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शेर की खाल वाला सामंत शूरवीर
जैसे इंग्लैंड में शेक्सपीयर हैं, इटली में दांते, रुस में पुश्किन; इसी तरह पोलैंड के पास अद्वितीय व बेजोड़ प्रतिम है —मित्स्किएविच। इसी तरह जॉर्जिया में जहां काव्यात्मक विरासत लगभग हज़ारों सालों से फैली हुई है, फिर भी प्रभावी रुप से इस देश के एकमात्र बेजोड़ कवि हैं -शोथा रुस्थावेली।
फ़िल्मी दुनिया के किस्से और सुपरस्टार की मौत
फ़िल्मी दुनिया चकाचौंध से भरी है। हर मोड़ एक किस्सा है, एक कहानी है। हर मोड़ पर कुछ टूटता है, कुछ बिखरता है, कुछ जुड़ता है, कुछ संभलता है। फिल्मी दुनिया में ज़िन्दगी बहुत तेज़ी से दौड़ती है, तो कहीं हालात ऐसे भी बन जाते हैं कि एक पल भी हज़ारों साल जितना भारी लगता है।
कशीर
भारत के बुद्धिजीवियों में यह धारणा बनी हुई है कि भारत और पाकिस्तान के बीच की अनबन के लिए कश्मीर की समस्या ही मूल कारण बनी है।
फर्श से अर्श तक पहुँचने की प्रेरक कहानी
ओपरा विनफ्रे ने अपनी दुनिया ख़ुद बनाई है. उन्होंने महिला शक्ति को एक नई पहचान दी है. उनका सफ़र प्रेरणा से भरा है, जहाँ उन्हें सफलता के शिखर तक पहुँचने के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ा
महान् बनने का विज्ञान
प्रत्येक व्यक्ति के अंदर शक्ति का एक सिद्धांत होता है। इस सिद्धांत के बुद्धिमत्तापूर्ण उपयोग एवं मार्गदर्शन के द्वारा मनुष्य स्वयं अपनी आंतरिक शक्ति का विकास कर सकता है। मनुष्य में एक अंतर्निहित शक्ति होती है, जिसकी सहायता से वह जिस दिशा में चाहे, प्रगति कर सकता है और उसकी प्रगति की संभावनाओं की कोई सीमा भी दिखाई नहीं देती। अभी तक कोई मनुष्य किसी एक क्षेत्र में इतना महान् नहीं बन पाया है कि किसी और के उससे अधिक महान् बनने की संभावना न हो। यह संभावना उस मूल तत्त्व में है, जिससे मनुष्य बना हुआ है। प्रतिभा वह सर्वज्ञता है, जो मनुष्य के अंदर प्रवाहित होती रहती है।
चित्रकार और शिल्पकार पिकासो
पिकासो को उनके चित्रों की रेखाएँ ही दर्शकों से संवाद स्थापित करती हैं, इसलिए उन्हें प्रसिद्धि और प्रतिष्ठा तो वास्तव में चित्रकार के रूप में मिली; क्योंकि उनकी पेंटिंग का हर कोना अपनी कहानी खुद कहता है
कोरोना से बचने के आध्यात्मिक सिद्धांत
कोरोना की जंग है बचना है, बचाना है तभी जीत हासिल होगी... कभी-कभी कोई ऐसी महामारी दुनिया में पैर पसार लेती है, जिससे लाखों लोगों की जान चली जाती है। इस पीढ़ी के लिए यह घटना अभूतपूर्व है।
कारगिल शहीदों की प्रेरक कहानियाँ
कारगिल किसी ऐसे युद्ध का लेखाजोखा मात्र नहीं है, जिसे भारतीयों ने अपनी बैठकों में टेलीविजन के जरिए देखा. यह हमें उस बलिदान, प्रेम और यादों की कहानियों से भी परे ले जाता है, जिन्हें शहीदों के परिवारवालों, दोस्तों और रेजीमेंट्स ने पिछले बीस वर्षों से जीवित रखा हुआ है.
मुग़ल-ए-आज़म के पीछे की दिलचस्प कहानी
दास्तान-ए-मुग़ल-ए-आज़म
हाशिमपुरा 22 मई
आज़ाद भारत के सबसे बड़े हिरासती हत्याकांड का पर्दाफाश
पॉलिटिक्स पर लिखना आसान नहीं होता ब्रजेश राजपूत
ब्रजेश राजपूत टीवी के सीनियर पत्रकार हैं और रिपोर्टिंग के साथ साथ लगातार लेखन कर रहे हैं उनकी हाल में आयी किताब 'वो सत्रह दिन' बेहद चर्चित हो रही है. मध्यप्रदेश के कमलनाथ सरकार गिराने के घटनाक्रम पर लिखी इस किताब को पॉलिटिकल थ्रिलर कहा जा रहा है. भोपाल में रहने वाले ब्रजेश राजपूत से बात की समय पत्रिका ने उनकी नयी किताब और आने वाली किताब के बारे में.
