संभावनाओं से परिपूर्ण
India Today Hindi|November 15, 2023
भारत में एमबीए पास छात्र-छात्राओं की अगली पीढ़ी जो विकल्प अपनाना चाहेगी, वह उनकी क्षमताओं के जितने ही अहम होंगे. इस रोमांचक नए परिदृश्य में सही विकल्प चुनने में मददगार पांच सलाहें
मनीष सभरवाल और कार्तिक नारायण
संभावनाओं से परिपूर्ण

'चैंबर ऑफ सीक्रेट्स में डंबलडोर हैरी पॉटर से कहता है, "हमारी क्षमताओं से कहीं अधिक हमारी पसंद बताती है कि हम क्या हैं." एक राष्ट्र के तौर पर 1947 के बाद हमारी राजनैतिक पसंद ने यह सुनिश्चित किया कि हम दुनिया के सबसे संरचनाबद्ध समाज की बंजर भूमि पर सबसे बड़े लोकतंत्र की नींव रखें. लेकिन हमारा लोकतंत्र व्यापक समृद्धि का मार्ग प्रशस्त करने में पूरी तरह सफल नहीं हुआ क्योंकि आर्थिक मोर्चे पर हमारे फैसलों ने एक कमजोर अर्थव्यवस्था का निर्माण किया. बहरहाल, अगले 25 साल में भारत में एमबीए करने वाले छात्र-छात्राएं एक विकासशील, उत्पादक और मजबूत अर्थव्यवस्था के गवाह बनेंगे, जो अभी तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर अग्रसर है. और इस बदली हुई नई दुनिया में हमारा आर्थिक उत्थान अगली पीढ़ी के एमबीए छात्र-छात्राओं और संस्थानों के लिए कुछ अद्वितीय विकल्प मुहैया कराएगा.

हालांकि, संदर्भ के लिहाज से विकल्प सीमित हैं, इसलिए भारत में बदलाव के कारकों को समझना अहम है. करियर की नई दुनिया में फॉर्च्यून 500 कंपनी की जीवन प्रत्याशा 1950 में 64 के मुकाबले घटकर आज 15 हो गई है. इसका मतलब यह है कि रोजगार आजीवन अनुबंध से टैक्सी-कैब सरीखे रिश्ते में तब्दील हो गया है, जो छोटा लेकिन गहरा है. करियर की नई दुनिया में प्रौद्योगिकी कंपनी जैसी कोई चीज नहीं है; सभी कंपनियां प्रौद्योगिकी कंपनियां हैं. काम किसी भौतिक कार्यालय तक सीमित नहीं है; डिजिटल सहयोग के जरिये इसे दूरस्थ या भौतिक माध्यम से एक साथ या अलगअलग पूरा किया जा सकता है. शिक्षा की नई दुनिया में गूगल सब कुछ जानता है; लगातार सीखते रहना जानने से ज्यादा महत्वपूर्ण है. उद्यमिता की नई दुनिया में पूंजी की उपलब्धता का मतलब है कि आपके दिल में मौजूद साहस और आपके माथे का बहता पसीना आपके उपनाम से कहीं ज्यादा मायने रखता है. नई दुनिया में प्रतिभा की बात करें तो, अब बड़ी या बहुराष्ट्रीय कंपनियों को छोटी या भारतीय कंपनियों पर अनुचित लाभ हासिल नहीं है. नई दुनिया में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के लिहाज से 1947 के बाद से भारत को जो मिला है, उसका 50 फीसद पिछले पांच वर्षों में आया है. नई दुनिया में सार्वजनिक पूंजी बाजारों में विकास और गवर्मेंस के लिए काफी संभावनाएं हैं.

This story is from the November 15, 2023 edition of India Today Hindi.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 8,500+ magazines and newspapers.

This story is from the November 15, 2023 edition of India Today Hindi.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 8,500+ magazines and newspapers.

MORE STORIES FROM INDIA TODAY HINDIView All
न कौनौ हड़बड़ी न डाउट
India Today Hindi

न कौनौ हड़बड़ी न डाउट

गायक सुखविंदर सिंह मोटिवेशनल बंदिशों से आगे निकलकर अब रूमानी और क्लब साँग शैली की ओर वापसी कर रहे

time-read
1 min  |
19th June, 2024
एक्सट्रीम राह पर
India Today Hindi

एक्सट्रीम राह पर

क्या हीरो के एक्सट्रीम परिवार के सबसे नए सदस्य में वह काबिलियत है जिससे उसे एक उपयुक्त सदस्य माना जा सके?

time-read
2 mins  |
19th June, 2024
स्विफ्ट का नया अंदाज
India Today Hindi

स्विफ्ट का नया अंदाज

नई मारुति सुजुकी स्विफ्ट नए लुक, अतिरिक्त फीचर्स और बिल्कुल नए पेट्रोल इंजन के साथ आई है

time-read
2 mins  |
19th June, 2024
फीचर्स से भरपूर
India Today Hindi

फीचर्स से भरपूर

महिंद्रा ने एक्सयूवी 300 कॉम्पैक्ट एसयूवी को नया रूप देकर एक्सयूवी 3एक्सओ के तौर पर लॉन्च किया

time-read
3 mins  |
19th June, 2024
सड़कों के नए मेहमान
India Today Hindi

सड़कों के नए मेहमान

हाल के कुछेक सालों में हिंदुस्तान में अल्ट्रा-लग्जरी कारों का बाजार तेजी से बढ़ा है

time-read
2 mins  |
19th June, 2024
केरल में खिला कमल
India Today Hindi

केरल में खिला कमल

फिर से राहुल की लहर लेकिन केरल में आखिरकार भाजपा ने अपना झंडा गाड़ ही दिया

time-read
2 mins  |
19th June, 2024
फिर उभरी कांग्रेस
India Today Hindi

फिर उभरी कांग्रेस

देश के पूर्वोत्तर इलाके का विकास करने के भाजपा के वादों के बावजूद लोकसभा चुनाव नतीजों से साफ है कि यह इलाका अब कांग्रेस को तरजीह देने लगा

time-read
4 mins  |
19th June, 2024
बाहरी हुए बाहर
India Today Hindi

बाहरी हुए बाहर

कांग्रेस से कड़ी टक्कर की उम्मीद के बावजूद भाजपा को दबदबा बरकरार रखने में कैसे मदद मिली

time-read
2 mins  |
19th June, 2024
पुराने किले में सब चकाचक
India Today Hindi

पुराने किले में सब चकाचक

थोड़े से छिटकाव को छोड़ दें तो भाजपा ने गुजरात का अपना किला बरकरार रखा है. लेकिन मतदाताओं ने समर्थन का फासला घटाकर उन्हें चेतावनी जरूर दे दी

time-read
2 mins  |
19th June, 2024
जित देखो तित भगवा
India Today Hindi

जित देखो तित भगवा

2014 में दो सीटों से लेकर 2019 में एकमात्र छिंदवाड़ा और 2024 में पूरी तरह से हार, पार्टी में दलबदल और भाजपा के मोदी अभियान ने कांग्रेस के लिए विनाश का संकेत दिया

time-read
3 mins  |
19th June, 2024