बागी ही तय करेंगे किसका उजड़ेगा बाग, किसकी बनेगी सरकार!
Rising Indore|15 November 2023
इस बार मध्यप्रदेश का विधानसभा चुनाव भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गया। भाजपा को अपनी साढ़े 18 साल पुरानी राजनीतिक विरासत बचाना है, तो कांग्रेस को भाजपा से वो हिसाब बराबर करना है, जब भाजपा ने कांग्रेस में बगावत करवाकर उसकी 15 महीने की सरकार पलट दी थी। यही वजह है कि दोनों ने खम ठोंककर चुनाव जीतने को चुनौती समझ लिया। दोनों के लिए ये मुकाबला आसान नहीं है। दोनों के लिए ही बागियों ने संकट खड़ा किया।
हेमंत पाल
बागी ही तय करेंगे किसका उजड़ेगा बाग, किसकी बनेगी सरकार!

ऐसे में समझ नहीं आ रहा कि हवा का रुख किस तरफ है। यह भी कहा जा सकता है, कि नतीजों का दारोमदार बागियों की ताकत पर टिका है। क्योंकि, ये भले जीत न सकें, पर दूसरों का खेल बिगाड़ने में माहिर साबित होंगे। पार्टी से बगावत करने में कांग्रेस के नेताओं की संख्या भाजपा से ज्यादा है। ऐसे में दोनों पार्टियों ने कोशिश भी की, कि नाराज नेताओं को किसी तरह मना लिया जाए, पर कोशिश उम्मीद के मुताबिक कामयाब नहीं हुई।

मध्यप्रदेश की राजनीति 18 साल से एक तरह से ठहर सी गई थी। 2003 में जब दिग्विजय सिंह को हराकर उमा भारती ने प्रदेश में भाजपा का झंडा गाड़ा था, उसके बाद से तो कांग्रेस हाशिये से भी नीचे चली गई थी। 2018 से पहले तक भाजपा का एकछत्र राज रहा। लेकिन, 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने भाजपा को चंद सीटों का बहुमत पाकर सत्ता से धकेल दिया था।

कमलनाथ ने 15 महीने सरकार चलाई ही थी, कि अचानक राजनीतिक भूचाल आ गया। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने 22 राजनीतिक सैनिकों को लेकर कांग्रेस में बगावत कर दी। इस प्रसंग ने गुजरात में 1975 में हुई केशुभाई पटेल की सरकार के खिलाफ बगावत की याद दिला दी, जब शंकरसिंह वाघेला ने अपने समर्थक विधायकों को लेकर खजुराहो में डेरा डाल दिया था। लेकिन, ज्योतिरादित्य सिंधिया उससे आगे बढ़कर भाजपा में शामिल हो गए और प्रदेश में फिर भाजपा ने सरकार बना ली। मध्यप्रदेश विधानसभा में फिलहाल भाजपा के 127 विधायक, कांग्रेस के 96 विधायकों के अलावा 4 निर्दलीय विधायक, दो बसपा के और एक समाजवादी पार्टी का विधायक है। 230 विधानसभा सीटों वाली विधानसभा बहुमत के लिए 116 विधायक होना जरूरी है।

प्रदेश में सिंधिया की बगावत के बाद जो हुआ, वो एक लम्बी राजनीतिक गाथा है! क्योंकि, जिस भी इलाके में सिंधिया समर्थकों ने भाजपा में घुसपैठ की, वहां भाजपा के पुराने नेताओं में असंतोष पनपा। भाजपा में सबसे ज्यादा नाराजगी ग्वालियर-चंबल इलाके में दिखाई दी। इसके अलावा मालवा इलाके की कुछ सीटें भी भाजपा नेताओं की नाराजगी का शिकार बनी। यही कारण है, कि इस बार का विधानसभा चुनाव भी उस बगावत से मुक्त नहीं है। 

Bu hikaye Rising Indore dergisinin 15 November 2023 sayısından alınmıştır.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 8,500+ magazines and newspapers.

Bu hikaye Rising Indore dergisinin 15 November 2023 sayısından alınmıştır.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 8,500+ magazines and newspapers.

RISING INDORE DERGISINDEN DAHA FAZLA HIKAYETümünü görüntüle
मधु मिलन चौराहे को सौंदर्यीकरण के नाम पर कर दिया बर्बाद....
Rising Indore

मधु मिलन चौराहे को सौंदर्यीकरण के नाम पर कर दिया बर्बाद....

