यह बात तब की है, जब वह प्राइमरी स्कूल के विद्यार्थी थे.
उन के साथ कक्षा में बैठे उन के सहपाठी विल्सन ने पूछा, "क्या आप इस शहर में नए आए हो?"
"जी, हम ओहिओ से इस मिशिगन राज्य में नएनए से आए हैं," अल्वा ने उत्तर दिया.
"तुम कुछ सुस्त व ढीले लग रहे हो," मित्र ने अल्वा को ऊपर से नीचे तक देखते हुए कहा.
"हां, मुझे इस नए शहर में आते ही तेज बुखार और गले में भयंकर खराश हो गई थी. डाक्टर ने कहा कि एक तरह का स्कार्लेट फीवर हैं. यह एक संक्रामक रोग है, जिस में पूरे शरीर पर चमकीले लाल दाने दिखाई देते हैं. पता नहीं क्यों, लेकिन मेरे बाएं कान में भी कुछ परेशानी है. मुझे सुनने में भी दिक्कत है," अल्वा ने दोस्त से दिल की बात कही.
अल्वा को इस बात का ध्यान ही नहीं रहा कि उस के क्लास टीचर की नजर काफी देर से उस पर है.
"कक्षा में आए हो कि मेले में? कल मैं ने 13 का पहाड़ा याद करवाया था. खड़े हो कर जल्दी से अभी सुनाओ, शुरू हो जाओ," टीचर की अचानक तेज और ऊंची आवाज व चिंगारी भरी आंखें देख कर वह अंदर तक हिल गया. उस की सिट्टीपिट्टी गुम हो गई. वह संभल पाता कि टीचर का एक और हमला हो गया.
"मुझे मालूम था, तुम्हें नहीं याद होगा, चलो, अंग्रेजी पुस्तक से कोई एक कविता फटाफट सुनाओ, मुझे पता है कि तुम नहीं सुना सकते, तुम भटकने वाले बच्चे हो."
अल्वा को जो आताजाता भी था वह सब भूल गया. निराश हो कर वह बैठ गया और लगातार फर्श की तरफ देखने लगा.
अगले दिन उस की टीचर ने स्कूल में उसे एक ने लिफाफा देते हुए कहा, "इसे संभाल कर ले जाओ. घर पर अपनी मम्मी या पापा को दे देना. याद से देना. भूलना नहीं."
घर पर मां आंगन में बंधी रस्सियों पर कपड़े सुखा रही थीं. उन की टांगों से लिपटते हुए अल्वा ने उन्हें स्कूल से मिला लिफाफा पकड़ा दिया.
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