Open Eye News - December 2023Add to Favorites

Open Eye News - December 2023Add to Favorites

انطلق بلا حدود مع Magzter GOLD

اقرأ Open Eye News بالإضافة إلى 8,500+ المجلات والصحف الأخرى باشتراك واحد فقط  عرض الكتالوج

1 شهر $9.99

1 سنة$99.99

$8/ شهر

(OR)

اشترك فقط في Open Eye News

سنة واحدة$11.88 $0.99

يحفظ 92% Mothers Day Sale!. ends on May 13, 2024

شراء هذه القضية $0.99

هدية Open Eye News

7-Day No Questions Asked Refund7 أيام بدون أسئلة
طلب سياسة الاسترداد

 ⓘ

Digital Subscription.Instant Access.

Digital Subscription
Instant Access

Verified Secure Payment

تم التحقق من أنها آمنة
قسط

في هذه القضية

December 2023

भाजपा ने दिये बड़े राजनीतिक संकेत

भारतीय जनता पार्टी ने सबसे पहले छत्तीसगढ़ में एक बड़े आदिवासी नेता विष्णुदेव साय को मुख्यमंत्री बनाकर चौंकाया और फिर अरूण साव और विजय शर्मा को उपमुख्यमंत्री बनाने का प्रस्ताव रखा गया।

भाजपा ने दिये बड़े राजनीतिक संकेत

4 mins

रियल एस्टेट बेसिक्स

क्या होता है कंप्लीशन सर्टिफिकेट?: कंप्लीशन सर्टिफिकेट एक दस्तावेज होता है, जो दिखाता है कि प्रॉपर्टी मानकों के मुताबिक बन चुकी है और किसी रियल एस्टेट प्रोजेक्ट की वैधता साबित करता है. कंप्लीशन सर्टिफिकेट तब दिया जाता है, जब यह तय हो जाए कि रियल एस्टेट प्रोजेक्ट स्थानीय म्युनिसिपल कॉरपोरेशन द्वारा तय किए गए मानकों और बिल्डिंग प्लान के मुताबिक बनाया गया है. यह सर्टिफिकेट डेवेलपर और प्रॉपर्टी के मालिकों को हासिल करना पड़ता है. पानी, बिजली और ड्रेनेज सिस्टम जैसी जरूरतों की आपूर्ति सुनिश्चित करना जरूरी है.

रियल एस्टेट बेसिक्स

10+ mins

भारत में अग्नि सुरक्षा नियम

अग्नि सुरक्षा ऑडिट और खतरे की पहचान और जोखिम मूल्यांकन (एचआईआरए) संभावित खतरों की पहचान करता है और किसी अधिभोग के अग्नि सुरक्षा मानकों का आकलन करने के लिए प्रभावी उपकरण के रूप में कार्य करता है। आग भारत में विभिन्न व्यवसायों के लिए एक बड़ा खतरा है। लगभग हर दिन देश भर में मीडिया द्वारा कुछ आग लगने की खबरें आती हैं। इन आग के परिणामस्वरूप न केवल कई बहुमूल्य जीवन की हानि हुई और कई लोग घायल हुए, बल्कि भारी संपत्ति की हानि भी हुई। पिछले दो दशकों के दौरान भारत में निर्माण गतिविधियों में, विशेषकर ऊंची इमारतों में तेजी से वृद्धि हुई है। अपनी विशिष्ट प्रकृति के कारण, आवासीय भवनों, विशेष रूप से ऊंची इमारतों में आग अधिक जटिल हो जाती है और बचाव कार्य अधिक कठिन हो जाते हैं और कभी-कभी इसके परिणामस्वरूप कई मौतें और भारी संपत्ति का नुकसान भी होता है। भारतीय उद्योग के तीव्र आधुनिकीकरण ने परिदृश्य को और अधिक जटिल बना दिया है। अग्नि सुरक्षा के प्रति जागरूकता अभी तक सामने नहीं आई है। यह लेख भारत में मौजूदा अग्नि सुरक्षा नियमों के समग्र परिदृश्य और संभावित आग के खतरों से निपटने के लिए इन नियमों की प्रभावशीलता पर ध्यान केंद्रित करेगा।

भारत में अग्नि सुरक्षा नियम

7 mins

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नारा 'आत्मनिर्भर भारत'!

