तकनीक और संस्कृति का संगम
Panchjanya|December 04, 2022
गोवा में 20 से 28 नवंबर तक चलने वाले भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में बहुत कुछ पहली बार हो रहा है। 53वें महोत्सव में तकनीक का जबरदस्त प्रयोग किया गया है, ताकि दिव्यांग भी फिल्मों का आनंद उठा सकें
अतुल गंगवार
तकनीक और संस्कृति का संगम

कोरोना काल के बाद गोवा में पहली बार एशिया के सबसे |बड़े भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (इफ्फी) का आयोजन किया जा रहा है। यह वार्षिक फिल्म महोत्सव कला, सिनेमा और संस्कृति की एकजुट ऊर्जा और भावना को संजोते हुए इस क्षेत्र के दिग्गजों को एक ही छत के नीचे लाता है। 20-28 नवंबर तक चलने वाले इस 53वें फिल्म महोत्सव में विभिन्न देशों की 280 फिल्में दिखाई जाएंगी। विदेशी श्रेणी में 183 फिल्में, जबकि 'इंडियन पैनोरमा' में भारत की 25 फीचर फिल्में और 20 गैर-फीचर फिल्में दिखाई जाएंगी। इस बार फ्रांस को विशेष महत्व दिया गया है। 'कंट्री फोकस पैकेज' के तहत फ्रांस की 8 फिल्में दिखाई जाएंगी।

महोत्सव में पहली बार

This story is from the December 04, 2022 edition of Panchjanya.

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