खेलो इंडिया से निकली प्रतिभाएं बढ़ा रहीं भारत की चमक-धमक
DASTAKTIMES|June 2023
2018 में एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में खेलो इंडिया स्कूल गेम्स की शुरुआत हुई थी जिसका स्तर अब अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप हो गया है। वर्तमान में खेलो इंडिया यूथ गेम्स के 5 संस्करण और यूनिवर्सिटी गेम्स के 2 संस्करण आयोजित किए जा चुके है। खेलों इंडिया के दूसरे संस्करण की शुरूआत देश के जनमानस में बसे धर्म ग्रंथ रामायण पर एक प्रतीकात्मक कहानी के चित्रण के साथ हुई। इसे समृद्ध भारतीय संस्कृति और परंपरा को अष्टकोण के आकार की विशाल स्क्रीन पर प्रदर्शित किया गया जो जमीन से 50 फुट ऊपर हवा में लटकी थी।
मंजू सक्सेना
खेलो इंडिया से निकली प्रतिभाएं बढ़ा रहीं भारत की चमक-धमक

खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स (के आईयूजी) का तीसरा सीजन 23 मई से उत्तर प्रदेश में शुरू होकर सफलता पूर्वक संपन्न हो चुका है। खेलो इंडिया गेम्स का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के करकमलों से होना यह दर्शाता है कि हमारी सरकारें खेलो के प्रति कितना रुझान रखती हैं। इसमें देश के 207 यूनिवर्सिटी के करीब 4,750 खिलाड़ियों ने 21 खेलों में प्रतिभाग किया। 12 दिनों तक चलने वाले यूनिवर्सिटी गेम्स में उत्तर प्रदेश के चार शहरों में सबसे ज्यादा खेल हुए। वहीं निशानेबाजी का मुकाबला नई दिल्ली में आयोजित किया गया। केआईयूजी से यूपी के खिलाड़ियों को अपनी खेल क्षमता दिखाने के साथ-साथ काफी कुछ सीखने का भी मौका मिला। जब किसी देश या प्रदेश में कोई बड़ा आयोजन होता है तो इसके एक नहीं अनेक फायदे मिलते हैं। खेल का स्तर तो बढ़ता ही है, इससे खेल का बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर और पयर्टन बढ़ाने का भी मौका मिलता है। इसके अलावा इससे यूनिवर्सिटी गेम्स में हिस्सा लेने के लिए उत्तर प्रदेश आने वाले खिलाड़ियों और उनके कोच आदि को उत्तर प्रदेश की संस्कृति को भी जानने समझने का मौका मिला। इन्हीं सब बातों को लेकर तमाम खेल संघों के साथ-साथ उत्तर प्रदेश की योगी सरकार और यूपी के सांसद होने के नाते प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी गदगद दिखे।

This story is from the June 2023 edition of DASTAKTIMES.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 8,500+ magazines and newspapers.

This story is from the June 2023 edition of DASTAKTIMES.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 8,500+ magazines and newspapers.

MORE STORIES FROM DASTAKTIMESView All
उनका हर किरदार है अभिनय की पाठशाला
DASTAKTIMES

उनका हर किरदार है अभिनय की पाठशाला

कभी खलनायक तो कभी पुजारी और चर्चित सीरियल 'ऑफिस-ऑफिस' में मुसद्दीलाल न पर्दे पर छाए पंकज कपूर के सभी किरदार अभिनय की पाठशाला हैं। हिन्दी सिनेमा में बहुत कम कलाकार ऐसे हैं, जिन्होंने अपने किरदारों से अभिनय को परिभाषित किया है। उनके किरदारों की पहचान उनके नाम से आगे चलती है।

time-read
3 mins  |
May 2024
भारत की पहली 'हाइब्रिड पिच' बनेगी धर्मशाला
DASTAKTIMES

भारत की पहली 'हाइब्रिड पिच' बनेगी धर्मशाला

हाइब्रिड पिच में मैदान के अंदर की कुदरती टर्फ यानी मैदान की घास के साथ कुछ फीसदी हिस्सा पोलिमर फाइबर का होता है। इससे पिच टिकाऊ रहती है और इस पर एक जैसा उछाल भी मिलता है। इसमें पोलिमर फाइबर का इस्तेमाल पांच फीसदी ही होता है जिससे पिच के नेचुरल गुण बने रहें। यह आमतौर पर बेज या हरे रंग के होते हैं, इन्हें 20-20 मिमी ग्रेड के नियमित पैटर्नमें 90 मिमी की गहराई तक सिला जाता है।

time-read
2 mins  |
May 2024
आईपीएल यानि क्रिकेटेनमेंट
DASTAKTIMES

आईपीएल यानि क्रिकेटेनमेंट

फटाफट क्रिकेट आईपीएल में ये पूरी तरह क्रिकेटेनमेंट बन जाता है। बॉलीवुड सितारों की चमक-दमक के साथ तीन घंटे का रोमांच। इस दौरान यह खेल नाटक में तब्दील हो जाता है। एक नया मार्केट प्लेस जिसे 'क्रिकेटेनमेंट' के नाम से जाना जाता है। यहां क्रिकेट बिल्कुल अलग तरीके से खेला जाता है। मजे लेने का अंदाज भी जुदा है। स्टेडियम में बड़ा रंगीन माहौल होता है। हर चौके, छक्के और विकेट पर चीयर लीडर्स डांस करती हैं।

time-read
6 mins  |
May 2024
सिविल अधिकारियों की चुनौतियों पर बेबाक चर्चा होनी चाहिए!
DASTAKTIMES

सिविल अधिकारियों की चुनौतियों पर बेबाक चर्चा होनी चाहिए!

