पिछली बार जब लौकडाउन व कर्फ्यू लगा था उस दौरान डर के कारण लोग इस के साइड इफैक्ट्स को समझ नहीं पाए थे, लेकिन जैसेजैसे समय बीता, लोगों को समझ आया कि यह कर्फ्यू व लौकडाउन की स्थिति न सिर्फ उन के मानसिक स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रही है, बल्कि आर्थिक मोरचे पर भी उन की जेब पर डाका डाला जा रहा है.
This story is from the May First 2021 edition of Grihshobha - Hindi.
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पैसा हाथ का मैल नहीं
अगर कोई यह समझता हो कि पैसा जिंदगी में अहमियत नहीं रखता, उन्हें एक बार यह जरूर जान लेना चाहिए...
फैशन में हैं लकड़ी के बरतन
अपने खास के कारण लकड़ी के बरतन आज भी काफी प्रचलन में हैं....
डेटिंग से करना चाहते हैं इनकार
अगर आप किसी के साथ डेटिंग के लिए नहीं जाना चाहते हैं, तो कुछ आसान टिप्स ये हैं...
कम बजट में स्मार्ट गार्डनिंग
कम खर्च में उपयोगी और सुंदर बागवानी करने के ये टिप्स बड़े काम के हैं....
रील्स के लती बनते बुजुर्ग
पहले जहां बुजुर्ग समय की अहमियत पर नसीहत दिया करते थे, वहीं अब वे घंटों रील्स देख कर समय बिता रहे हैं. वजह जान कर आप भी चौंक जाएंगे....
राइस वाटर स्प्रे के फायदे
अगर आप भी अपने बालों और स्किन दोनों को हैल्दी बनाना चाहते हैं, तो जरा यह भी जान लीजिए...
"हमारा बैंड सैटअप ऐसा था जो खुद पेरैंट्स द्वारा तैयार किया गया था" -गजल अलघ मामाअर्थ की संस्थापक
गजल अलघ एक ऐसा नाम है जिस ने अपने बच्चे की परवरिश के दौरान महसूस की गई प्रौब्लम्स का न सिर्फ खुद के लिए बल्कि दूसरों के लिए भी समाधान कुछ ऐसे निकाला कि एक बड़ा बिजनैस खड़ा कर दिया. उन्होंने नैचुरल बेबी और ब्यूटी प्रोडक्ट्स बनाने वाली कंपनी मामाअर्थ की शुरुआत की. मामा अर्थ मां और गर्भवती मां के जीवन को बेहतर बनाने के साथसाथ बच्चों का स्वस्थ और सुरक्षित दुनिया में स्वागत करता है.
"सुदंर दिखना हर महिला का हक है" -आश्मीन मुंजाल कौस्मैटोलोजिस्ट
अपने घर के फर्स्ट फ्लोर में 25 साल अ पहले एक कमरे से आश्मीन मुंजाल ने 'आश्मीन ग्रेस' नाम से एक पार्लर की शुरुआत की थी. समय के साथ काम पसंद किया गया तो पार्लर बड़ा होता गया.
"रियल एस्टेट उद्योग में महिआओं के पास देने के लिए बहुत कुछ है" -अमृता गुप्ता मंगलम ग्रुप की डाइरेक्टर
मंगलम ग्रुप की डाइरैक्टर अमृता गुप्ता को गुप्ता हमेशा से आधुनिक, सस्टेनेबल रियल ऐस्टेट डिजाइन बनाने का शौक रहा है. एससीएडी, अटलांटा से सस्टेनेबल डिजाइन प्रोजेक्ट्स में मास्टर्स की डिगरी लेने के बाद उन्होंने रियल एस्टेट इंटीरियर में व्यापक अनुभव हासिल किया और फिर 'अमृता गुप्ता डिजाइंस' की स्थापना की. मंगलम ग्रुप को उन्होंने कई रैजिडेंशियल और प्रोजैक्ट्स को लीड किया है, एक इनहाउस डिजाइन टीम की स्थापना की है। और 150 यूनिट्स की डिलिवरी की है. इस के अलावा उन्होंने ग्रुप के लिए विभिन्न परियोजनाओं का नेतृत्व करने के लिए मंगलम ग्रुप में हौस्पिटैलिटी विंग की स्थापना की है.
"हर महिला के अंदर एक हिडन बिजनैस वूमन छिपी होती है" -गीता सिंह बिजनैस वूमन
'द यलो कौइन कम्युनिकेशन' की संस्थापिका और निदेशक गीता सिंह का जन्म उत्तराखंड के एक छोटे से गांव गदेरा में एक मध्यवर्गीय परिवार में हुआ था. उन के गांव में लड़कियों क विवाह कम उम्र में ही हो जाते थे और वे उच्च शिक्षा से वंचित रह जाती थीं. मगर उन के पिता की इच्छा थी कि वे डाक्टर या इंजीनियर बनें.