीकरण पर विशेष ध्यान देकर लगभग 1.7 करोड़ किसानों को लाभान्वित करने का लक्ष्य रखा है।
जीन बैंक का महत्व
कृषि फसलों के बीज की महत्ता से हम अच्छी तरह से परिचित हैं। खेती का मूल आधार और मूल मंत्र बीज है। उत्तम गुणवत्ता का बीज सामान्य बीज की अपेक्षा 20 से 25 प्रतिशत अधिक उपज देने में सक्षम होता है। एक प्रचलित कहावत है- 'जैसा बोओगे वैसा काटोगे'। अतएव अच्छा बीज अधिक उत्पादन में महत्वपूर्ण आदान है।
जीन बैंक क्या है?
भविष्य में खाद्य फसलों के बीजों के संरक्षण के लिए बीज बैंकों का प्रावधान वैश्विक स्तर पर किया गया है। बीज बैंक एक ऐसी सुविधा है जिसमें भविष्य के लिए खाद्य फसलों की आनुवंशिक विविधता को संरक्षित करने के लिए बीजों को तापमान, आर्द्रता और प्रकाश की नियंत्रित स्थितियों में संग्रहीत किया जाता है।
जीन बैंक का इतिहास
बीज बैंक बनाने का विचार सर्वप्रथम एक रुसी वनस्पति शास्त्री निकोलाइ वाविलोव द्वारा किया गया। वाविलोव ने सन् 1921 में रुस के एक शहर सेंट पीटर्सबर्ग में प्रथम बीज बैंक की स्थापना की थी जिसमें गेहूं और सेम जैसी फसलों के बीजों का संग्रहण किया।
هذه القصة من طبعة 15th March 2025 من Modern Kheti - Hindi.
اشترك في Magzter GOLD للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة، وأكثر من 9000 مجلة وصحيفة.
هل أنت مشترك بالفعل؟ تسجيل الدخول
المزيد من القصص من Modern Kheti - Hindi
Modern Kheti - Hindi
मक्का की बिजाई करने के लिए मेज़ प्लांटर
मक्का की बिजाई करने वाली मशीन, मेज़ प्लांटर को नेशनल एग्रो इंडस्ट्रीज़ की ओर से बनाया गया है।
1 min
15th November 2025
Modern Kheti - Hindi
घृतकुमारी का औषधीय योगदान एवं महत्व
कुमारी, गृह कन्या, घृतकुमारिका आदि, इसके पत्तों में छेद करने या दबाने पर लसलसा पदार्थ निकलता है।
3 mins
15th November 2025
Modern Kheti - Hindi
क्या जीनोम-संपादित धान की किस्में उचित हैं ?
देश के शीर्ष कृषि अनुसंधान संस्थान आईसीएआर (भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद) और कृषि मंत्रालय पर जीनोम-संपादित (जीनोम-एडीटेड) धान के परीक्षणों में वैज्ञानिक हेरफेर और बेईमानी के आरोप लगे हैं।
3 mins
15th November 2025
Modern Kheti - Hindi
गन्ना की खेती देखभाल और पैदावार
गन्ना एक प्रमुख व्यवसायिक फसल है, विषम परिस्थितियां भी इसकी फसल को बहुत अधिक प्रभावित नहीं कर पाती।
10 mins
15th November 2025
Modern Kheti - Hindi
खाद्य उत्पादन की बढ़ती मांग से धरती पर पड़ रहा है प्रभाव
इसमें कोई शक नहीं कि इंसानी सभ्यता ने अपने विकास के लिए प्रकृति का बड़े पैमाने पर दोहन किया है।
3 mins
15th November 2025
Modern Kheti - Hindi
टिकाऊ कृषि विकास के लिए भूमि सुधार आवश्यक ...
कृषि के मुख्यतः तीन प्रमुख स्तम्भ हैं-मिट्टी, पानी और बीज परंतु गत कुछ दशकों में परंपरागत कृषि तकनीकों जैसे अत्याधिक जुताई, रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के अंधाधुंध प्रयोग एवं जैविक खाद के कम उपयोग, इत्यादि के कारण मिट्टी की गुणवत्ता में बहुत गिरावट आई है।
8 mins
15th November 2025
Modern Kheti - Hindi
निराशा से समाधान तक कैसे भारत पराली जलाने की समस्या का कर सकता है अंत
पराली जलाने की समस्या का हल संभव है। समझदारी बरतते हुए अगले तीन वर्षों में इस लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। इस बारे में विस्तार से बता रहे हैं अरुणाभ घोष और कुरिंजी केमांथ
5 mins
15th November 2025
Modern Kheti - Hindi
अलसी की खेती से लाभ कमाएं
अलसी तेल वाली फसलों में दूसरी खास फसल है।
8 mins
15th November 2025
Modern Kheti - Hindi
क्रांतिकारी मॉडल विकसित करने वाले सफल किसा सीताराम निगवाल
मध्यप्रदेश के धार जिले के किसान सीताराम निगवाल ने 30 वर्षों के अनुभव से खेती का एक क्रांतिकारी मॉडल, विकसित किया है।
2 mins
15th November 2025
Modern Kheti - Hindi
भूमि क्षरण से बढ़ रहा कुपोषण
लगभग 1.7 अरब लोग ऐसे क्षेत्रों में रहते हैं जहां मानवीय कारणों से भूमि के क्षरण के चलते फसलों की पैदावार घट रही है।
2 mins
15th November 2025
Listen
Translate
Change font size

