डर के साए में जीते हैं अपराधी
Manohar Kahaniyan|June 2023
नार्थ दिल्ली के डीसीपी सागर सिंह कलसी की मानें तो पुलिस को नीतियों पर चलते हुए नीयत साफ रखनी चाहिए और नजरिया व्यापक होना चाहिए. अहिंसक आचरण से बचते हुए लोगों को सुरक्षा देनी चाहिए और तकनीक की ताकत से आई डिजिटल क्रांति के बदलाव के दौर में साइबर क्राइम के प्रति सजग रहने के साथसाथ यूथ को भटकने से सचेत करना चाहिए. यह सब कैसे हो? बता रहे हैं खुद सागर कलसी, जिन से हमारे संवाददाता उमेशचंद्र त्रिवेदी ने लंबी बातचीत की.
डर के साए में जीते हैं अपराधी

राजधानी दिल्ली के राजघाट पर अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त संस्थान गांधी दर्शन में 8 मई, 2023 को उत्तरी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) सागर सिंह कलसी को विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया था. आयोजन उत्तरी दिल्ली पुलिस के लिए अहिंसक आचरण पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का था.

इस कार्यक्रम में उत्तरी दिल्ली जिले के करीब 120 पुलिसकर्मियों ने हिस्सा लिया था. इस मौके पर श्री कलसी ने पुलिस की कार्यक्षमता, कार्यशैली और समाज के प्रति उस की जिम्मेदारी पर चर्चा करते हुए महात्मा गांधी के आदर्श को अपनाने पर जोर दिया.

कलसी ने अपने संबोधन में महात्मा गांधी के सिद्धांतों और शिक्षा के अनुरूप सामाजिक परिवर्तन के शक्तिशाली उपकरण के रूप में अहिंसा और शांतिपूर्ण संवाद की वकालत की. कलसी ने यह भी कहा कि आज हमारे पास महात्मा गांधी से बड़ा कोई खजाना नहीं है और उन के सिद्धांत समाज में बदलाव लाने में कारगर हो सकते हैं.

इस मौके पर ही मनोहर कहानियां ने श्री कलसी से पुलिस की जिम्मेदारियों के साथसाथ चुनौतियों, प्रशासनिक समस्याओं, आपराधिक मामलों के निपटारे में उन की भूमिका, क्राइम की रोकथाम, आम नागरिकों की सुरक्षा आदि के संबंध में लंबी बातचीत की.

Diese Geschichte stammt aus der June 2023-Ausgabe von Manohar Kahaniyan.

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