पौड़ी गढ़वाल के श्रीकोट गांव की रहने वाली अंकिता भंडारी लगभग एक महीने पहले ऋषिकेश आई और 28 अगस्त से लक्ष्मण झूला इलाके में बने वनंतरा रिजॉर्ट में बतौर रिसेप्शनिस्ट नौकरी करने लगी. जंगल के बीच में बना ये रिजॉर्ट यूं तो ऋषिकेश से कुछ ही दूरी पर है लेकिन प्रशासनिक दृष्टि से यह पौड़ी-गढ़वाल जिले के यमकेश्वर ब्लॉक के गंगा भोगपुर तल्ला गांव में आता है. 18 सितंबर की रात से अंकिता के घरवाले उससे संपर्क करने की कोशिश कर रहे थे लेकिन न उसका फोन लग रहा था, न कोई खबर मिली. रिजॉर्ट में भी संपर्क करने की कोशिश की पर कहीं से सीधा जवाब नहीं मिला.
19 सितंबर की शाम अंकिता के पिता वीरेंद्र सिंह भंडारी ने इलाके के पटवारी वैभव प्रताप सिंह से बात की. अगले दिन वे परिवार सहित पटवारी ऑफिस पहुंचे और गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करने की अर्जी दी. पटवारी वैभव प्रताप तब तक तीन दिनों की छुट्टी पर जा चुके थे. उनका काम देख रहे विवेक कुमार ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करने से इनकार कर दिया. इस बीच अगले दो दिनों में 'सेव अंकिता' हैशटैग पूरे सोशल मीडिया में घूमने लगा. मामले को तूल पकड़ता देख 21 सितंबर को पटवारी ने एफआइआर दर्ज की और अगले दिन केस ने लक्ष्मणझूला थाना पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया.
पुलिस को वनंतरा रिजॉर्ट में काम करने वालों से पूछताछ में पता चला कि 18 सितंबर की रात करीब आठ बजे अंकिता रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर सौरभ भास्कर और असिस्टेंट मैनेजर अंकित गुप्ता के साथ ऋषिकेश गई थी. रात साढ़े दस बजे तीनों रिजॉर्ट लौटे लेकिन अंकिता उनके साथ नहीं थी. पुलिस ने सीसीटीवी की जांच में भी यही पाया. इसके बाद पुलिस ने अंकिता के कमरे की वीडियोग्राफी कर पुलकित, सौरभ और अंकित को हिरासत में ले लिया. पूछताछ में तीनों ने जल्द ही पूरी कहानी बयान कर दी.
Bu hikaye India Today Hindi dergisinin October 12, 2022 sayısından alınmıştır.
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