गीता प्रेस और हिन्दू भारत का निर्माण
गीता प्रेस और इसके प्रकाशन द्वारा तैयार किये जा रहे विचारों ने हिंद राजनैतिक चेतना और वास्तव में हिंदी जन दायरे को गढ़ने में अहम भूमिका निभाई। यह इतिहास हमें हिंदू दक्षिणपंथ की राजनैतिक सर्वश्रेष्ठता के उभार जैसे विवादित और जटिल विषय पर नई दृष्टि प्रदान करता है...
मुम्बई अंडरवर्ल्ड के कुख्यात गिरोहबाज़
बायकला टू बैंकॉक मेरी पिछली पुस्तक डोंगरी से दुबई तक के सिलसिले को पूरा करती है, जिसमें पिछले छह दशकों के मुम्बई माफिया और इस शहर के साथ उसके संबंध को बयान किया गया है।
रहस्य और रोमांच से भरा उपन्यास है 'आह्वान'
यह यात्रा बेहद रोमांचक लगती है। पाठक इसकी सैर बार-बार करने की सोच सकते हैं
सीक्रेट ने कैसे बदला मेरा जीवन
जब से द सीक्रेट फ़िल्म और पुस्तक संसार के सामने आई है, तब से लाखों लोग हमें बता चुके हैं कि उन्होंने द सीक्रेट के सिद्धांतों का इस्तेमाल करके अपनी मनचाही चीज़ कैसे आकर्षित की: उन्होंने आदर्श स्वास्थ्य, दौलत, आदर्श जीवनसाथी, आदर्श करियर कैसे पाया, वैवाहिक जीवन या प्रेम संबंध को बेहतर कैसे बनाया, किसी खोई हुई चीज़ को दोबारा कैसे पाया, यहाँ तक कि अपने दुख कैसे दूर किए और ख़ुशी कैसे पाई।
ममता से मातृत्व तक की यात्रा
यह कोई परंपरागत रूप में स्वालंबी बनने से जुड़ी पुस्तक नहीं है। यह माँ के रूप में मेरी यात्रा का ईमानदार व गंभीर वर्णन है
शोमैन राजकपूर
राज कपूर ने न केवल फिल्में बनाई, अपितु उन्होंने भारतीय फिल्म दर्शन की मुख्यधारा का उस समय निर्माण किया, 'बॉलीवुड' नाम के शब्द की एक झलक मात्र ही फिल्म विपणनकर्ताओं की आँखों में दिखाई पड़ी थी
एक दिलचस्प दास्तान
कुछ कहानियां लंबे समय तक याद रखी जा सकती हैं, राहुल चावला की 'हज़ारों ख्वाहिशें' ऐसी ही किताब है. कहानी जटिलता से परे चलती है, लेकिन परत के भीतर परत होने से रोचकता और जिज्ञासा बढ़ती है.
चुनौतीपूर्ण पत्रकारिता की सच्ची घटनायें
'ख़बर अच्छी हो या बुरी, सच यही है कि पत्रकारों के फेफड़ों की दरारें एक ही अनुपात में दरकती हैं। मौत और मातम ख़बरों में ऐसे ही बिकता है। ख़बरों के रीति-रिवाज ऐसे ही हैं। सूरज उगने-ढलने तक घटनायें-दुर्घटनायें होती रहेंगी। दहशतभरी ख़बरें आती रहेंगी। खौफनाक और डरावने सच सामने आते रहेंगे। ख़बरों का यह संसार भले ही हर दिन आपकी ऊर्जा को निचोड़ लेता है, लेकिन कई ऐसे अनुभव भी इसका हिस्सा हैं जो संजीवनी की तरह आपकी चेतना में प्राण फूंक देते हैं और होठों पर मुस्कुराहट ले आते हैं
क्या शूर्पणखा लंका के विनाश का कारण थी?
शूर्पणखा का अर्थ है, एक ऐसी स्त्री जो नाखून की तरह कठोर हो। उसके जन्म का नाम मीनाक्षी था, अर्थात् मछली जैसी सुंदर आंखों वाली। शूर्पणखा, रामायण की ऐसी पात्र है जिसे सदा गलत समझा गया है। वह उन भाइयों की छत्र-छाया में बड़ी हुई, जिनकी नियति में युद्ध लड़ना, जीतना तथा ख्याति व प्रतिष्ठा अर्जित करना लिखा था। परंतु इस सबके विपरीत शूर्पणखा के जीवन का मार्ग पीड़ा और प्रतिशोध से भरा था.
