टेस्ट क्रिकेट करियर चरम पर होने के दौरान भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बटोरने वाले शानदार बल्लेबाजों-सचिन तेंडुलकर और राहुल द्रविड़ दोनों ने बल्लेबाजी के दौरान अपने 'जोन' में पहुंचने की बात कही. आखिर ये जोन होता क्या है? तेंडुलकर के शब्दों में, "मैं बल्लेबाजी करते समय गेंद के सिवाय कुछ भी नहीं देखता. एकाग्रता ऐसी कि आप बाकी सारी चीजों से बेपरवाह हो जाएं." कुछ इसी तरह की बात द्रविड़ ने भी कही और साथ ही जोड़ा कि जब वे जोन में होते तो साइट स्क्रीन, नॉन-स्ट्राइकर, अंपायर और यहां तक कि इस पर भी ध्यान नहीं देते कि गेंदबाजी कौन कर रहा है. क्रिकेट के सबसे गैर-परंपरागत बल्लेबाजों में से एक वीरेंद्र सहवाग का मानना है कि किसी बल्लेबाज के बहुत सारे रन बनाने का कौशल इसमें निहित है कि उसका सिर तना हुआ हो और शरीर संतुलन में हो.
अगर राजनीति में भी ऐसा कोई जोन होता है तो बतौर प्रधानमंत्री अपने कार्यकाल के नौवें वर्ष में नरेंद्र मोदी उसमें दाखिल हो चुके हैं. आखिरकार महंगाई और बेरोजगारी दोनों ही संदर्भों में एक बड़े आर्थिक संकट के बीच जनवरी 2023 में आयोजित नवीनतम इंडिया टुडे-सीवोटर देश का मिजाज सर्वेक्षण में उनकी रेटिंग जिस तरह एक नए मुकाम पर पहुंची है, उसकी व्याख्या के लिए इससे बेहतर तरीका क्या हो सकता है? प्रधानमंत्री के तौर पर उनके प्रदर्शन का आकलन करने के लिए कहे जाने पर 72 फीसद उत्तरदाताओं ने इसे उत्कृष्ट से अच्छे के बीच रखा, जिसमें से जनवरी 2022 के निष्कर्षों की तुलना में नौ फीसद अंक का अच्छा-खासा उछाल दर्ज किया गया है.
Bu hikaye India Today Hindi dergisinin February 08, 2023 sayısından alınmıştır.
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