डब्ल्यूएचओ के अनुसार डिप्रैशन एक सामान्य मानसिक विकार है. इस में उदास मनोदशा या लंबे समय तक गतिविधियों में आनंद या रुचि की हानि शामिल है.
डिप्रैशन किसी को भी हो सकता है. जो लोग दुर्व्यवहार, गंभीर नुकसान या अन्य तनावपूर्ण घटनाओं से गुजरे हैं उन में अवसाद विकसित होने की संभावना अधिक होती है. पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अवसाद होने की संभावना अधिक होती है.
डिप्रैशन के कुछ लक्षण ये हैं-
• कमजोर एकाग्रता.
• कम आत्मसम्मान की भावनाएं.
• भविष्य के प्रति निराशा.
• मरने या आत्महत्या के बारे में विचार.
• नींद में खलल.
• भूख या वजन में परिवर्तन.
• बहुत अधिक थकान या ऊर्जा की कमी महसूस होना.
डिप्रैशन या अवसाद से कुछ इस तरह लड़ा जा सकता है-
किसी थेरैपिस्ट से बात करें
एक चिकित्सक के साथ काम करना अकसर डिप्रैशन को सफलतापूर्वक प्रबंधित करने का एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा होता है. मनोचिकित्सा लोगों को उन की जीवनशैली को संभव तरीकों से समायोजित करने, उन के तनाव को कम करने और तनाव से निबटने में मदद करने पर ध्यान केंद्रित करती है. जिन मुद्दों को आप मिल कर संबोधित कर सकते हैं उन में ये हैं कि अपने आत्मसम्मान को कैसे सुधारें, नकारात्मक से सकारात्मक सोच की ओर कैसे जाएं और तनाव प्रबंधन का अभ्यास कैसे करें.
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Bu hikaye Sarita dergisinin July Second 2023 sayısından alınmıştır.
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