साल 2020 में पूरी दुनिया में 23 लाख महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर पाया गया था, इसमें से 6 लाख 85 हजार महिलाओं की मृत्यु भी हो गई थी । पिछले कुछ सालों में ब्रेस्ट कैंसर का आंकड़ा कुछ इसी तरह बढ़ता जा रहा है। विशेषज्ञ मानते हैं कि पहले सर्विकल कैंसर से पीड़ित माहिलाएं ज्यादा होती थीं, लेकिन अब ब्रेस्ट कैंसर की स्थिति भयावह होती जा रही है। यही वजह है कि विशेषज्ञ इससे बचने के लिए नियमित रूप से सेल्फ एग्जामिनेशन की सलाह देते है। ब्रेस्ट की जांच खुद करना आखिर जरूरी क्यों है? इस सवाल के जवाब में बस यही कहा जा सकता है कि ऐसा नहीं करेंगी तो है' बहुत सी दिक्कतें अंदर ही अंदर घर करती जाएंगी। फिर उनके बारे में तब पता चलेगा जब बीमारी जानलेवा हो चुकी होगी।
दर्द होगा ही नहीं
ब्रेस्ट में हुई गांठें महिलाओं को अकसर इसलिए भी पता नहीं चल पाती हैं क्योंकि इनमें दर्द होता ही नहीं। जब दर्द ही नहीं होगा तो महिलाएं डॉक्टर को दिखाएंगी क्या। लेकिन, अफसोस अगर गांठ कैंसर की है तो वो तेजी से बढ़ती है। इतनी तेजी से बढ़ती है कि इससे बच पाना मुश्किल हो जाता है। इसीलिए महिलाओं को खुद समय-समय पर ब्रेस्ट की जांच करते रहने को कहा जाता है।
Bu hikaye Anokhi dergisinin September 03, 2022 sayısından alınmıştır.
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लौट आया फ्रिज का फैशन
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रिश्ते को बिगाड़ सकती हैं यह आदत
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पहले खुद बनें वजन को लेकर सहज
हम सबके पास ढेरों सवाल होते हैं, बस नहीं होता जवाब पाने का विश्वसनीय स्रोत। इस कॉलम के जरिये हम एक्सपर्ट की मदद से आपके ऐसे ही सवालों के जवाब तलाशने की कोशिश करेंगे। इस बार मनोविशेषज्ञ देंगी आपके सवालों के जवाब। हमारी एक्सपर्ट हैं, डॉ. गगनदीप कौर
लौकी किसी से कम नहीं
कुछ सब्जियों को देखते ही अधिकांश लोग नाक-भौं सिकोड़ लेते हैं, जबकि उसका स्वाद व सेहत के मामले में वह बेमिसाल होता है। ऐसी ही एक सब्जी लौकी। उसकी कुछ रेसिपीज बता रही हैं पूर्णिमा भट्ट
चटकारों वाला अमचूर
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बदल रहे हैं पापा भी
पिता और बच्चे के संबंधों में पिछले कुछ दशकों में बड़ा बदलाव आया है। पिता अब बच्चे के दोस्त बनने की राह पर आगे बढ़ रहे हैं। फादर्स डे (16 जून) के मौके पर आइए डालें, इस बदलते रिश्ते पर एक नजर, बता रही हैं शाश्वती
शिशु को दें संपूर्ण सुरक्षा
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आसान नहीं बच्चों की परवरिश
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दूसरों की भावनाओं की कद्र करना अच्छी बात है। पर, आसानी से किसी से भावनात्मक रूप से जुड़ जाना आपकी मानसिक सेहत के भविष्य के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है। कैसे भावनाओं के चक्रव्यूह में बार-बार फंसने से खुद को बचाएं, बता रही हैं