नारियल अपने आपमें एक अनूठा फल है। इसका कोई भी हिस्सा बेकार नहीं जाता। कैसे अपने नियमित खानपान में इसका इस्तेमाल करें, बता रही हैं कुकरी एक्सपर्ट
ना रियल के बारे में लिखते हुए मुझे अपना बचपन याद आ जाता है। नवरात्र और कथा बाद प्रसाद में, पंचामृत में किसी विशेष आयोजन पर नारियल का उपयोग उत्तर भारत में होता था । हम बच्चे नारियल फोड़ने पर निकले पानी व गूदे को मांग-मांग कर खाते थे। एक समय में नारियल सिर्फ दक्षिण भारतीय भोजन का अहम हिस्सा था, पर अब तो नारियल का सेवन हर प्रांत के लोग बखूबी करते हैं। सांबर हो या नारियल चटनी, खांडवी हो या ढोकला, नारियल बर्फी हो या लड्डू सभी में इसका उपयोग होता है। किसी में ऊपर से डालने के लिए तो किसी में मिश्रण में मिलाने के लिए। नारियल सिर्फ स्वाद और सेहत से ही नहीं जुड़ा है, बल्कि भारतीय धर्म और संस्कृति में नारियल का बहुत महत्व है। नारियल को ' श्रीफल' भी कहा जाता है। इसका पानी, दूध, मलाई और गिरी इस्तेमाल में आने के अलावा इसका तेल भी बनता है, जो खाने को पकाने के अलावा मालिश के काम भी आता है। नारियल की तासीर गर्म होती है। नारियल के साथ खाना पकाना आसान और फायदेमंद है। इसे अपने खानपान में कैसे इस्तेमाल किया जाए, आइए जानें:
कच्चे और सूखे नारियल का इस्तेमाल
Bu hikaye Anokhi dergisinin April 13, 2024 sayısından alınmıştır.
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गर्मी में दीजिए गले को ठंडक
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