CATEGORIES

बड़े-बड़े अपराधों से निवृत्त कर पावन करनेवाला व्रत
Rishi Prasad Hindi

बड़े-बड़े अपराधों से निवृत्त कर पावन करनेवाला व्रत

एकादशी का व्रत भगवान के नजदीक ले जानेवाला है। युधिष्ठिर ने भगवान श्रीकृष्ण से पूछा : \"प्रभु ! आषाढ़ (अमावस्यांत मास अनुसार ज्येष्ठ) मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी का नाम क्या है? उसके विषय में जानना चाहता हूँ\"

time-read
2 mins  |
May 2023
आप भी ऐसे नर - रत्न बन सकते हो
Rishi Prasad Hindi

आप भी ऐसे नर - रत्न बन सकते हो

बाल गंगाधर तिलक ५वीं कक्षा में पढ़ते थे तब की बात है। एक बार कक्षा में किसी बच्चे ने मूँगफली खायी और छिलके वहीं फेंक दिये। अंग्रेज शासन था, हिन्दुस्तानियों को डाँट-फटकार के, दबा के रखते थे। मास्टर आया और रुआब मारते हुए बोला : \"किसने मूँगफली खायी?\"

time-read
4 mins  |
May 2023
तुम संसार में किसलिए आये हो ?
Rishi Prasad Hindi

तुम संसार में किसलिए आये हो ?

एक होता है कर्म का बल । जैसे मैं किसी वस्तु को ऊपर फेंकूँ तो मेरे फेंकने का जोर जितना होगा उतना ऊपर वह जायेगी फिर जोर का प्रभाव खत्म होते ही नीचे गिरेगी । गेंद को, पत्थर को ऊपर फेंकने में आपमें जितना कर्म का बल है उतना वे ऊपर जायेंगे फिर बल पूरा हुआ तो गिरेंगे । ऐसे ही कर्म के बल से जो चीज मिलती है वह कर्म का बल निर्बल होने पर छूट जाती है।

time-read
2 mins  |
May 2023
गुरुभाई को सताना बना प्रतिबंधक प्रारब्ध
Rishi Prasad Hindi

गुरुभाई को सताना बना प्रतिबंधक प्रारब्ध

अष्टावक्र मुनि ने राजा जनक को उपदेश दिया और उनको आत्मसाक्षात्कार हुआ यह तो सुना-पढ़ा होगा लेकिन राजा जनक और अष्टावक्र मुनि के पूर्वजन्म का वृत्तांत भी बड़ा रोचक और बोधप्रद है।

time-read
2 mins  |
May 2023
वास्तविक संजीवनी
Rishi Prasad Hindi

वास्तविक संजीवनी

ईरान के बादशाह नशीखान ने संजीवनी बूटी के बारे में सुना। उसने अपने प्रिय हकीम बरजुए से पूछा : \"क्या तुमने भी कभी संजीवनी बूटी का नाम सुना है ?\"

time-read
2 mins  |
May 2023
बाहरी शरीर के साथ आंतरिक शरीर की चिकित्सा करो
Rishi Prasad Hindi

बाहरी शरीर के साथ आंतरिक शरीर की चिकित्सा करो

जिसने अपने मन को ध्यान में लगाया वह अपने-आपका मित्र है।

time-read
2 mins  |
May 2023
ब्रह्मज्ञान क्यों जरूरी है?
Rishi Prasad Hindi

ब्रह्मज्ञान क्यों जरूरी है?

ब्रह्मविद्या के आगे जगत की सब विद्याएँ छोटी हो जाती हैं।

time-read
2 mins  |
May 2023
आया, बैठा और पा के मुक्त हो गया
Rishi Prasad Hindi

आया, बैठा और पा के मुक्त हो गया

एक दिन महात्मा बुद्ध अपनी झोंपड़ी के बाहर बैठे थे, उनका शिष्य आनंद अंदर था। एक व्यक्ति आया, बोला : ‘\"भंते ! मैं आपके पास वह बात सुनने को आया हूँ जो कही नहीं जाती है, वह बात समझने को आया हूँ जो समझायी नहीं जाती, मैं उसको जानने को आया हूँ जिसको जाननेवाला स्वयं रहता नहीं।\"

time-read
3 mins  |
May 2023
वे जीते-जी मृतक समान हैं
Rishi Prasad Hindi

वे जीते-जी मृतक समान हैं

सावधान हो जाओ... बोध को पालो !

time-read
1 min  |
April 2023
आपकी वास्तविक शोभा किसमें है?
Rishi Prasad Hindi

आपकी वास्तविक शोभा किसमें है?

