बुनियादी पुनर्विचार का वक्त
India Today Hindi|January 17, 2024
एआइ विकास का मौजूदा मॉडल कुछ कारोबारी खिलाड़ियों के हाथों में ताकत केंद्रित करने का है, जरूरत है ऐसे नए मॉडल की जिसके केंद्र में सार्वजनिक हित और लोक-कल्याण हो
डॉ. उर्वशी अनेजा
बुनियादी पुनर्विचार का वक्त

एक साल पहले चैटजीपीटी लॉन्च होने के बाद से एआइ लोगों के दिमाग पर छा गया है. सामाजिक प्रगति को आगे बढ़ाने में एआइ की क्षमता के बारे में जरूरत से ज्यादा उत्साह और इंसानी वजूद पर खतरा मंडराने जैसी विनाशकारी आशंकाओं के बीच इसे लेकर तरह-तरह की कहानियां चल रही हैं.

दोनों ही तरह की बातों में भ्रामक अतिरंजना है. ये न सिर्फ एआइ के मौजूदा नुक्सान से से ध्यान भटकाती हैं, बल्कि सार्वजनिक हित में एआइ को विकसित करने के लिए जरूरी प्रोत्साहन तंत्र, क्षमताओं और साझेदारी के निर्माण में भी बाधा डालती हैं.

इस नैरेटिव को सही दिशा में खड़ा करना भारत जैसे देश के लिए खास तौर पर महत्वपूर्ण है. औद्योगिक अर्थव्यवस्थाओं में एआइ के प्रमुख उपयोग के अनेक मामले उद्यम स्मस्याओं के समाधान पर केंद्रित हैं लेकिन भारत में एआइ उस साधन की तरह है जो विकास की निरंतर चुनौतियों से निबट सके.

स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण सामाजिक क्षेत्रों में सार्वजनिक सेवा उपलब्ध कराने में मौजूद खामियों को दूर करने के लिए एआइ ऐप्लिकेशन्स को विकसित किया गया है, उसका उपयोग लोगों की बुनियादी सेवाओं और अवसरों तक पहुंच को प्रभावित करेगा.

साथ ही, भारत जैसे युवा लोकतंत्रों में नुक्सान से बचाव और जोखिमों को कम करने की संस्थागत व्यवस्थाएं कमजोर और खंडित हैं, इसलिए संस्थागत विकास को आगे बढ़ाना संभव नहीं है. एआइ के नियमन पर जोर भी इस धारणा के कारण धुंधला रहे हैं कि एआइ भविष्य और आधुनिकता का बायस है और भारत जैसे विकासशील देश जो पिछली औद्योगिक क्रांतियों का लाभ लेने से चूक गए, वे अब इससे चूक जाने का जोखिम किसी भी तरह नहीं उठा सकते हैं.

प्रयोग या इनोवेशन? 

Bu hikaye India Today Hindi dergisinin January 17, 2024 sayısından alınmıştır.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 8,500+ magazines and newspapers.

Bu hikaye India Today Hindi dergisinin January 17, 2024 sayısından alınmıştır.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 8,500+ magazines and newspapers.

INDIA TODAY HINDI DERGISINDEN DAHA FAZLA HIKAYETümünü görüntüle
आम चलन को चैलेंज
India Today Hindi

आम चलन को चैलेंज

हॉलीवुड सेलिब्रिटीज के पसंदीदा डिजाइनर बने गौरव गुप्ता इन दिनों मेट गाला 2024 के लिए ऐक्ट्रेस मिंडी केलिंग की ड्रेस की वजह से चर्चा में

time-read
1 min  |
May 29, 2024
मुंबई पर कब्जे का महासंग्राम
India Today Hindi

मुंबई पर कब्जे का महासंग्राम

महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महायुति और उसकी विरोधी एमवीए में वर्चस्व की लड़ाई के बीच भारत की वित्तीय राजधानी ऊंचे दांव वाली चुनावी जंग के लिए तैयार

time-read
8 dak  |
May 29, 2024
सियासी समर में सहानुभूति के भरोसे सोरेन
India Today Hindi

सियासी समर में सहानुभूति के भरोसे सोरेन

भाजपा हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी को वैसे तो कांग्रेस-झामुमो - राजद के भ्रष्टाचार का उदाहरण बता रही है. मगर यह दांव पूर्व मुख्यमंत्री के प्रति सहानुभूति से कहीं भगवा पार्टी पर उलटा तो नहीं पड़ जाएगा?

time-read
8 dak  |
May 29, 2024
गन्नालैंड के कसैले सवाल
India Today Hindi

गन्नालैंड के कसैले सवाल

छठे चरण की आठों लोकसभा सीटों के इलाके में किसानों की आजीविका का बड़ा जरिया गन्ने की खेती. कभी 17 चीनी मिलों के मुकाबले अब यहां आठ ही बचीं. बंद मिलें और किसान-मजदूरों की बदहाली बड़े सवाल. नेताओं को मजबूरन इन पर करनी पड़ रही बात

time-read
9 dak  |
May 29, 2024
बिसात पर हाथी की घोड़ा चाल
India Today Hindi

बिसात पर हाथी की घोड़ा चाल

जौनपुर, बस्ती समेत कई लोकसभा सीटों पर प्रत्याशी बदलने, भतीजे आकाश आनंद पर कार्रवाई करने से बसपा सुप्रीमो मायावती पर भाजपा को मदद पहुंचाने के आरोप

time-read
6 dak  |
May 29, 2024
किधर जाएंगे मुसलमान
India Today Hindi

किधर जाएंगे मुसलमान

इस समुदाय के वोट हमेशा बंटते आए हैं लेकिन 2024 के आम चुनाव में वे गोलबंद होते दिख रहे. इससे 86 सीटों के नतीजों पर असर पड़ने की संभावना YUNG

time-read
10+ dak  |
May 29, 2024
"मैं जान देकर भी संविधान की रक्षा करूंगा"
India Today Hindi

"मैं जान देकर भी संविधान की रक्षा करूंगा"

देश में चुनाव पूरे उफान पर है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने व्यस्त प्रचार अभियान के बीच इंडिया टुडे ग्रुप के टीवी न्यूज ऐंकरों राहुल कंवल, सुधीर चौधरी, अंजना ओम कश्यप और श्वेता सिंह से बातचीत की. प्रधानमंत्री ने राजधानी दिल्ली में 7, लोक कल्याण मार्ग स्थित आवास पर अपने लिए तय चुनौतियों, दुनिया में देश के कद, आरोपों सहित अनेक मुद्दों पर बेबाक जवाब दिए. संपादित अंशः विपक्ष के

time-read
9 dak  |
May 29, 2024
तो गरीब बच्चे नहीं पढ पाएंगे अंग्रेजीं?
India Today Hindi

तो गरीब बच्चे नहीं पढ पाएंगे अंग्रेजीं?

राजस्थान की भजनलाल शमी सरकार पिछली सरकार के कार्यकाल महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों की समीक्षा करा रही. विपक्ष इसे इन स्कूलों को बंद करने की साजिश बता रहा

time-read
5 dak  |
May 29, 2024
फूलों की ताकत
India Today Hindi

फूलों की ताकत

पश्चिम बंगाल में तीखा वार-पलटवार पन होना आम है.

time-read
1 min  |
May 29, 2024
अमेरिका वाला सपना
India Today Hindi

अमेरिका वाला सपना

यह बात किसी से छिपी नहीं है कि विदेशों की खूबसूरत धरती आम पंजाबियों को खूब लुभाती है और कई तो बस वहां जाने के सपने देखते हैं.

time-read
1 min  |
May 29, 2024