शहर के बड़े और प्रमुख चौराहों में मधु मिलन चौराहे का नाम लिया जाता है।

time-read
1 min  |
15 May 2024
भाजपा-सपा में तेज सोशल मीडिया वार लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में अलग चल रहा है माहौल
Rising Indore

भाजपा-सपा में तेज सोशल मीडिया वार लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में अलग चल रहा है माहौल

भारतीय जनता पार्टी-भाजपा प्रदेश मुख्यालय पर लगभग 150 सोशल मीडिया एक्सपर्ट्स की टीम काम कर रही है।

time-read
3 dak  |
15 May 2024
तलाक कोटे से IAS बनने के लिए शादी की, पति नहीं मान रहा तो फंसाने की धमकी दी
Rising Indore

तलाक कोटे से IAS बनने के लिए शादी की, पति नहीं मान रहा तो फंसाने की धमकी दी

कोई सफलता पाने के लिए किस हद तक जा सकता है इसका एक मामला देखने में आया है। राजस्थान के जयपुर में एक युवती ने प्रतियोगी परीक्षा में सिलेक्शन करवाने के लिए ऐसी साजिश रची कि उसकी हकीकत सामने आने पर पति के भी होश उड़ गए ...

time-read
2 dak  |
15 May 2024
यदि अभियुक्त ने भुगतान कर दिया तो चेक डिसऑनर का मामला शिकायतकर्ता की सहमति के बिना भी निपटाया जा सकता है: सुप्रीम कोर्ट
Rising Indore

यदि अभियुक्त ने भुगतान कर दिया तो चेक डिसऑनर का मामला शिकायतकर्ता की सहमति के बिना भी निपटाया जा सकता है: सुप्रीम कोर्ट

सुप्रीम कोर्ट महत्वपूर्ण निर्णय में कहा कि एक बार जब शिकायतकर्ता को डिसऑनर चेक राशि के खिलाफ आरोपी द्वारा मुआवजा दिया जाता है तो परक्राम्य लिखत अधिनियम, 1881 (NI Act) के तहत अपराध के शमन के लिए शिकायतकर्ता की सहमति अनिवार्य नहीं है।

time-read
3 dak  |
15 May 2024
डायबिटीज को नियंत्रण करने की पावर रखते हैं जामुन, तरबूज, खरबूज, अनार और कीवी के बीज
Rising Indore

डायबिटीज को नियंत्रण करने की पावर रखते हैं जामुन, तरबूज, खरबूज, अनार और कीवी के बीज

डॉक्टर आरती मेहरा ने बताया कि डायबिटीज के मरीज अपने ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए अपनी डाइट में सिर्फ फल नहीं बल्कि फलों के बीजों को भी शामिल कर सकते हैं। जानें डायबिटीज के मरीजों के लिए कौन से फलों के बीज फायदेमंद हैं।

time-read
2 dak  |
15 May 2024
Ida फाइल ट्रैकिंग सिस्टम की पोल खुली
Rising Indore

Ida फाइल ट्रैकिंग सिस्टम की पोल खुली

जून 2023 से गायब हो गई कंपाउंडिंग की फाइल

time-read
2 dak  |
15 May 2024
इंदौर में मतदान में महिलाएं पिछड़ गई
Rising Indore

इंदौर में मतदान में महिलाएं पिछड़ गई

पिछले लोकसभा चुनाव से कम तो विधानसभा चुनाव से बहुत ज्यादा कम रहा मतदान

time-read
2 dak  |
15 May 2024
भाजपा को हो रहा है 65 सीटों का नुकसान
Rising Indore

भाजपा को हो रहा है 65 सीटों का नुकसान

अबकी बार 400 पार के नारे के बावजूद 300 पार करने में भी आ रही है दिक्कत

time-read
3 dak  |
15 May 2024
बम कांड से निकल गया चुनाव का दम
Rising Indore

बम कांड से निकल गया चुनाव का दम

अब मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए हो रही है जी तोड़ कोशिशें...

time-read
2 dak  |
08 May 2024
यूपी: मुद्दे दरकिनार...शहजादे-शहंशाह और आरक्षण पर रार, पहले जोर-शोर से उठे ये मुद्दे, फिर जुबानी जंग पर बढ़ा जोर
Rising Indore

यूपी: मुद्दे दरकिनार...शहजादे-शहंशाह और आरक्षण पर रार, पहले जोर-शोर से उठे ये मुद्दे, फिर जुबानी जंग पर बढ़ा जोर

शाहजा... शहर शाह... मंगलसूत्र... आरक्षण... झूठ की मशीन...। कुछ इस तरह के विशेषणों के इर्द-गिर्द चुनाव सिमटता जा रहा है। पहले चरण में जहां पार्टियों ने अपने घोषणापत्रों के जरिये जनता के मुद्दे उठाए, वहीं चुनावी रथ के तीसरे चरण में पहुंचते ही जुबानी जंग शबाब पर पहुंच गई। इन सबके बीच जनता के मुद्दे दरकिनार हो गए हैं।

time-read
2 dak  |
08 May 2024