कंपनियों के बहीखाते पर ऋण बोझ घटाने का चक्र अब पूरा होता दिख रहा है। मार्च 2020 में कोविड-19 वैश्विक महामारी के प्रकोप के बाद करीब दो साल तक कंपनियां अपने बहीखाते को हल्का करने पर ध्यान दे रही थीं लेकिन वित्त वर्ष 2023 की पहली छमाही के आंकड़ों से पता चलता है कि उनका रुझान अब बदल रहा है। कंपनियां अब उधारी जुटाने पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रही हैं जिससे उनका वित्तीय अनुपात बिगड़ने लगा है।
अध्ययन में शामिल 760 कंपनियों (बैंक, वित्तीय, बीमा एवं स्टॉक ब्रोकिंग को छोड़कर) की एकीकृत सकल उधारी में वृद्धि वित्त वर्ष 2023 की पहली छमाही यानी अप्रैल से सितंबर 2022 की अवधि में 12.2 फीसदी थी। यह पिछले तीन वर्षों की सर्वाधिक वृद्धि रफ्तार है। जबकि समान अवधि में इन कंपनियों का एकीकृत परिचालन मुनाफा 0.4 फीसदी घट गया और एकीकृत शुद्ध मुनाफे में 10 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
वित्त वर्ष 2023 की पहली तिमाही में इन कंपनियों की एकीकृत शुद्ध हैसियत में महज 8.5 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई जो पिछले दो वर्षों की सबसे सुस्त रफ्तार है। नमूने में शामिल कंपनियों की एकीकृत सकल उधारी बढ़कर पहली छमाही के अंत में 34.23 लाख करोड़ रुपये हो गई जो इस साल मार्च के अंत में 31.4 लाख करोड़ रुपये और एक साल पहले 30.51 लाख करोड़ रुपये थी।
Esta historia es de la edición November 17, 2022 de Business Standard - Hindi.
Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 8500 revistas y periódicos.
Ya eres suscriptor ? Conectar
Esta historia es de la edición November 17, 2022 de Business Standard - Hindi.
Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 8500 revistas y periódicos.
Ya eres suscriptor? Conectar
दुनिया भर से आई मोदी को बधाई
लोक सभा चुनाव में भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को मिली जीत को लेकर विश्व के 50 से अधिक नेताओं ने निवर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी है। राजग को बहुमत मिलने के बाद मोदी लगातार तीसरी बार सरकार बनाने की ओर अग्रसर हैं।
बिहार को मिलेगी विशेष दर्जे की सौगात!
इस सप्ताह होने वाली राजग की बैठक को ध्यान में रखते हुए बिहार के लिए तैयार किया जा रहा है विशेष पैकेज
सरकार से उधारी में कटौती की उम्मीदें कम
एजेंडे में कोई बड़ा बदलाव नहीं होता है तो रुपये में नरमी बनी रह सकती है
वजूद के लिए जूझ रहे 5 दल
जैसे ही मंगलवार को चुनाव नतीजे आने शुरू हुए, नवीन पटनायक को अहसास हो गया था कि उन्हें दोतरफा हार का सामना करना पड़ सकता है। बीजू जनता दल (बीजद) ने 1997 में अपनी स्थापना के बाद पहली बार खुद की इतनी करारी हार देखी है। नवीन पटनायक की बीजद का एक भी सांसद नहीं चुना गया है।
म्युचुअल फंडों से एनबीएफसी को ज्यादा धन
एनबीएफसी द्वारा म्युचुअल फंडों से जुटाया गया धन अप्रैल 2024 में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 30 प्रतिशत बढ़कर 2.08 लाख करोड़ रुपये
नियामक की बीमा सीईओ से मुलाकात
बीमा सुगम, सभी जगह कैशलेस की होगी समीक्षा
मई में बढ़ी कोयले की ढुलाई
गर्मी की तपिश से कोयले की दुलाई बढ़ी, अन्य जिंसों की दुलाई स्थिर या कम
मई में सेवा क्षेत्र रहा पांच महीने में सबसे सुस्त
भारत में सेवा क्षेत्र की वृद्धि मई में पांच महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई। यह गिरावट घरेलू मांग कम होने के कारण आई। हालांकि निर्यात में इजाफा हुआ और नौकरियों का सृजन बेहतर हुआ है।
एसईजेड को मिल रही छूट पर लगेगा अंकुश!
केंद्र के प्रस्तावित केंद्रीय उत्पाद शुल्क विधेयक, 2024 के मुताबिक विशेष आर्थिक क्षेत्र (एसईजेड) में तैयार या विनिर्मित और भारत में किसी अन्य स्थान पर लाई गई उत्पाद शुल्क योग्य वस्तुओं को कर छूट नहीं दी जाएगी।
बदलाव के खुलासे के लिए विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों को छूट
समाप्त पंजीकरण वाले एफपीआई के लिए सेबी ने जारी किए नियम, कर सकेंगे भारत में निवेश की बिकवाली