बैतूल की 'राजनीति' ने स्वावलम्बी होकर अपनाया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नारा 'आत्मनिर्भर भारत'!

3 mins

पर्यावरणीय आदेशों का 'उल्लंघन' गंभीरता नहीं बरतने से कार्यप्रणालियों पर उठते सवाल

भारत सरकार ने पर्यावरण के मामलों को तेजी से निपटाने तथा उच्च न्यायालयों के मुकदमों के भार को कम करने के उद्देश्य से 'राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण' की स्थापना वर्ष 2010 में एक अधिनियम के तहत की थी। यह एक विशिष्ट निकाय है जो पर्यावरण संबंधी विवादों और बहु अनुशासनिक मामलों को सुविज्ञता से संचालित करता है। मगर हाल ही में 'ओपन आई न्यूज' द्वारा संकलित किए गए आंकड़ों और दस्तावेजों से ऐसे तथ्य प्रकाश में आए हैं जो ये दर्शाते हैं कि राष्ट्रीय हरित अभिकरण (एनजीटी) द्वारा जारी आदेशों का मप्र में उतनी गंभीरता से पालन नहीं हो पा रहा है जितना होना चाहिए। एनजीटी द्वारा पारित विभिन्न आदेशों पर गंभीरता से पालन नहीं होने से सरकारी तंत्र की कार्यप्रणालियों पर भी सवाल उठाए जा सकते हैं। एनजीटी के इन्हीं महत्वपूर्ण आदेशों के क्रियान्वयन पर केंद्रित विशेष लेख।

पर्यावरणीय आदेशों का 'उल्लंघन' गंभीरता नहीं बरतने से कार्यप्रणालियों पर उठते सवाल

8 mins

राजिम कुंभ की भव्यता पुनः लौटेगी, देशभर से आयेंगे साधु संतः मुख्यमंत्री श्री साय

राजिम कुंभ की भव्यता पुनः लौटेगी, देशभर से आयेंगे साधु संतः मुख्यमंत्री श्री साय

राजिम कुंभ की भव्यता पुनः लौटेगी, देशभर से आयेंगे साधु संतः मुख्यमंत्री श्री साय

2 mins

डबल इंजन की सरकार होने से छत्तीसगढ़ के विकास में आयेगी तेजी: मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय रूके हुए विकास के काम पूरे होंगे

डबल इंजन की सरकार होने से छत्तीसगढ़ के विकास में आयेगी तेजी: मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय

2 mins

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर उत्साह का माहौल

वैश्विक स्तरपर दुनियां के कोने-कोने में बसे मूल भारतीयों की अपने वतन भारत के प्रति आध्यात्मिक आस्था उनके रग रग में समाई है, यही कारण है कि हजारों किलोमीटर सात समंदर पार अपने वतन से दूर रहने के बावजूद वहां अपने देश में विभिन्न भगवानों का मंदिर बनाकर नित्य नियम पूजा पाठ करते हैं, जिसका सटीक उदाहरण हम ब्रिटेन के पीएम द्वारा हिंदू त्योहार मनाने मंदिर जाने और जी-20 के समय भारत आने पर अक्षरधाम मंदिर का दौरा करना इस आस्था की पुष्टि करता है।

