राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान उस समय नई दिल्ली में थे जब सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा ने 'एजुकेशन प्रोटेक्शन फोरम' के बैनर तले तिरुवनंतपुरम में राजभवन के बाहर राज्य के “शिक्षा संस्थानों का भगवाकरण" करने के खान के कथित प्रयासों के खिलाफ बड़े विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया. इस प्रदर्शन के दौरान माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा, "केरल अकेला राज्य है, जहां किसी व्यक्ति के साथ जाति-धर्म के आधार पर नहीं, बल्कि सिर्फ इंसान की तरह व्यवहार किया जाता है. भाजपा केरल की विशिष्ट पहचान को नष्ट करने की कोशिश कर रही है लेकिन हम इन काली ताकतों से अंत तक लड़ेंगे."
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी इस बीच उन अन्य दलों के साथ एक साझा मुद्दा बनाने की कोशिश में है जो राज्यपालों द्वारा निर्वाचित सरकारों के कामकाज में दखल का विरोध कर रहे हैं. केरल में ऐसी लड़ाई लगभग साल भर से चल रही है. इस दौरान खान ने कई मुद्दों पर पिनाराई विजयन सरकार को निशाने पर लिया है. इन मुद्दों में तस्करी समेत बहुत से मुद्दे शामिल हैं, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण लड़ाई उस पर है जिसे खान राज्य के विश्वविद्यालयों में कुलपतियों की नियुक्तियों में "भाई-भतीजावाद" कहते हैं.
This story is from the December 07, 2022 edition of India Today Hindi.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 8,500+ magazines and newspapers.
Already a subscriber ? Sign In
This story is from the December 07, 2022 edition of India Today Hindi.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 8,500+ magazines and newspapers.
Already a subscriber? Sign In
अब जीने के कायदों पर किताब
अपनी नई किताब इलेवन रूल्स फॉर लाइफ के साथ चेतन भगत ने की है नॉन-फिक्शन की दुनिया में वापसी
'भोट जरूरी है मगर पेट उससे ज्यादा'
बिहार के कोसी अंचल में ऐन चुनाव के दौरान बड़े पैमाने पर यहां के मजदूर फसल कटाई के लिए पंजाब का रुख कर रहे. स्टेशन बिहार छोड़कर जाने वालों से अटे पड़े. पेट की आग मताधिकार पर पड़ रही भारी
भाजपा के ट्रंप कार्ड को चुनौती देती कांग्रेस
टीम मोदी विधानसभा चुनाव में हासिल जीत की लय के भरोसे है लेकिन चतुराई से प्रत्याशियों का चयन शायद कांग्रेस का सूपड़ा साफ न होने दे
धमक दिखाने उतरा मुलायम का परिवार
लोकसभा चुनाव में भाग्य आजमा रहे सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव समेत मुलायम सिंह यादव परिवार के पांच सदस्य. यादव बेल्ट की कन्नौज, बदायूं, फिरोजाबाद और आजमगढ़ सीट को फिर से जीतने की चुनौती
“मोदी 3.0 में टेक्नोलॉजी से जुड़े बदलाव हमारी बड़ी प्राथमिकता होंगे”
आम चुनाव 2024 के दौर में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण नॉर्थ ब्लॉक के लकदक परिसर से निकलकर चुनावी मैदान की धूल-गर्मी झेल रही हैं. चुनाव प्रचार की अपनी भारी व्यस्तता के बीच उन्होंने ग्रुप एडिटोरियल डायरेक्टर राज चेंगप्पा और मैनेजिंग एडिटर एम. जी. अरुण के साथ खास बातचीत में बेबाकी से जवाब दिए. उन्होंने बेरोजगारी और महंगाई जैसे असहज मसलों सहित अर्थव्यवस्था से जुड़े सभी मुद्दों पर रोशनी डाली और यह भी बताया कि अगर भाजपा लगातार तीसरी बार सत्ता में आती है तो हम मोदी 3.0 से क्या उम्मीद कर सकते हैं. बातचीत के संपादित अंशः
अर्थशास्त्र मोदी का कामयाबी और नाकामियां
देश की अर्थव्यवस्था एक अहम चुनावी मामला. उसी के आईने में कुछ प्रमुख आर्थिक पैमानों पर मोदी सरकार के ट्रैक रिकॉर्ड का आकलन
आप की अग्निपरीक्षा का वक्त
अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया के रूप में अपने शीर्ष नेतृत्व की गैरमौजूदगी में आम आदमी पार्टी सांगठनिक स्तर पर खुद को किस तरह से तैयार कर रही
बहुमत तलाशते 'महाराजा'
भाजपा ने मैसूरु के पूर्व शाही परिवार के वंशज यदुवीर कृष्णदत्त चामराज वाडियार को यहां से चुनावी मैदान में उतारा है जो सिद्धारमैया का गृहनगर है
घिर गए ओवैसी
असदुद्दीन ओवैसी और उनकी एआइएमआइएम अपने गढ़ हैदराबाद में दबाव महसूस कर रहे हैं
घरेलू मैदान में शाह
दूसरे कार्यकाल के लिए गांधीनगर से चुनाव लड़ते हुए केंद्रीय गृह मंत्री विशाल जनादेश पाने की गरज से विकास और गुजराती गौरव के नारे पर भरोसा कर रहे हैं. मगर नौकरियों और क्षत्रिय विवाद से जीत का अंतर कम होने का अंदेशा