प्रतिकूल परिस्थितियों को अपने लिए अवसर में बदल लेना भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) सुप्रीमो और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) की आदत में शुमार है और उनके स्वभाव की यह खासियत 2000 में सुस्त पड़ चुके पृथक राज्य आंदोलन को फिर शुरू करने के समय से ही जगजाहिर है. अब, दिल्ली के कथित शराब घोटाले में फंसी अपनी बेटी और एमएलसी के. कविता की गिरफ्तारी की आशंकाओं के बीच केसीआर केंद्र में सत्तासीन नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार पर सियासी बदले की भावना से कार्रवाई करने का आरोप लगा रहे हैं.
उनका कहना है कि भाजपा विरोधी राजनैतिक दलों को एकजुट करने की वजह से उन्हें निशाना बनाया जा रहा है. उन्होंने पार्टी के कार्यकर्ताओं से पहले ही कह दिया है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की तरफ से कविता की संभावित गिरफ्तारी के लिए तैयार रहें, और ‘एक पिता और मुख्यमंत्री के तौर पर उन पर लगने वाले संभावित आरोपों' का इस्तेमाल जनसमर्थन बढ़ाने और इस साल के अंत में प्रस्तावित तेलंगाना के विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए प्रचार अभियान शुरू करने में करें. बीआरएस उन अन्य राजनैतिक दलों को भी साथ लाने की कोशिश कर रहा है जो केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और ईडी जांच से 'पीड़ित' हैं और मोदी सरकार पर कथित तौर पर केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगा रहे हैं.
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