पिछले साल इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का फाइनल अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में 29 मई को खेला गया था। फाइनल मैच के ठीक एक सप्ताह बाद भारतीय क्रिकेट टीम के सदस्य वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से भिड़ने लंदन रवाना हो गए।
गला काट होड़ और आपाधापी के बीच क्रिकेटरों से यही उम्मीद की जाती है कि वे हर तरह के क्रिकेट – टेस्ट, एकदिवसीय, टी20- में ढल जाएं। मगर यह कहना जितना आसान है करना उतना ही मुश्किल। ऐसे मौके आए हैं जब रोहित शर्मा की अगुआई वाली टीम ताश के पत्तों की तरह बिखर गई है। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप को ही ले लीजिए, जहां भारत को ऑस्ट्रेलिया के हाथों 209 रन से करारी हार मिली। टेस्ट चैंपियनशिप में लगातार दूसरी बार फाइनल में भारत चित हुआ था।
This story is from the March 22, 2024 edition of Business Standard - Hindi.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 8,500+ magazines and newspapers.
Already a subscriber ? Sign In
This story is from the March 22, 2024 edition of Business Standard - Hindi.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 8,500+ magazines and newspapers.
Already a subscriber? Sign In
सीधे ग्राहक तक जाने वाले ब्रांडों को तेजी से भा रहा क्विक कॉमर्स
ई-कॉमर्स की तुलना में क्विक कॉमर्स पर डीसी कंपनियों का तेजी से बढ़ रहा कारोबार
एथर एनर्जी में हिस्सेदारी बढ़ाएंगे प्रवर्तक
कंपनी में 6-7 प्रतिशत तक हिस्सेदारी बढ़ाने की प्रवर्तकों की योजना है
वैश्विक पोर्टफोलियो में आप भी कर सकेंगे निवेश
भारत के निवेशक और कंपनियां अब बिना किसी रोक के अमेरिका और सिंगापुर में स्थापित विदेशी फंडों सहित अन्य वैश्विक फंडों में भी निवेश कर सकेंगे।
हीरो मोटोकॉर्प : ग्रामीण क्षेत्र में बढ़ेगी रफ्तार
ग्रामीण क्षेत्र, इलेक्ट्रिक नवाचार और नए वाहनों के उतारने के तिहरे मेल पर होगा जोर 100-110 सीसी मोटरसाइकल श्रेणी में कंपनी की 78 प्रतिशत बाजार भागीदारी
मोदी ने बनाया इतिहास, सबको साधने का प्रयास
तीसरी बार प्रधानमंत्री बने मोदी, 30 कैबिनेट, 5 स्वतंत्र प्रभार समेत 72 मंत्रियों ने ली शपथ
नायडू से जुड़ी फर्म की बढ़ रही कमाई
निर्वाचन आयोग द्वारा देश में आम चुनाव की तारीखें जारी करने से पहले 15 मार्च को हेरिटेज फूड्स का शेयर करीब 327.75 रुपये पर कारोबार कर रहा था।
गठबंधन राजनीति के लौटे दौर ने अफसरशाहों की बढ़ाई चिंता
केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नई गठबंधन सरकार का खाका तैयार हो गया है। इसी के साथ बदले परिदृश्य ने भारतीय अफसरशाही को चिंता में डाल दिया है।
प. बंगाल में लोकप्रिय योजनाओं से मजबूत हुईं ममता
पश्चिम बंगाल की 42 लोक सभा सीटों तृणमूल के हिस्से आईं 29 और भाजपा को 12 सीट पर करना पड़ा संतोष
परी आजादी से फैसले नहीं ले पाएगी गठबंधन सरकार
भारत जैसे देश के लिए गठबंधन सरकार अच्छी चीज हो सकती है, लेकिन प्रशासन के इस ढांचे में नीतिगत मामलों में निर्णय लेने की गति धीमी पड़ने की आशंका रहती है।
विवादित विधेयक पार लगाना कठिन
गठबंधन सरकार में संविधान संशोधन वाले विधेयक पारित कराने में भाजपा को होगी परेशानी