![कब कराएं एसी की सर्विस](https://cdn.magzter.com/1338803896/1715575741/articles/b8ErSlbMO1715583060054/1715583288121.jpg)
एयर कंडीशनर गरम वातावरण से राहत दे कर आप को ठंडक और सुकून का एहसास कराता है. यही कारण है कि अब पंखों और कूलरों से ज्यादा एसी का चलन बढ़ रहा है. एसी में Freon गैस का उपयोग किया जाता हैं. जब भी हम एसी खरीदते हैं तो हमें लगता है कि वह काफी समय तक चल सकता है जबकि ऐसा बिलकुल नहीं है. कुछ हद तक एसी की लाइफ उसकी मौडल यूनिट पर निर्भर करती है.
लेकिन उस से भी ज्यादा निर्भर करती है कि आप एसी की देखभाल कैसे करते हैं. अधिकांश लोग एसी पर तभी ध्यान देते हैं, जब उस से हवा आनी कम हो जाती है या उस में से बदबू आनी शुरू जाती है या उस में से आवाज आनी शुरू हो जाती है.
अगर आप चाहते हैं कि आप का एसी सालों तक आप का साथ निभाए और उस पर आप को पैसे खर्च भी नहीं करना पड़ें तो अपने एसी की देखभाल अच्छे से करें और कम से कम साल में 2 बार एसी की सर्विसिंग करवाएं. इस से उस की लाइफ को बढ़ा सकते हैं. अपने एसी की यूनिट की लाइफ को बढ़ाने के लिए निम्न बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है:
धूल या डस्ट का जमा होना: एसी को भी सफाई की जरूरत होती है. एसी की सफाई न करने से इस में जमा होने वाली धूल या डस्ट एअर फ्लो को ब्लॉक करने लगती है, साथ ही इस के फिल्टर पर जमा कचरे से कौइल पर बर्फ भी जम सकती है. इस के अलावा इस से सांस की बीमारी होने का भी खतरा बना रहता है और यह बड़ों से ले कर बच्चों तक सभी के नुकसानदेह हो सकता है. इन सब परेशानियों से बचने के लिए तो एसी की सफाई करना बेहद जरूरी है.
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![आजादी सिर्फ आदमियों के लिए नहीं](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/861/1728448/qq1htPDYY1718105958507/1718106023380.jpg)
आजादी सिर्फ आदमियों के लिए नहीं
पैट डॉग्स आदमी का साथी सदियों से रहा है पर जब से आदमी ने गांवों को छोड़ कर घने शहरों की बस्तियों और फिर बहुमंजिले मकानों में रहना शुरू कर दिया है, मैन ऐनिमल कंपीटिशन चालू हो गया है.
![यहां मायावी मकड़जाल है](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/861/1728448/OvlW6FMNK1718105851846/1718105958339.jpg)
यहां मायावी मकड़जाल है
ई कॉमर्स के हजार गुण हों पर ई असलियत में यह एक तरह की साजिश है जिस में सस्ती लेबर का इस्तेमाल कर के खातेपीते लोगों को घर से निकले बिना सब सुविधाएं दिलाना है. ई कॉमर्स का मुख्य धंधा एक तरफ वेयर हाउसिंग, स्टैकिंग और डिलिवरी पर निर्भर है तो दूसरी ओर ग्राहकों को मनमाने प्रोडक्ट घर बैठे पाने के लालच में खरीदने के लिए एनकरेज करना है.
![औरतों को गुलाम बनाए रखने की साजिश](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/861/1728448/5SMnmwLJK1718105713090/1718105850025.jpg)
औरतों को गुलाम बनाए रखने की साजिश
पिछले छले आम चुनावों में तरहतरह से मतदाताओं को प्रलोभन देने और हर वोट की कीमत है, समझ कर सभी पार्टियों ने परस्पर विरोधी बातें भी कहीं पर फिर भी जड़ों में अंदर तक जमा भेदभाव पिघला नहीं. देश का बड़ा वर्ग मुसलमानों, दलितों को ही अलगअलग रखता रहा. इन की ही नहीं सवर्णों व ओबीसी यानी पिछड़ों की औरतों को भी निरर्थक समझता रहा.
![मोबाइल जब फोबिया बन जाए](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/861/1728448/LIrFeUXNC1718105466833/1718105667495.jpg)
मोबाइल जब फोबिया बन जाए
क्या आप भी हर समय अपने फोन में लगे रहते हैं, तो आइए जानते हैं क्या हैं इस के नुकसान...
![इंडियन ब्राइडल फैशन शो और क्राफ्ट कला प्रतियोगिता का आयोजन](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/861/1728448/6HqJHXqaS1718105326974/1718105464897.jpg)
इंडियन ब्राइडल फैशन शो और क्राफ्ट कला प्रतियोगिता का आयोजन
दिल्ली प्रैस की पत्रिका 'गृहशोभा' द्वारा समयसमय पर महिलाओं को ले कर अनेक छोटेबड़े आयोजन होते रहते हैं. इन आयोजनों के लिए 'गृहशोभा' एक मजबूत मंच है.
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सैक्स के बिना नीरस है दांपत्य
सैक्स को ले कर अकसर गलत और भटकाने वाली बातें होती हैं. मगर क्या आप जानते हैं इसके फायदों के बारे में...
![क्राइम है सैक्सुअल हैरसमैंट](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/861/1728448/luRVVYv4U1718104687124/1718105086609.jpg)
क्राइम है सैक्सुअल हैरसमैंट
शिक्षा ने महिलाओं के विकास और बराबरी का मार्ग तो प्रशस्त किया है, लेकिन कई बार उन्हें कितनी भारी कीमत चुकानी पड़ती है, जान कर हैरान रह जाएंगे आप...
![क्या है खुश रहने का फौर्मूला](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/861/1728448/vLETcxZ141718104346532/1718104676085.jpg)
क्या है खुश रहने का फौर्मूला
सुखसुविधा से संपन्न जिंदगी जी रहे हैं मगर खुश नहीं रह पाते, तो यह जानकारी आप के लिए ही है...
![गृहशोभा एम्पावर मौम्स इवैंट](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/861/1728448/KRRi3uewW1718103902454/1718104331289.jpg)
गृहशोभा एम्पावर मौम्स इवैंट
'मदर्स डे' के खास मौके पर महिलाओं की उपलब्धियों का जश्न मनाते हुए 'दिल्ली प्रैस की मैगजीन गृहशोभा ने 'एम्पावर मौम्स' इवैंट का आयोजन किया. इस के सह-संचालक एपिस थे. एसोसिएट स्पौंसर जॉनसंस एंड जॉनसंस, स्किन केयर पार्टनर ग्रीनलीफ, गिफ्टिंग पार्टनर डेलबर्टो, होमियोपैथी पार्टनर एसबीएल और स्पैशल पार्टनर श्री एंड सैम थे.
![संस्कार धर्म का कठोर बंधन](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/861/1728448/b3PMwUniX1718103760866/1718103899129.jpg)
संस्कार धर्म का कठोर बंधन
व्यावहारिकता के बजाय संस्कारों के नाम पर औरतों को गुलाम रखने की एक साजिश सदियों से चली आ रही है. आखिर इस के जिम्मेदार कौन हैं...