जीत के जश्न में छुपा हुआ है 2023 के लिए चेतावनी का संदेश
मध्यप्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही दल नगरीय निकाय चुनाव में अपनीअपनी जीत का दावा कर जश्न मना रहे हैं, लेकिन इन नतीजों ने दोनों ही दलों को आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति के लिहाज से बड़ा संदेश ਮੀ भी दिया है। नतीजे एकतरफा नहीं रहे। बीजेपी को 7 नगर निगम में मेयर पद गंवाना पड़ा है, तो छोटे शहरों में कांग्रेस के प्रदर्शन ने उसे मिशन 2023 की रणनीति पर दोबारा सोचने पर मजबूर किया। नतीजों के बाद जीत के जश्न के साथ ही चिंतन, मनन और दूसरी हलचल का दौर शुरू हो गया है।
2023 विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल
- भाजपा के 3 गढ़ ग्वालियर, जबलपुर व रीवा ढहे
- कांग्रेस के लिए खतरा... तीन विधायक हार गए
जबलपुर में हारे बीजेपी उम्मीदवार डॉ. जितेंद्र जामदार ने गुरुवार को भोपाल में पार्टी के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की। ऐसे ही ग्वालियर में महापौर का चुनाव हारी सुमन शर्मा भी भोपाल में संगठन के नेताओं से मिलीं। माना जा रहा है कि हारे उम्मीदवारों को फीडबैक लेने के लिए तलब किया गया हैं।
नगर निगम में सीटों के आधार पर देखें, तो कांग्रेस का प्रदर्शन बेहतर हुआ है। उसने बीजेपी के गढ़ ग्वालियर, जबलपुर और रीवा में सेंध लगा दी है। लेकिन ये नतीजे ऐसे नहीं है कि कांग्रेस सवा साल बाद होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए निश्चिंत बैठ सके। कांग्रेस के 3 बड़े शहरों में मेयर पद के लिए उतरे 3 विधायक हार गए। जबकि पार्टी को 5 शहरों पर कब्जा दिलाने वाले महापौर साधारण कार्यकर्ता हैं।
This story is from the 27 July 2022 edition of Rising Indore.
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बम कांड से निकल गया चुनाव का दम
अब मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए हो रही है जी तोड़ कोशिशें...
यूपी: मुद्दे दरकिनार...शहजादे-शहंशाह और आरक्षण पर रार, पहले जोर-शोर से उठे ये मुद्दे, फिर जुबानी जंग पर बढ़ा जोर
शाहजा... शहर शाह... मंगलसूत्र... आरक्षण... झूठ की मशीन...। कुछ इस तरह के विशेषणों के इर्द-गिर्द चुनाव सिमटता जा रहा है। पहले चरण में जहां पार्टियों ने अपने घोषणापत्रों के जरिये जनता के मुद्दे उठाए, वहीं चुनावी रथ के तीसरे चरण में पहुंचते ही जुबानी जंग शबाब पर पहुंच गई। इन सबके बीच जनता के मुद्दे दरकिनार हो गए हैं।
नियमित पैदल चलने के फायदे वजन घटाने का इन्फोग्राफिक
नियमित पैदल चलने की दिनचर्या में शामिल होना आसान है...आपको बस पहला कदम उठाना है
मई की शुरुआत से ही तपने लगा इंदौर छांव की चाहत नजर आने लगी
गर्मी के मौसम की शुरुआत मई के महीने से मानी जाती है।
इंदौर में फिर युवक की साइलेंट अटैक से मौत
कोविशील्ड के द्वारा ब्रिटेन के न्यायालय में दी गई जानकारी के बाद बढ़ गया तनाव - ब्रिटेन के न्यायालय में पिछले दिनों कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने का इंजेक्शन बनाने वाली कोविशील्ड कंपनी के द्वारा यह जानकारी दी गई थी कि उसके इंजेक्शन से साइड इफेक्ट हो रहे हैं। लोगों का खून गाढ़ा हो रहा है। खून के थक्के जम रहे हैं। इस जानकारी के सामने आने के बाद साइलेंट अटैक से होने वाली मौत पर सभी के कान खड़े हो रहे हैं। इंदौर में एक बार फिर एक युवक की साइलेंट अटैक से मौत हो गई है।
11 दिन बाद चमत्कार...6% बढ़ गया मतदान
सूचना तकनीक के इस युग में जब हर काम कुछ मिनट और कुछ पल में हो जाता है। पूरे दिन होने वाले मतदान की गणना मशीन कुछ घंटे में कर देती है । उस समय पर इस लोकसभा चुनाव के पहले और दूसरे चरण में हुए मतदान के 11 दिन बाद चमत्कार हो गया। इस चमत्कार में मतदान का प्रतिशत 6% बढ़ गया। इस बात की जानकारी जैसे ही चुनाव आयोग ने सार्वजनिक की वैसे ही राजनीतिक हलके का तापमान चरम पर पहुंच गया है। विपक्ष को इसमें गड़बड़झाला नजर आ रहा है।
सूरत बनते बनते रह गया इंदौर अब कांग्रेस प्रत्याशी से मुक्त होने में भी बराबरी पर
स्वच्छता में दोनों है पहले पायदान पर
मध्यप्रदेश के 6 मंत्रियों की कुर्सी संकट में...
एमपी लोकसभा चुनाव: अमित शाह की वॉर्निंग से मप्र के 6 मंत्रियों की कुर्सी पर संकट के बादल
सास पर बहू का दिल आ गया पति को छोड़कर सास के साथ रहना चाहती है
सास के साथ बहू संबंध बनाना चाहती है। शादी के बाद से ही बहू ने सास के साथ अश्लील हरकतें करना शुरू कर दी थीं। सास के साथ रहने के लिए अब वह पति से तलाक लेना चाहती है।
घरेलू हिंसा से महिला संरक्षण अधिनियम
घरेलू हिंसा से महिला की सुरक्षा अधिनियम, 2005, घरेलू हिंसा की स्थितियों में महिलाओं और उनके बच्चों के अधिकारों और कल्याण की रक्षा करने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण कानून है । यह अधिनियम महिलाओं को अपमानजनक स्थितियों से कानूनी उपचार और सुरक्षा प्राप्त करने का अधिकार देता है। अधिनियम का एक महत्वपूर्ण पहलू मजिस्ट्रेट के पास आवेदन प्रक्रिया है, जहां एक पीड़ित व्यक्ति राहत और सुरक्षा की मांग कर सकता है।