सदनों की समिति के भीतर जनप्रतिनिधियों द्वारा पूछे गए उत्तर अधिकारियों को नागवार लगते हैं। निर्वाचित सरकार द्वारा बनाए गए कार्यक्रमों को पूरा करना सिविल अधिकारियों की जिम्मेदारी है। विकास कार्यों को ठीक से सम्पन्न कराना भी इन्हीं की जिम्मेदारी है। लेकिन तमाम राज्यों में भिन्न-भिन्न विभागों के लिए निर्धारित बजट का बड़ा भाग उपयोग में ही नहीं आता।

time-read
4 mins  |
May 2024
माँ का रिश्ता सबसे अनमोल
DASTAKTIMES

माँ का रिश्ता सबसे अनमोल

अंतर्राष्ट्रीय मातृ दिवस (12 मई) पर विशेष

time-read
5 mins  |
May 2024
दुनिया की 'कैंसर राजधानी' बनता भारत
DASTAKTIMES

दुनिया की 'कैंसर राजधानी' बनता भारत

महिलाओं में सबसे आम कैंसर स्तन कैंसर, गर्भाशय ग्रीवा कैंसर और डिम्बग्रंथि कैंसर हैं, जबकि पुरुषों में आमतौर पर पाये जाने वाले कैंसर में फेफड़े, मुंह और प्रोस्टेट आदि जैसे कैंसर शामिल हैं। वैश्विक प्रवृत्ति के विपरीत, भारत में सबसे अधिक महिलाओं में कैंसर का निदान किया जाता है। हालांकि भारत में सालाना दस लाख से अधिक नए मामले सामने आते हैं, यहां कैंसर की दर डेनमार्क, आयरलैंड और बेल्जियम जैसे देशों या अमेरिका से कम है।

time-read
5 mins  |
May 2024
छद्म की जगह खुला युद्ध क्यों चुन रहा ईरान!
DASTAKTIMES

छद्म की जगह खुला युद्ध क्यों चुन रहा ईरान!

नेताओं ईरान के परमाणु कार्यक्रम के प्रति इजराइल का यह डर, पूर्व में ईरानी द्वारा खुले तौर पर इजराइल के विनाश की वकालत करने से सच साबित होता है। उदाहरण के लिए, अक्टूबर 2005 में ईरान के राष्ट्रपति महमूद अहमदी ने खुले रूप से घोषणा किया कि इजराइल को 'मानचित्र से मिटा दिया जाना चाहिए।' इस उत्तेजक बयानबाजी ने इजराइली चिंताओं को बढ़ाया है जो ईरान की परमाणु महत्त्वाकांक्षाओं से उत्पन्न कथित खतरे को रेखांकित करता है।

time-read
6 mins  |
May 2024
क्या चीन की गोद में खेल रहे सोनम वांगचुक?
DASTAKTIMES

क्या चीन की गोद में खेल रहे सोनम वांगचुक?

सोनम वांगचुक को जिस मूवी थ्री इडियट्स ने हीरो बनाया, वह मूवी उनकी असली जिंदगी से एक प्रतिशत भी वास्ता नहीं रखती, यह बात खुद सोनम वांगचुक ने दर्जनों बार मीडिया में कबूली है। मूवी में जिस वैज्ञानिक फुन्सुक (सोनम वांगचुक से प्रेरित चरित्र) का किरदार आमिर खान ने निभाया है, वह माली का बेटा है, जबकि सोनम वांगचुक मंत्री के बेटे हैं। उनके पिता सोनम वांग्याल कांग्रेस नेता थे, जो बाद में राज्य सरकार में मंत्री बने।

time-read
6 mins  |
May 2024
बाड़मेर में राष्ट्रीय दलों के खिलाफ युवा जनसैलाब
DASTAKTIMES

बाड़मेर में राष्ट्रीय दलों के खिलाफ युवा जनसैलाब

रवीन्द्र सिंह भाटी को टिकट न देकर बीजेपी ने अपनी मुश्किलें बढ़ा ली हैं। अब कांग्रेस को जीत की किरण दिख रही है, लेकिन सर्वे कुछ और बयां कर रहे है। 2024 में राजस्थान की बाड़मेरजैसलमेर सीट चर्चा का विषय बनी हुई है। शिव विधानसभा सीट से विधायक बनने वाले रवीन्द्र सिंह भाटी ने निर्दलीय पर्चा भरा है। उनके चुनावी मैदान में उतरने से बाड़मेर के समीकरण रोचक हो गए हैं।

time-read
5 mins  |
May 2024
नक्सलियों के गढ़ में जमकर वोटिंग
DASTAKTIMES

नक्सलियों के गढ़ में जमकर वोटिंग

प्रथम चरण के लोकसभा चुनाव में 19 अप्रैल को बस्तर संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में शांतिपूर्ण तरीके से वोट पड़े और मतदान प्रतिशत में भी इजाफा हुआ है। बस्तर में जहां पहले नक्सली चुनाव के दौरान भय पैदा करने के लिए धमाके करते थे, गांव में बैठक कर लोगों को डराते थे, मगर नक्सलियों का अब यह डर लोगों के दिमाग से निकल चुका है। यह कहा जा सकता है कि बैलेट पेपर अब बारूद पर भारी पड़ रहा है।

time-read
4 mins  |
May 2024