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर उत्साह का माहौल

4 mins

एकीकृत भारत के निर्माता थे सरदार पटेल

राष्ट्रीय एकता के प्रति सरदार पटेल की निष्ठा आजादी के इतने वर्षों बाद भी पूरी तरह प्रासंगिक है। एकता की मिसाल कहे जाने वाले सरदार वल्लभ भाई पटेल गुजरात के नाडियाद में एक किसान परिवार में 31 अक्तूबर 1875 को जन्मे थे, जिन्होंने सदैव देश की एकता को सर्वोपरि माना। सरदार पटेल ने भारत को खण्डखण्ड करने की अंग्रेजों की साजिशों को नाकाम करते हुए बड़ी ही कुशलता से आजादी के बाद करीब 550 देशी रियासतों तथा रजवाड़ों का एकीकरण करते हुए अखण्ड भारत के निर्माण में सफलता हासिल की थी। राजनीतिक और कूटनीतिक क्षमता का परिचय देते हुए स्वतंत्र भारत को एकजुट करने का असाधारण कार्य बेहद कुशलता से सम्पन्न करने के लिए जाने जाते रहे सरदार पटेल का देहांत दिल का दौरा पड़ने के कारण 15 दिसम्बर 1950 को 75 वर्ष की आयु में हो गया था और इसी दिन को प्रतिवर्ष 'सरदार पटेल स्मृति दिवस' के रूप में मनाया जाता है।

एकीकृत भारत के निर्माता थे सरदार पटेल

3 mins

सनातनियों के लिए राष्ट्र मंदिर होगा राम मंदिर

कहते हैं कि लगभग 14,000 विक्रम सम्वत् पूर्व भगवान नील वराह ने अवतार लिया था। नील वराह काल के बाद आदि वराह काल और फिर श्वेत वराह काल हुए। इस काल में भगवान वराह ने धरती पर से जल को हटाया और उसे इंसानों के रहने लायक बनाया था। उसके बाद ब्रह्मा ने इंसानों की जाति का विस्तार किया और शिव ने सम्पूर्ण धरती पर धर्म और न्याय का राज्य कायम किया। सभ्यता की शुरुआत यहीं से मानी जाती है।

सनातनियों के लिए राष्ट्र मंदिर होगा राम मंदिर

4 mins

आजादी के अमृत काल में सशक्त भारत के सशक्त कानून

केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी ने संसद के दोनों सदनों में आपराधिक न्यायिक प्रणाली में सुधार के तीन विधेयक प्रस्तुत किये एवं दोनों सदनों में यह विधेयक ध्वनिमत से पारित होने के पश्चात् एक नए युग की शुरुआत हो गयी है। भारत में अब भारतीय न्याय संहिता विधेयक 2023 जो आईपीसी, 1860 को प्रतिस्थापित करेगा।

आजादी के अमृत काल में सशक्त भारत के सशक्त कानून

4 mins

समिट के जरिये मोदी ने दुनिया को दिये कई बड़े संदेश

मोदी का दुबई दौरा बहुत छोटा और बेहद व्यस्त दौरा था। लेकिन प्रधानमंत्री के स्वागत में जिस तरह स्थानीय सरकार और प्रशासन ने पलक पांवड़े बिछाये और भारतीय समुदाय ने मोदी मोदी के नारों तथा फिर एक बार मोदी सरकार जैसे नारों से आकाश को गुंजायमान किया वह दृश्य देखने लायक थे।

समिट के जरिये मोदी ने दुनिया को दिये कई बड़े संदेश

4 mins

قراءة كل الأخبار من Open Eye News

Open Eye News Magazine Description:

الناشرOpen Eye Media Publications

فئةNews

لغةHindi

تكرارMonthly

Open Eye News is an informative political, social and investigative news magazine published from Bhopal, Madhya Pradesh, that believes in journalism for public interest. The articles and reporting from different levels given in it are fascinating, insightful and packed with unique content. It is a purely unbiased feature of local influence with a national perspective. Our targeted readers are the common man, influential people, intellectuals and decision-makers of important segments of the state. Open Eye News fully perceives the local issues and provides comprehensive coverage on the same. A unique publication printed in both English and Hindi keeping the suitability and comfort of both kinds of readers in mind.

  • cancel anytime إلغاء في أي وقت [ لا التزامات ]
  • digital only رقمي فقط
MAGZTER في الصحافة مشاهدة الكل