जवानी का नाश करके फिर ईश्वर पाना मुश्किल है

time-read
1 min  |
April 2023
चलता पुरजा चलता ही रहेगा
Rishi Prasad Hindi

चलता पुरजा चलता ही रहेगा

कुछ लोग समझते हैं कि छल-कपट करनेवाला व्यक्ति बड़ा होता है। बोलते हैं: 'यह बड़ा चलता पुरजा है।'...

time-read
1 min  |
April 2023
उनको छू के आनेवाली हवा भी कल्याण कर देती है
Rishi Prasad Hindi

उनको छू के आनेवाली हवा भी कल्याण कर देती है

जिनको परमात्मा का अनुभव हो जाता है उनका स्वभाव बालवत्, निर्दोष हो जाता है।

time-read
2 mins  |
April 2023
निर्मल वैराग्य का स्वरूप
Rishi Prasad Hindi

निर्मल वैराग्य का स्वरूप

जो ईश्वर की प्राप्ति चाहते हैं, आत्मतत्त्व का ज्ञान चाहते हैं उन्हें जीवन में साधना की आवश्यकता होती ही है।

time-read
1 min  |
April 2023
शीलवान व्यक्ति के लिए कुछ भी असम्भव नहीं
Rishi Prasad Hindi

शीलवान व्यक्ति के लिए कुछ भी असम्भव नहीं

आत्मबल, आत्मसुख के आगे और सब बल, सब सुख छोटे हो जाते हैं।

time-read
2 mins  |
April 2023
हलकी आदतें निकालने में है बहादुरी
Rishi Prasad Hindi

हलकी आदतें निकालने में है बहादुरी

जो संत की बात टालता है वह अपने भाग्य को लात मारता है।

time-read
3 mins  |
April 2023
संत-दर्शन व सत्संग के २ अक्षर कहाँ से कहाँ पहुँचा देते हैं!
Rishi Prasad Hindi

संत-दर्शन व सत्संग के २ अक्षर कहाँ से कहाँ पहुँचा देते हैं!

संत का सान्निध्य भगवान के सान्निध्य से भी बढ़कर माना गया है।

time-read
1 min  |
April 2023
इन आठ पुष्पों से भगवान तुरंत प्रसन्न होते हैं
Rishi Prasad Hindi

इन आठ पुष्पों से भगवान तुरंत प्रसन्न होते हैं

एक बार राजा अम्बरीष ने देवर्षि नारदजी से पूछा: \"भगवान की पूजा के लिए भगवान को कौन-से पुष्प पसंद हैं?\"...

time-read
1 min  |
April 2023
मेरु पर्वत तुल्य महापापों को नष्ट करनेवाला व्रत
Rishi Prasad Hindi

मेरु पर्वत तुल्य महापापों को नष्ट करनेवाला व्रत

मोहिनी एकादशी: १ मई

time-read
2 mins  |
April 2023
बिनशर्ती समर्पण करता भव से पार
Rishi Prasad Hindi

बिनशर्ती समर्पण करता भव से पार

संत परम हितकारी होते हैं। वे जो कुछ कहें उसका पालन करने के लिए डट जाना चाहिए। इसीमें हमारा कल्याण निहित है।

time-read
5 mins  |
March 2023
स्वस्तिक का महत्त्व क्यों ?
Rishi Prasad Hindi

स्वस्तिक का महत्त्व क्यों ?

स्वस्तिक अत्यंत प्राचीनकाल से भारतीय संस्कृति में मंगल- प्रतीक माना जाता रहा है।

time-read
2 mins  |
March 2023
ब्रह्महत्या आदि पाप व पिशाचत्व नाशक व्रत
Rishi Prasad Hindi

ब्रह्महत्या आदि पाप व पिशाचत्व नाशक व्रत

[(कामदा एकादशी : १ अप्रैल (स्मार्त), २ अप्रैल (भागवत)]

time-read
2 mins  |
March 2023
परम सत्ता पर निर्भरता से होता रोग-निवारण
Rishi Prasad Hindi