नए ज़माने की रोचक कहानी
जयंती रंगनाथन की पुस्तक 'एफ.ओ. ज़िन्दगी' ऐसी कहानी कहती है जिसमें भागती-दौड़ती युवाओं की बातें, उनके जीवन में बनते-बिगड़ते रिश्ते, उधेड़बुन, भ्रम, आशा-निराशा आदि मौजूद हैं। यह ऐसी किताब है जिसे पढ़कर रोमांच, मुस्कान, मायूसी, हैरानी होती है। शुरु से ही पाठक कहानी में रम जाता है। कारण है उसका फास्ट-पेस होना।
साधो ये उत्सव का गाँव - बनारस के ठलुओं की अड़ी और काशी की दिलचस्प यात्रा
काशी की यात्रा का अर्थ है, काशी को समझना, बूझना, थोड़ा गहरे उतरना और इसके परिचय के महासागर में अपने स्व के निर्झर का विसर्जन कर देना। सो कुछ बनारसी ठलुओं ने एक दिन अपनी अड़ी पर यही तय किया। व्यक्ति, समाज, धर्म, संस्कृति और काशी के अबूझ रहस्यों को जानने के लिए क्यों न पंचक्रोशी यात्रा की जाए? पंचक्रोशी यानी काशी की पौराणिक सीमा की परिक्रमा। सो ठलुओं ने परिधि से केंद्र की यह यात्रा शुरू कर दी। यात्रा अनूठी रही। इस यात्रा में हमने खुद को ढूँढ़ा। जगत को समझा। काशी की महान विरासत को श्रद्धा और आश्चर्य की नजरों से देखा। अंतर्मन से समृद्ध हुए। जीवन को समृद्ध किया। दिनोदिन व्यक्तिपरक होती जा रही इस दुनिया में सामूहिकता के स्वर्ग तलाशे। कुछ विकल्प सोचे। कुछ संकल्प लिये। खंडहर होते अतीत के स्मारकों के नवनिर्माण की मुहिम छेड़ी। यात्रा के प्राप्य ने हमारी चेतना की जमीन उर्वर कर दी। जब यात्रा पूरी हुई तो ठलुओं ने तय किया कि क्यों न इस यात्रा के अनुभव और वृत्तांत को मनुष्यता के हवाले कर दिया जाए! फिर आनन-फानन में इस पुस्तक की योजना बनी। यात्रा के दौरान दिमाग के पन्नों पर जो अनुभूतियाँ दर्ज हुई, ठलुओं ने उन्हें इतिहास के सरकंडे से वर्तमान के कागज पर उतारा और यह किताब बन गई....
शर्मिष्ठा एक सार्थक कथा
अणुशक्ति ने शर्मिष्ठा को भीतर तक महसूस किया है उसे जिया है तभी तो पाठक शर्मिष्ठा से गुजरते हुए अणु से एक तार होकर जुड़ जाता है। स्त्री का प्रेम, उसकी नियति उसका त्याग सब कुछ शर्मिष्ठा के माध्यम से अणुशक्ति ने महसूस कराया है। शर्मिष्ठा एक सशक्त नारी, धनुर्धर, चित्रकार और प्रतिभावान स्त्री के रूप में हमारे समक्ष आती है...
अन्तर्व्याप्त यन्त्रणा ओर प्रतिरोध की विलक्षण कविताएं
'मेरी राशि का अधिपति एक साँड है। की कविताएँ नयी सदी में उभरने वाली विशिष्ट अस्मिता की अत्यन्त प्रामाणिक, सिद्ध और मौलिक 'पहचान' हैं. समकालीन हिन्दी कविता के पन्ने पर एक सशक्त, दीर्घकालिक, प्रामाणिक हस्ताक्षर.. वीरू सोनकर
यादों का कारवाँ अद्भुत लोग, अनमोल स्मृतियाँ
समय और साँस के अलावा, हमारे जीवन काल में जो एक चीज़ सदैव साथ चलती है, वो है बीते दिनों की यादा स्मृति के गुलदस्ते में फूल महकते हैं या शूल चुभते हैं, ये तो नसीब पर निर्भर करता है, पर इतना तय है कि उम्र के हर मोड़ पर यादों का कारवाँ मनुष्य के साथ चलता रहता है, बशर्ते मनुष्य की स्मरण-शक्ति क्षीण न हो जाए।
'सहमत और अमृत कौर की कहानी संघर्ष, त्याग और साहस से भरी है'
हरिंदर सिक्का ने' कॉलिंग सहमत' लिखी, वह बेस्टसेलर हो गई । मेघना गुलज़ार ने आलिया भट्ट को लेकर पुस्तक पर' राज़ी' फिल्म बनाई जो ख़ासी चर्चित रही । अब लेखक दूसरी किताब' विछोड़ा' लेकर आये हैं, जिसे काफी सराहा जा रहा है । दोनों पुस्तकों की कहानी महिला केन्द्रित है । प्रस्तुत है । लेखक हरिंदर सिक्का से समय पत्रिका की खास बातचीत :
Roald Dahl, el creador de Charlie, el de la fábrica de chocolate
Este novelista y autor de cuentos británico alcanzó la fama tanto por sus libros para niños como para adultos. Entre sus obras más famosas se encuentran Matilda y Charlie y la fábrica de chocolate, que fueron llevadas a la pantalla grande con gran éxito mundial
De bosques encantados, ninfas, unicornios y faunos
En la geografía fantástica existen regiones míticas donde los árboles y la maleza constituyen escenarios de historias extraordinarias.
'My Father Abandoned Us For His Second Wife'
How one woman’s childhood was destroyed by her father’s unfair polygamous marriage.