परम सत्ता पर निर्भरता से होता रोग-निवारण

('उत्तम स्वास्थ्य के लिए अनिवार्य है ईश्वरीय शक्ति का अवलम्बन !' अंक ३६१ का शेष)

time-read
1 min  |
March 2023
करोड़ों सूर्यग्रहण से अधिक फलदायक है यह व्रत
Rishi Prasad Hindi

करोड़ों सूर्यग्रहण से अधिक फलदायक है यह व्रत

श्रीरामनवमी : ३० मार्च २०२३

time-read
1 min  |
March 2023
... तो आपके जन्म, कर्म दिव्य हो जायेंगे
Rishi Prasad Hindi

... तो आपके जन्म, कर्म दिव्य हो जायेंगे

भगवान श्रीकृष्ण मध्यरात्रि १२ बजे प्रकट हुए, रामजी मध्याह्न १२ बजे प्रकट हुए और आपके बाबाजी भी मध्याह्न १२ बजे... यह कैसी लीला है ! आत्मप्रसाद बाँटनेवाले भगवद्अवतार, संत-अवतार इस प्रकार सुयोग्य समय में अवतरित होते हैं।

time-read
3 mins  |
March 2023
आप भी ऐसा जीवन - लक्ष्य बना लो
Rishi Prasad Hindi

आप भी ऐसा जीवन - लक्ष्य बना लो

श्री हनुमान जयंती : ६ अप्रैल

time-read
4 mins  |
March 2023
संत श्री आशारामजी बापू पर दर्ज केस की क्या है सच्चाई ?
Rishi Prasad Hindi

संत श्री आशारामजी बापू पर दर्ज केस की क्या है सच्चाई ?

(वर्ष २०१३ में एक सुनियोजित साजिश के तहत पूज्य बापूजी पर सूरत की एक महिला के माध्यम से १२ वर्ष पूर्व ऐसी-ऐसी घटना हुई ऐसी कल्पित कहानी गढ़कर आरोप लगवाया जाता है। ९ वर्ष तक अदालत की प्रक्रिया चलती है और इस दौरान ऐसे अनेक तथ्य सामने आते हैं जिनसे पूरी तरह स्पष्ट हो जाता है कि लगाया गया आरोप सरासर गलत है। लेकिन इस मामले में आये अदालत के निर्णय को सुनकर इस केस के तथ्यों को जाननेवाले लोग आश्चर्यचकित रह जाते हैं। जानते हैं केस के कुछ तथ्यों को केस के अधिवक्ता सुप्रसिद्ध विद्वान श्री नितिन गांधी द्वारा)

time-read
3 mins  |
March 2023
सज्जनों की सक्रियता ने किया साजिश को विफल
Rishi Prasad Hindi

सज्जनों की सक्रियता ने किया साजिश को विफल

भगवान शाश्वत हैं तो भगवान के भक्तों की गाथाएँ भी शाश्वत हो जाती हैं।

time-read
2 mins  |
March 2023
निचली अदालत के निर्णय के बाद आया पूज्य बापूजी का संदेश
Rishi Prasad Hindi

निचली अदालत के निर्णय के बाद आया पूज्य बापूजी का संदेश

तुम 'स्व' में मिल जाना, सच्चिदानंद स्वभाव में जग जाना।

time-read
6 mins  |
March 2023
ऐसी तबाही में बापूजी ने हजारों की जान बचायी
Rishi Prasad Hindi

ऐसी तबाही में बापूजी ने हजारों की जान बचायी

सन् १९९९ की घटना है। ओड़िशा के समुद्रतट पर पारादीप बंदरगाह के निकट बसे कुजंग गाँव में मेरा होटल था। ओड़िशा में खतरनाक तूफान (super cyclone) आया था।

time-read
2 mins  |
February 2023
व्यवहार में ये ५ बातें लाओ, फिर देखो...
Rishi Prasad Hindi

व्यवहार में ये ५ बातें लाओ, फिर देखो...

अपने अल्प जीवन में मनुष्य ऐसा काम करे कि चौरासी-चौरासी लाख योनियों के बंधन कट जायें, ऐसा काम न करे कि चौरासी लाख योनियों में भटकता रहे, दुःखी होता रहे। जिसको अंतःकरण की शुद्धि करनी है उसको व्यवहार में ५ बातें ध्यान में रखनी चाहिए।

time-read
5 mins  |
February 2023